दिल्ली क्राइम ब्रांच का बड़ा एक्शन, आइसक्रीम फैक्ट्री से 693 किलो अवैध पटाखों का जखीरा बरामद
Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिवाली से पहले अवैध पटाखों की बड़ी खेप पकड़ी है, जो रिहायशी इलाके में छिपाई गई थी. पुलिस ने 693 किलो प्रतिबंधित पटाखे बरामद किए.

फेस्टिव सीजन के बीच दिवाली से पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजधानी में अवैध पटाखों की बड़ी खेप पकड़ी है. प्रतिबंधित पटाखों का यह जखीरा रिहायशी इलाके में बेहद असुरक्षित तरीके से छुपाकर रखा गया था. पुलिस की इस कार्रवाई ने न सिर्फ प्रतिबंधित पटाखों का बड़ा खेप पकड़ा गया, बल्कि समय रहते पुलिस टीम ने ततपरता दिखाते हुए संभावित बड़े हादसे को भी टाल दिया.
डीसीपी आदित्य गौतम के मुताबिक 1 अक्टूबर को क्राइम ब्रांच के हेड कांस्टेबल शक्ति सिंह को अवैध पटाखों के भंडारण की गुप्त सूचना मिली थी. इस पर कार्रवाई करते हुए एसीपी रमेश चन्द्र की देखरेख और इंस्पेक्टर कमल कुमार के नेतृत्व में एसआई आशीष शर्मा और गुलाब सिंह, एएसआई शैलेंद्र व जफरुद्दीन तथा हेड कांस्टेबल सुरेंद्र, महेंद्र और करनबीर की टीम का गठन किया गया.
🚨🔥 ISC, CRIME BRANCH, DELHI BIGGEST BUST! 🔥🚨
— Crime Branch Delhi Police (@CrimeBranchDP) October 2, 2025
💥 693 KG BANNED FIRECRACKERS seized in Uttam Nagar, Delhi!
👮♂️ 1 accused arrested — stock hidden under cover of an ice cream unit 🍦➡️💣
⚠️ 42 brands recovered, huge risk to public safety
💪 Successful operation led by Insp.… pic.twitter.com/d7Mf6GBGBl
आइसक्रीम यूनिट की आड़ में पटाखों का जखीरा
टीम ने इनपुट के आधार पर उत्तम नगर के बिंदापुर स्थित मटियाला गांव के एक जगह पर छापेमारी की, जिसे आइसक्रीम बनाने की यूनिट के नाम पर इस्तेमाल किया जा रहा था. मौके से पुलिस ने 42 अलग-अलग ब्रांडों के करीब 693 किलो प्रतिबंधित पटाखे बरामद किए साथ ही वहां मौजूद 52 वर्षीय दिलबाग सिंह को गिरफ्तार कर लिया. पटाखों की यह खेप रिहायशी इलाके में बेहद खतरनाक स्थिति में रखा गया था, जिससे किसी भी वक्त बड़ा विस्फोट हो सकता था.
चोरी-छिपे बेचकर मोटा मुनाफा कमाने की थी योजना
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने यह पटाखे त्योहार के मौके पर महंगे दामों पर बेचकर मुनाफा कमाने के लिए जमा किए थे. दिलबाग सिंह ने ये पटाखे पंजाब के कुराली से खरीदे थे, जहां बिक्री पर रोक नहीं है. लेकिन दिल्ली में उसका यह कारोबार पूरी तरह अवैध था और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा भी. इस मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस अब इस मामले में आगे की जांच में जुट कर पूरी सप्लाई चेन और अन्य लोगों की संलिप्तता की जांच कर रही है.
Source: IOCL





















