फारूक अब्दुल्ला ने AAP विधायक मेहराज मलिक पर PSA लगाने को बताया गलत, बोले- पुनर्विचार करे सरकार
Farooq Abdullah News: फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि एक निर्वाचित प्रतिनिधि के खिलाफ पीएसए लगाना उचित नहीं है. साथ ही, उन्हें जन सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में लेना भी गलत था.

जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार (11 सितंबर) को सरकार से डोडा विधायक मेहराज मलिक को जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत में लेने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की. साथ ही, उन्होंने मलिक को डोडा के उपायुक्त के खिलाफ अपनी टिप्पणी वापस लेने की सलाह भी दी.
पत्रकारों से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मलिक का डोडा के उपायुक्त के साथ दुर्व्यवहार खेदजनक था. उन्होंने आगे कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विधायक का उपायुक्त के साथ व्यवहार ठीक नहीं था. अगर उन्होंने सही समय पर माफी मांग ली होती, तो स्थिति इतनी गंभीर नहीं होती."
पीएसए लगाना उचित नहीं- फारूक अब्दुल्ला
साथ ही, नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख ने कहा कि एक निर्वाचित प्रतिनिधि के खिलाफ पीएसए लगाना उचित नहीं है. अब्दुल्ला ने कहा, "साथ ही, उन्हें जन सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में लेना भी गलत था. डोडा पहले से ही बाढ़ से जूझ रहा है और अब इस घटना ने जिले को और भी अपनी चपेट में ले लिया है."
फारूक अब्दुल्ला ने सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने और विधायक को रिहा करने का आग्रह किया, साथ ही मेहराज मलिक को अपने लोगों के व्यापक हित में अपने आपत्तिजनक शब्द वापस लेने की सलाह दी.
संजय सिंह को नहीं मिली धरने की अनुमति
वहीं उधर, जम्मू-कश्मीर पुलिस और श्रीनगर जिला प्रशासन ने आम आदमी पार्टी (आप) के डोडा विधायक मेहराज मलिक की हिरासत के खिलाफ प्रस्तावित विरोध मार्च को विफल कर दिया. राज्यसभा सांसद संजय सिंह समेत पार्टी के सदस्यों को सर्किट हाउस से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई.
संजय सिंह बुधवार (11 सितंबर) को अन्य आप सदस्यों के साथ श्रीनगर पहुंचे थे और उन्हें श्रीनगर के प्रेस एन्क्लेव में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस और धरना देना था. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि उन्हें श्रीनगर में हिरासत में लिया गया और एक निर्धारित प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से रोका गया.
'गेस्ट हाउस में किया नजरबंद'
नेताओं को सरकारी सर्किट हाउस के पश्चिमी विंग में रखा गया है और उन्हें राजनीतिक नेताओं और मीडिया से मिलने से भी रोक दिया गया है. वहीं आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और जम्मू कश्मीर प्रभारी इमरान हुसैन ने कहा कि प्रशासन ने उन्हें चर्च लेन स्थित एक गेस्ट हाउस में नजरबंद कर दिया है और मीडिया को संबोधित करने से रोक दिया है.
लोकतंत्र की हत्या की जा रही- इमरान हुसैन
इमरान हुसैन ने आगे कहा, "यहां लोकतंत्र की हत्या हो रही है. हमें एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करना था, लेकिन हमें अनुमति नहीं दी गई. हमें चर्च लेन स्थित गेस्ट हाउस में रखा गया है, उसका गेट बंद है और हमें हिरासत में लेने का कोई कारण नहीं बताया गया है."
Source: IOCL























