बिहार: रोहतास जिले में टला बड़ा हादसा, ट्रायल के दौरान ध्वस्त हुआ नवनिर्मित रोपवे
Rohtas Ropeway Accident: रोहतास जिले में रोहतासगढ़ किला और रोहितेश्वर धाम को जोड़ने वाले नवनिर्मित रोपवे का परीक्षण के दौरान हिस्सा ध्वस्त हो गया. चार ट्रॉलियां और एक टावर क्षतिग्रस्त हुए है.

बिहार के रोहतास जिले में शुक्रवार (26 दिसंबर) को एक बड़ा हादसा टल गया. सासाराम के पास रोहतासगढ़ किला और रोहितेश्वर धाम को जोड़ने के लिए बनाए जा रहे नए रोपवे का ट्रायल चल रहा था. इसी दौरान रोपवे अचानक ध्वस्त हो गया. राहत की बात यह रही कि इस घटना में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ.
अधिकारियों के अनुसार, रोपवे के ट्रायल के समय उससे जुड़ा एक टावर भी क्षतिग्रस्त हो गया. इस दौरान इस्तेमाल की जा रही चार ट्रॉलियां भी टूट गईं. मौके पर मौजूद मजदूरों ने समय रहते सतर्कता दिखाई और खुद को सुरक्षित बचा लिया.
हादसे के बाद रोपवे निर्माण की गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल
जानकारी के अनुसार, घटना के बाद रोपवे निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं. बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के वरिष्ठ अभियंता खुर्शीद करीम ने बताया कि रोपवे का ट्रायल चल रहा था. लोड बढ़ाने के दौरान एक तार फंस गया, जिससे यह हादसा हुआ. उन्होंने कहा कि परियोजना का अभी काफी काम बाकी है और उसे चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है.
कोलकाता की विशेष टीम करेगी मामले की जांच
करीम ने यह भी बताया कि मामले की जांच के लिए कोलकाता से विशेषज्ञों की एक टीम आ रही है. जब तक सभी ट्रायल सफल नहीं हो जाते और अधिकारी पूरी तरह संतुष्ट नहीं होते है. तब तक रोपवे को आम लोगों के लिए शुरू नहीं किया जाएगा.
कांग्रेस ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
इस मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है. कांग्रेस की बिहार इकाई के अध्यक्ष राजेश राम ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि रोहतासगढ़ रोपवे कमीशनखोरी की भेंट चढ़ गया है. उनका सवाल है कि जब टावर चार ट्रॉलियों का भार नहीं झेल सका तो भविष्य में यात्रियों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी. उन्होंने उच्च स्तरीय जांच और निर्माण कंपनी को काली सूची में डालने की मांग की है.
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Source: IOCL






















