दिल्ली पुलिस का अगला बॉस कौन? कमिश्नर की रेस में ये 5 नाम शामिल
Delhi Police Commissioner: दिल्ली के पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा की जगह अगला सीपी कौन होगा, इसकी चर्चा जारी है. इस बीच सूत्रों ने बताया कि इस पद के लिए पांच प्रबल दावेदार हैं.

दिल्ली के पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा का कार्यकाल 31 जुलाई 2025 यानी कल खत्म हो रहा है. पूरे पुलिस महकमे में ये चर्चा जोरों पर है कि अगला पुलिस कमिश्नर कौन होगा. क्या इस बार भी बाहर के राज्य से किसी सीनियर अफसर को लाया जाएगा या फिर दिल्ली-यूटी काडर के किसी अधिकारी को ये बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी इस पर अब तक कोई पक्की जानकारी नहीं है.
संजय अरोड़ा तमिलनाडु काडर के 1988 बैच के IPS अफसर हैं. अगस्त 2022 में उन्हें दिल्ली पुलिस कमिश्नर बनाया गया था. इससे पहले वो ITBP और SSB के डीजी भी रह चुके है. G-20 समिट की सिक्योरिटी को अच्छे से मैनेज करने में उनकी बड़ी भूमिका रही थी. ऐसे में उनके कार्यकाल को बढ़ाने की बात भी चल रही है. लेकिन सरकार की तरफ से अब तक इसकी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.
बाहरी काडर में दो अधिकारी के नाम
अगर पिछली बार की तरह इस बार भी बाहरी काडर से अफसर लाया गया, तो दो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है.
ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह (जीपी सिंह)- असम काडर के 1991 बैच के अफसर हैं. अभी वो CRPF के DG हैं. इससे पहले वो असम के डीजीपी भी रह चुके हैं. बताया जा रहा है कि असम के मुख्यमंत्री ने उनके नाम की सिफारिश की है.
शत्रुजीत कपूर- हरियाणा काडर के 1990 बैच के IPS हैं और इस वक्त हरियाणा के डीजीपी हैं. सूत्रों ने बताया कि उनका नाम हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे बढ़ाया है.
दिल्ली-यूटी काडर के ये अधिकारी रेस में
अगर केंद्र सरकार इस बार दिल्ली-यूटी काडर के ही किसी अफसर को पुलिस कमिश्नर बनाना चाहती है तो इनमें से किसी एक का नाम हो सकता है.
एस.बी.के. सिंह (1988 बैच)- अभी होमगार्ड के डीजी हैं. हालांकि उनके रिटायरमेंट में सिर्फ छह महीने बचे हैं.
सतीश गोलचा (1992 बैच)- तिहाड़ जेल के डीजी हैं. सख्त लेकिन व्यवहारिक अफसर माने जाते हैं.
प्रवीर रंजन (1993 बैच)- इस समय CISF में पोस्टेड हैं. इससे पहले दिल्ली पुलिस में कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके है.
दो पुलिस कमिश्नर बाहर से ही लाए गए
दिल्ली दंगों के बाद एसएन श्रीवास्तव को कमिश्नर बनाया गया था लेकिन उन्हें कार्यकाल बढ़ाने की मंजूरी नहीं मिली.
इसके बाद गुजरात काडर के राकेश अस्थाना को पुलिस कमिश्नर बनाया गया. वो रिटायरमेंट से ठीक दो दिन पहले पद पर आए और फिर उन्हें एक साल का एक्सटेंशन दिया गया.
संजय अरोड़ा भी तमिलनाडु काडर से हैं और बाहर से लाकर नियुक्त किए गए थे.
अब सभी की नजरें गृह मंत्रालय और पीएमओ पर है कि इस बार क्या फैसला होगा. परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बाहर से अफसर लाया जाएगा या फिर दिल्ली-यूटी काडर को मौका मिलेगा?
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