India Bangladesh Visa: बांग्लादेश में भारत ने बंद किया वीजा सेंटर, इससे पड़ोसी मुल्क को क्या होगा नुकसान?
India Bangladesh Visa: बांग्लादेश में सुरक्षा स्थिति बिगड़ने के बाद भारत ने अपने इंडियन विजा एप्लीकेशन सेंटर को अस्थाई रूप से बंद कर दिया है. आइए जानते हैं इससे पड़ोसी मुल्क को क्या नुकसान होगा.

India Bangladesh Visa: ढाका में बिगड़ी सुरक्षा स्थिति के बीच भारत ने जमुना फ्यूचर पार्क में स्थित अपने इंडियन विजा एप्लीकेशन सेंटर को अस्थाई रूप से बंद कर दिया है. आपको बता दें कि यह बांग्लादेश में सबसे बड़ा विजा प्रोसेसिंग हब है. यह सेंटर बांग्लादेश की राजधानी से आने वाले ज्यादातर भारतीय वीजा आवेदनों को हैंडल करता है. आइए जानते हैं कि भारत के इस कदम के बाद पड़ोसी मुल्क को क्या नुकसान हो सकता है.
फैलेगा हेल्थ केयर संकट
किफायती और आधुनिक मेडिकल इलाज की तलाश में बांग्लादेशी मरीजों के लिए भारत लंबे समय से एक पसंदीदा जगह रहा है. कैंसर के इलाज और कार्डियक सर्जरी से लेकर ऑर्गन ट्रांसप्लांट तक हर महीने हजारों बांग्लादेशी भारतीय अस्पतालों में जाते हैं. विजा सेंटर बंद होने के बाद यह जीवन रेखा प्रभावी रूप से कट गई है.
बांग्लादेशी छात्रों पर पड़ेगा असर
भारतीय विश्वविद्यालय और कॉलेजों में पढ़ने के लिए हर साल बड़ी संख्या में बांग्लादेशी छात्र आते हैं. मेडिसिन, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट और ह्यूमैनिटीज जैसे क्षेत्रों में बांग्लादेशी छात्रों की काफी भीड़ है. अब वीजा सेवाओं के निलंबन से एडमिशन, सेमेस्टर की शुरुआत, परीक्षा और रिसर्च की समय सीमा में बाधा आएगी. जिन छात्रों को पहले से ही एडमिशन मिल चुका है वे समय पर अपने कोर्स में शामिल नहीं हो पाएंगे.
व्यापार भी होगा प्रभावित
भारत और बांग्लादेश दक्षिण एशिया के सबसे मजबूत द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में से एक साझा करते हैं. बांग्लादेशी व्यापारी अक्सर कच्चे माल की सोर्सिंग, कॉन्ट्रैक्ट पर बातचीत, ट्रेड फेयर में शामिल होने और सप्लाई चैन को बनाए रखने के लिए भारत आते हैं. वीजा सप्लाई बंद होने से इन व्यवसायिक यात्राओं में काफी कमी आएगी.
तीसरे देश के वीजा प्राप्त करने में परेशानी
इस बंद का एक असर उन बांग्लादेशी नागरिकों पर भी पड़ेगा जो तीसरे देशों के वीजा के लिए भारतीय शहरों पर निर्भर हैं. फिनलैंड और रोमानिया सहित कई यूरोपीय दूतावास अपनी वीजा सेवाएं भारत से संचालित करते हैं. अर्थव्यवस्था और लॉजिस्टिक से परे वीजा तक पहुंच पड़ोसी देश के बीच विश्वास और सद्भावना को बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभाती है. कम आवाजाही से परिवार, शिक्षा से जुड़े लोग, कलाकार, मरीज और पेशेवर सभी प्रभावित होंगे. लंबे समय तक रुकावट से आम नागरिकों के बीच निराशा पैदा हो सकती है और साथ ही द्विपक्षीय संबंधों में भी तनाव देखने को मिल सकता है.
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Source: IOCL






















