Delhi News Live: 'महात्मा गांधी के आगे पूरी दुनिया सर झुकाती है' Sanjay Singh का तंज- कट्टरपंथी कब समझेंगे ये बात?
Delhi Breaking News Today Live: जी20 कार्यक्रम के पहले दिन नई दिल्ली घोषणा पत्र पर सहमति बनने से नया इतिहास बन गया. इस बार G20 समिट में साल 2022 की तुलना में ज्यादा काम हुआ.

Background
G20 Summit 2023: देश राजधानी दिल्ली में सुबह से जारी झमाझम बारिश के बीच जी20 कार्यक्रम का आज दूसरा दिन है. जी20 की वजह से विदेशी राष्ट्राध्यक्षों की गतिविधियां सुबह से ही चरम पर है. सुबह के समय ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर पहुंचे. उसके बाद से राजघाट पर जी20 के शीर्ष नेताओं का एक के बाद एक पहुंच गए. राजघाट पर प्रमख राष्ट्राध्यक्षों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की. यहां से विदेशी मेहमान सीधे प्रगति मैदान पहुंचेंगे. 10 बजे से जी20 दूसरे दिन का कार्यक्रम शुरू हो जाएगा. उसके बाद समिट का तीसरा सत्र 'वन फ्यूचर' सभी लोग भारत मंडपम में चर्चा करेंगे. वन फ्यूचर पर चर्चा के बाद संयुक्त बयान जारी होगा.
इस बार जी20 कार्यक्रम के पहले दिन ही नई दिल्ली घोषणा पत्र पर सहमति बनने से इतिहास बन गया. G20 समिट अब तक का सबसे सफल समिट रहा. साल 2022 की तुलना में इस बार पहले दिन ज्यादा काम हुआ. खास बात यह है कि समिट के पहले दिन के सेशन में ही नेताओं में डिक्लरेशन पर सहमति बन गई. दिल्ली घोषणापत्र में सभी देशों से "क्षेत्रीय अधिग्रहण के लिए बल प्रयोग से बचने" की अपील शामिल है. दिल्ली घोषणा पत्र में रूस का कोई जिक्र नहीं है. जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने डिक्लेरेशन में कहा था कि यह डिक्लेरेशन भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया और बाद में मैक्सिको, तुर्की और सऊदी अरब के नेतृत्व वाले शेरपाओं और उभरते बाजारों का संयुक्त प्रयास था, जिसने जी7 देशों पर दबाव डाला और सभी को एक मेज पर लाया.
G20 Summit in Delhi: भारत की पहचान गांधी से, न कि गोडसे से
आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने रविवार को एक ट्वीट में लिखा है कि दुनिया के दिग्गज नेता आज राजघाट पहुंचकर गांधी को नमन कर रहे हैं. वो इससे आगे लिखते हैं, भारत की पहचान गांधी से है न कि गोडसे से.
Delhi News Live: जो बाइडेन वियतनाम के लिए रवाना
अमेरिकी राष्ट्रपति जी20 सम्मेलन के दूसरे दिन राजघाट पहुंचे. वहां पहुंचकर उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. वहां से लौटने के बाद वो वियतनाम के लिए रवाना हो गए. जबकि उन्हें पहले से तय योजना के मुताबिक जो बाइडेन को 11 सितंबर को वियतनाम के लिए दिल्ली से रवाना होना था.
Source: IOCL





















