'मुसहर जाति के नेता को RJD का अध्यक्ष बना दें', जीतन राम मांझी का तेजस्वी यादव को चैलेंज
Jitan Ram Manjhi: तेजस्वी यादव ने भुइयां-मुसहर सम्मेलन में मुसहर समाज के लोगों के विकास के लिए कई वादे किए हैं. इसे लेकर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और मंत्री संतोष सुमन ने जोरदार हमला किया है.

Patna News: पटना में मंगलवार को आरजेडी की ओर से भुइयां मुसहर सम्मेलन का आयोजन किया गया, जहां तेजस्वी ने अपने संबोधन में कहा कि अपने भाई-बेटे तेजस्वी को आशीर्वाद दीजिए. बिहार में जिस दिन हम मुख्यमंत्री बनेंगे उसी दिन से मुसहर समाज को बसाने का काम करेंगे. जिन गरीब परिवारों के पास जमीन नहीं होगी उसको जमीन देकर बसाएंगे. 5 साल मौका दीजिए. मेरी उम्र कच्ची है, लेकिन जुबान का पक्का हूं. इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने मुसहर समाज से कई और वादे किए. अब इसे लेकर हम के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) और मंत्री संतोष सुमन ने जोरदार हमला किया है.
जीतन राम मांझी का तेजस्वी यादव पर तंज
अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर मांझी ने लिखा, "सुना है 'मुसहर सम्मेलन' के बाद तेजस्वी यादव जी राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष किसी मुसहर जाति से आने वाले नेता को बना देंगे. साथ ही वह यह घोषणा करेंगे कि जिन राजद कार्यकर्ताओं या गुंडों ने मुसहर भुईयां के पर्चे वाली जमीन पर कब्जा किया है, वह उस जमीन को छोड़ देंगे. आज राजद नेता यह भी प्रण लेंगे कि भविष्य में उनका कोई भी कार्यकर्ता दलित अल्पसंख्यकों पर अत्याचार नहीं करेगा."
सुना है “मुसहर सम्मेलन” के बाद तेजस्वी यादव जी राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष किसी मुसहर जाति से आने वाले नेता को बना देंगें।
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) April 8, 2025
साथ ही वह यह घोषणा करेंगें कि जिन राजद कार्यकर्ताओं या गुंडों ने मुसहर भुईंयाँ के पर्चे वाली ज़मीन पर क़ब्ज़ा किया है वह उस ज़मीन को छोड़ देंगें।
आज राजद नेता…
वहीं संतोष सुमन ने लिखा, "अगर #तेजस्वी_यादव और #राजद को वाकई भुइयां-मुसहर समाज की चिंता होती, तो अब तक किसी मुसहर या भुइयां नेता को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बना चुके होते, लेकिन हकीकत ये है कि उनके लिए ये समाज सिर्फ चुनावी शतरंज का प्यादा बनकर रह गया है. टिकट बांटकर उन्हें एक बार फिर उसी पुरानी गुलामी की स्थिति में धकेलने की साजिश की जा रही है, लेकिन अब वक्त बदल चुका है. अब भुइयां-मुसहर समाज न किसी के दरबारी रहेंगे, न किसी की चरणवंदना करेंगे."
दलित वोट बैंक को साधने के लिए सम्मेलन
बता दें कि पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दलित वोट बैंक को साधने के लिए एक सम्मेलन का आयोजन किया गया था, यहां नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी खुद के सीएम बनने के लिए जनता से आशीर्वाद मांग रहे थे. यानी वो एक तरह से बता रहे थे कि महागठबंधन का सीएम कैंडिडेट वही हैं, किसी वो कन्फ्यूजन नहीं होना चाहिए. लगे हाथ उन्होंने इस सम्मेलन के बहाने कांग्रेस को भी मैसज दे दिया है. हालांकि इस सम्मेलन को लेकर खुद उन्हें हम पार्टी ने निशाने पर ले लिया है.
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Source: IOCL
























