Bihar AQI: दिल्ली के बाद अब बिहार की हवा ने किया परेशान? पटना का AQI 300 के पार, कई जगह 'खतरनाक' स्तर
Bihar AQI Today: बिहार में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ा है. पटना का AQI 300 के पार पहुंचकर खतरनाक स्तर पर है, जबकि कई अन्य जिलों में भी हवा बेहद खराब दर्ज की गई है. डॉक्टरों ने सावधानी की सलाह दी.

बिहार में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है और हालात ऐसे बन गए हैं जैसे दिल्ली में देखने को मिलते हैं. मंगलवार (9 दिसंबर) सुबह 7 बजे जारी आंकड़ों से पता चला कि राज्य के ज्यादातर शहर जहरीली हवा की गिरफ्त में हैं. इनमें सबसे खराब स्थिति राजधानी पटना की है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) खतरनाक स्तर 300 से ऊपर चला गया है.
पटना में प्रदूषण का स्तर कई जगहों पर बेहद चिंताजनक पाया गया. पटना एयरपोर्ट के आसपास 334 AQI दर्ज किया गया, जिसे रेड अलर्ट माना जाता है. यह स्तर न केवल बीमार लोगों के लिए बल्कि स्वस्थ व्यक्तियों के लिए भी गंभीर रूप से हानिकारक है. विशेषज्ञों ने लोगों को कम से कम बाहर निकलने, मास्क पहनने और सुबह-शाम की गतिविधियों से बचने की सलाह दी है.
शहर के कई हिस्सों में खराब हो रही हवा की गुणवत्ता
शहर के अन्य हिस्सों में भी हवा की गुणवत्ता खराब रही. इको पार्क के पास 164 AQI दर्ज हुआ, जो येलो अलर्ट में आता है और हल्की खराब हवा दर्शाता है. वहीं इनकम टैक्स चौराहा 217 AQI, गांधी मैदान 216 AQI और दानापुर-सगुना मोड़ 249 AQI पर रहे, जो ऑरेंज अलर्ट है और हवा को बहुत खराब श्रेणी में रखता है.
बिहार के इन जिलों में खराब हो रही हवा
पटना के आसपास के जिलों में भी प्रदूषण बढ़ गया है. भोजपुर के आरा में 295 AQI, सारण के छपरा में 293 AQI दर्ज किया गया, जो बेहद खराब स्थिति को दर्शाते हैं. इसके अलावा बिहार शरीफ (276), मुंगेर (262), भागलपुर (252), मुजफ्फरपुर (251), हाजीपुर (240), बक्सर (232), गया (224) और अररिया (210) में भी हवा बहुत खराब पाई गई.
डॉक्टरों का कहना है कि इन जिलों में रहने वाले लोग खासकर बुजुर्गों, बच्चों और सांस के रोगियों को बेहद सावधान रहने की जरूरत है. प्रदूषण बढ़ने से खांसी, सांस फूलना, आंखों में जलन और फेफड़ों पर दबाव बढ़ सकता है.
सहरसा में दर्ज किया गया येलो अलर्ट
कुछ जिलों में स्थिति थोड़ी बेहतर जरूर दिखी, लेकिन हवा अब भी खराब श्रेणी में बनी हुई है. सासाराम के डेहरी में मंगलवार सुबह 186 AQI दर्ज किया गया, जो सोमवार की तुलना में कम है लेकिन फिर भी असुरक्षित स्तर है. इसी तरह सहरसा (196), कटिहार (174), मोतिहारी (171), किशनगंज (155), बेतिया (150) और समस्तीपुर (108) में येलो अलर्ट जारी रहा.
राज्य भर में बढ़ते प्रदूषण ने प्रशासन और लोगों दोनों के लिए चिंता बढ़ा दी है. विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि लोग घर से बाहर कम निकलें, मास्क पहनें और सुबह की धुंध में व्यायाम से बचें. यदि प्रदूषण का स्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो स्थिति और गंभीर हो सकती है.
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Source: IOCL





















