'मुझे EVM की बैटरी वाली मोबाइल चाहिए जो...', कांग्रेस नेता उदित राज ने खड़े किए सवाल
Udit Raj On EVM: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस के लिए बेहद ही निराशाजनक रहे. पार्टी को 37 सीटों पर जीत मिली. इस बीच कांग्रेस नेता उदित राज ने फिर EVM को लेकर सवाल खड़े किए हैं.
Udit Raj Raised Questions On EVM: हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद हार और जीत के मसले पर चर्चा जारी है. इस बीच कांग्रेस को मिली हार पर पार्टी के नेता अब ईवीएम को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता उदित राज ने गुरुवार (10 अक्टूबर) को ईवीएम पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए इसे कठघरे में खड़ा किया है.
कांग्रेस नेता उदित राज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ''मुझे EVM की बैटरी वाली मोबाइल चाहिए जो पूरे दिन काम करता रहे और फिर दो दिन बाद भी 99% बैटरी रहे. क़ीमत की चिंता नही है. सूचना देने वाले को कमीशन दिया जाएगा.''
मुझे EVM की बैटरी वाली मोबाइल चाहिए जो पूरे दिन काम करता रहे और फिर दो दिन बाद भी 99% बैटरी रहे। क़ीमत की चिंता नही है । सूचना देनें वाले को कमीशन दिया जाएगा ।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) October 9, 2024
राहुल गांधी की लोकप्रियता कम नहीं हुई- उदित राज
इससे पहले उदित राज ने बुधवार (9 अक्टूबर) को बीजेपी को निशाने पर लिया था. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस के सारे किए काम को खत्म करने पर तुले हैं. उन्होंने ये भी कहा कि राहुल गांधी की लोकप्रियता कम नहीं हुई है. वोट में 10 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों को सीटों में करीब-करीब बराबर वोट ही मिले हैं.
बीजेपी धोखा देकर चुनाव में जीती- उदित राज
कांग्रेस प्रवक्ता ने ये भी आरोप लगाया कि हरियाणा में बीजेपी ने धोखा देकर जीत हासिल की है. राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ी है. इस वजह से वोट प्रतिशत में इजाफा हुआ. लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस तरह से 'इंडिया' ब्लॉक के कुछ घटक दल बात कर रहे हैं, उससे ऐसा लगता है कि यह पीएम मोदी की ओर से बनाया जा रहा मनोवैज्ञानिक दबाव है.
हरियाणा में किस पार्टी को कितनी सीटें?
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया है. प्रदेश में बीजेपी ने कुल 48 सीटें जीती हैं. वहीं, कांग्रेस ने 37 सीटों पर जीत हासिल की है. इंडियन नेशनल लोकदल को 2 सीटों पर जीत मिली है. जबकि तीन निर्दलीय विधायक भी जीतकर आए हैं. चुनाव जीतने वाले सभी निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी को समर्थन दिया है.
ये भी पढ़ें: क्या 2025 में भी कांग्रेस के लिए दिल्ली की राह मुश्किल? AAP के तेवर ने बढ़ाई टेंशन