'सपने में आए भोलेनाथ...', जंजीरों में जकड़कर बाबा धाम के लिए निकला 'कैदी बम', जानें क्या है पूरी कहानी
Jehanabad Devotee: मुंगेर जिले के तारापुर कांवरिया पथ पर इस बार आस्था की एक अनोखी मिसाल देखने को मिली है. जहानाबाद निवासी शंभू कुमार खुद को जंजीरों से जकड़ कर निकले हैं.

जहानाबाद का एक श्रद्धालु बुधवार को सुल्तानगंज से देवघर जाने के लिए जंजीरों में लिपट कर निकला है. दरअसल इन दिनों सावन का महीना चल रहा है. इस माह में भगवान भोलेनाथ की सनातन धर्म में पूजा की जाती है और झारखंड के देवघर में हर कोई कांवड़ लेकर जाना चाहता है.
श्रावणी मेले में आस्था की अनोखी मिसाल
श्रावणी मेले के दौरान मुंगेर जिले के तारापुर कांवरिया पथ पर इस बार आस्था की एक अनोखी मिसाल देखने को मिली है. बिहार के जहानाबाद निवासी शंभू कुमार ने खुद को हाथ, पैर, कमर और गर्दन में लोहे की जंजीरों से जकड़ लिया और "कैदी बम" बनकर बम रूप में बाबा बैद्यनाथ धाम के लिए पदयात्रा शुरू की है.
शंभू कुमार ने कैदी बम बनने का कारण ये बताया कि उन्हें सपने में बाबा भोलेनाथ के दर्शन हुए, जिसमें बाबा ने कहा कि उनसे कोई गुनाह हुआ है और उसका प्रायश्चित उन्हें कैदी बनकर करना होगा. उसी सपने को भगवान भोलेनाथ का आदेश मानते हुए उसने इस वर्ष खुद को जंजीरों से बांध लिया और बाबा की शरण में देवघर के लिए निकल पड़ा.
वहीं शम्भू कुमार बीते 20 वर्षों से नियमित रूप से कांवड़ यात्रा कर रहे हैं. शंभू की इस अनोखी श्रद्धा को देख राह चलते श्रद्धालु भावविभोर हो उठे. हर किसी की जुबान पर एक ही नारा था. हर-हर महादेव! हर-हर शम्भू. शम्भू बम की इस अनोखी अदा को देखकर बाबा नगरी इलाको में चर्चा का विषय बना हुआ है.
इस साल पड़ेगा चार सोमवारी
बता दें कि इस साल चार सोमवार पड़ रहे हैं. इस साल भक्तों की सबसे ज़्यादा भीड़ देखी जा रही है. हजारों भक्त सुबह ही मंदिर परिसर में पहुंच जाते हैं और बाबा के मंदिर के पट सुबह चार बजे खुल जाते हैं. भक्तों को जलाभिषेक करने में 8 घंटे से ज़्यादा का समय लग रहा है.
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Source: IOCL