AAP सांसद संजय सिंह हाउस अरेस्ट, गेट पर चढ़कर फारूक अब्दुल्ला से मिले
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला आप के सांसद संजय सिंह से मिलने गेस्ट हाउस पहुंचे. प्रशासन ने मुलाकात की इजाजत नहीं दी. इसके बाद सिंह गेट पर चढ़कर उनसे मिले.

जम्मू-कश्मीर के डोडा से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मेहराज मलिक के हिरासत के खिलाफ पार्टी हमलावर है. एकजुटता दिखाने के लिए आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह श्रीनगर पहुंचे हैं. इस बीच आप ने दावा किया है कि संजय सिंह को जम्मू कश्मीर में हाउस अरेस्ट किया गया है.
जम्मू कश्मीर पुलिस ने गेट के बाहर ताला लगा दिया. इसके बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला उनसे मिलने पहुंचे. यहां संजय सिंह ने गेट पर चढ़कर अब्दुल्ला से बात की.
संजय सिंह ने क्या दावा किया?
संजय सिंह ने एक्स पर लिखा, ''बहुत दुःख की बात है जम्मू कश्मीर के कई बार मुख्यमंत्री रहे डॉक्टर फारूख अब्दुल्ला पुलिस द्वारा मुझे हाउस अरेस्ट किए जाने की ख़बर पाकर मुझसे मिलने सरकारी गेस्ट में आये उन्हें मिलने नहीं दिया गया. ये तानाशाही नहीं तो और क्या है?''
बहुत दुःख की बात है जम्मू कश्मीर के कई बार मुख्यमंत्री रहे डॉक्टर फारूख अब्दुल्ला जी पुलिस द्वारा मुझे हाउस अरेस्ट किए जाने की ख़बर पाकर मुझसे मिलने सरकारी गेस्ट में आये उन्हें मिलने नहीं दिया गया।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) September 11, 2025
ये तानाशाही नहीं तो और क्या है? pic.twitter.com/MOcNb1heE6
करीब एक बजे पार्टी ने कहा कि थोड़ी देर में संजय सिंह मेहराज मालिक की गिरफ्तारी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे. इससे पहले उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया. दिल्ली के AAP विधायक इमरान हुसैन भी संजय के साथ हाउस अरेस्ट किए गए हैं.
तानाशाही चरम पर है- संजय सिंह
संजय सिंह ने कहा, ''तानाशाही चरम पर है, मैं इस वक्त श्रीनगर में हूं. लोकतंत्र में हक़ के लिए आवाज़ उठाना आंदोलन करना हमारा संवैधानिक अधिकार है. आज मेहराज मलिक की अवैध गिरफ्तार के खिलाफ श्रीनगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस और धरना था लेकिन सरकारी गेस्ट हाउस को पुलिस छावनी बना दिया गया है. मुझे इमरान हुसैन और साथियों को गेस्ट हाउस से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है.''
AAP की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष मालिक को डोडा जिले में लोक व्यवस्था में खलल डालने के आरोप में सख्त कानून PSA के तहत सोमवार (8 सितंबर) को हिरासत में लिया गया और बाद में उन्हें कठुआ जिला जेल भेज दिया गया.
Source: IOCL





















