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Famous Temples Of Varanasi: ये हैं काशी के दस प्रमुख मंदिर, बनारस जाएं तो यहां घूमना ना भूलें
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ये हैं वाराणसी के प्रसिद्ध मंदिर
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![Fampus Temple In Varanasi: भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर को हिंदुओं के पवित्र तीर्थस्थलों में शामिल किया जाता है. इस पवित्र शहर को काशी के नाम से भी जाना जाता है. वाराणसी शहर अपने प्राचीन मंदिरों की वजह से देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी काफी फेमस हैं. ऐसे में अगर आप भी वाराणसी घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपके लिए यहां के भव्य और प्राचीन मंदिरों की लिस्ट लेकर आए. जहां पर दर्शन करने आपको मन की शांति के साथ भगवान का आशीर्वाद भी मिलेगा. डालिए इस रिपोर्ट पर एक नजर.....](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/04/07/ba152389dee95e11f2495a2a995bfedd9041a.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
Fampus Temple In Varanasi: भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर को हिंदुओं के पवित्र तीर्थस्थलों में शामिल किया जाता है. इस पवित्र शहर को काशी के नाम से भी जाना जाता है. वाराणसी शहर अपने प्राचीन मंदिरों की वजह से देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी काफी फेमस हैं. ऐसे में अगर आप भी वाराणसी घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपके लिए यहां के भव्य और प्राचीन मंदिरों की लिस्ट लेकर आए. जहां पर दर्शन करने आपको मन की शांति के साथ भगवान का आशीर्वाद भी मिलेगा. डालिए इस रिपोर्ट पर एक नजर.....
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![संकठा मन्दिर – ये मंदिर काशी के सिंधिया घाट के पास बना हुआ है. मंदिर के परिसर में शेर की एक विशाल प्रतिमा लगी हुई है. इस मंदिर की खास बात ये भी है कि यहां 9 ग्रहों के नौ मंदिर हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/04/07/37619f1a283375c07162477eb460509e73d2a.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
संकठा मन्दिर – ये मंदिर काशी के सिंधिया घाट के पास बना हुआ है. मंदिर के परिसर में शेर की एक विशाल प्रतिमा लगी हुई है. इस मंदिर की खास बात ये भी है कि यहां 9 ग्रहों के नौ मंदिर हैं.
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![दुर्गा मन्दिर – काशी का ये प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिर 18वीं सदी में बनाया गया था. जहां मां दुर्गा की पूजा की जाती है. इस प्राचीन मंदिर में पत्थर कारीगरी का बहुत सुन्दर काम किया गया है, जो नागौर शिल्प का एक अच्छा उदाहरण है. बता दें कि इस मंदिर में मां दुर्गा कुष्मांडा स्वरूप में विद्यमान हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/04/07/4eef36b4738a6fd1cf9e73ec2877285a822ae.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
दुर्गा मन्दिर – काशी का ये प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिर 18वीं सदी में बनाया गया था. जहां मां दुर्गा की पूजा की जाती है. इस प्राचीन मंदिर में पत्थर कारीगरी का बहुत सुन्दर काम किया गया है, जो नागौर शिल्प का एक अच्छा उदाहरण है. बता दें कि इस मंदिर में मां दुर्गा कुष्मांडा स्वरूप में विद्यमान हैं.
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![कालभैरव मन्दिर – ये काशी का भव्य और प्राचीन मंदिर है. जोकि विशेसरगंज में हेड पोस्ट ऑफिस के पास बना हुआ है. कहा जाता है कि भगवान कलभैरव “वाराणसी के कोतवाल” है और बिना उनकी अनुमति के कोई भी काशी में नहीं रह सकता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/04/07/9e6f4ec0f0eb43b5715d5c1d3fe77e29b69b6.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
कालभैरव मन्दिर – ये काशी का भव्य और प्राचीन मंदिर है. जोकि विशेसरगंज में हेड पोस्ट ऑफिस के पास बना हुआ है. कहा जाता है कि भगवान कलभैरव “वाराणसी के कोतवाल” है और बिना उनकी अनुमति के कोई भी काशी में नहीं रह सकता है.
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![श्री काशी विश्वनाथ मंदिर – वाराणसी का ये मंदिर काफी फेमस है. ये भगवान शिव को समर्पित है और इसे स्वर्ण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. इस मंदिर को देखने के लिए हर रोज हजारों लोग वाराणसी पहुंचते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/04/07/4a70e1cc24746666742fe750a211d787509fb.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर – वाराणसी का ये मंदिर काफी फेमस है. ये भगवान शिव को समर्पित है और इसे स्वर्ण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. इस मंदिर को देखने के लिए हर रोज हजारों लोग वाराणसी पहुंचते हैं.
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![मृत्युंजय महादेव मन्दिर - कालभैरव मंदिर के पास ही भगवान शिव का मंदिर मृत्युंजय स्थित है. इस मंदिर की कई मान्यता और महत्व है. मंदिर का पानी भूमिगत धाराओं का मिश्रण है. कहा जाता है कि इस मंदिर के पानी से शरीर के सभी रोग दूर हो जाते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/04/07/679792c89b26c70483c9a80fb63328e364196.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
मृत्युंजय महादेव मन्दिर - कालभैरव मंदिर के पास ही भगवान शिव का मंदिर मृत्युंजय स्थित है. इस मंदिर की कई मान्यता और महत्व है. मंदिर का पानी भूमिगत धाराओं का मिश्रण है. कहा जाता है कि इस मंदिर के पानी से शरीर के सभी रोग दूर हो जाते हैं.
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![तुलसी मानस मन्दिर – काशी का ये फेमस मंदिर भगवान राम को समर्पित है. कहा जाता है कि जहां ये मंदिर बना है उस जगह महान मध्यकालीन द्रष्टा गोस्वामी तुलसीदास रहते थे और यही पर उन्होंने “श्री रामचरितमानस” भी लिखी थी.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/04/07/ee77597e3fbaff320e5c66a8664c64b595aea.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
तुलसी मानस मन्दिर – काशी का ये फेमस मंदिर भगवान राम को समर्पित है. कहा जाता है कि जहां ये मंदिर बना है उस जगह महान मध्यकालीन द्रष्टा गोस्वामी तुलसीदास रहते थे और यही पर उन्होंने “श्री रामचरितमानस” भी लिखी थी.
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![संकटमोचन मन्दिर – काशी में हनुमान जी का ये मंदिर असी नदी धारा के निकट स्थित है. मंदिर की स्थापना गोस्वामी तुलसीदास द्वारा की गई थी. इस मंदिर को “बंदर” मंदिर के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि बहुत सारे बंदर परिसर के अंदर हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/04/07/0ca23d5c4c8bf0d8789df464b19a261a286db.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
संकटमोचन मन्दिर – काशी में हनुमान जी का ये मंदिर असी नदी धारा के निकट स्थित है. मंदिर की स्थापना गोस्वामी तुलसीदास द्वारा की गई थी. इस मंदिर को “बंदर” मंदिर के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि बहुत सारे बंदर परिसर के अंदर हैं.
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![मां अन्नपूर्णा मन्दिर – मां अन्नपूर्णा का ये मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर के पास ही स्थित है. बता दें कि मां अन्नपूर्णा को “अन्न की देवी” माना जाता है. इस मंदिर में भी भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/04/07/9c95e7057f21950b45049434171f1237a9300.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
मां अन्नपूर्णा मन्दिर – मां अन्नपूर्णा का ये मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर के पास ही स्थित है. बता दें कि मां अन्नपूर्णा को “अन्न की देवी” माना जाता है. इस मंदिर में भी भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है.
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![भारत माता मन्दिर - महात्मा गांधी ने 1936 में इस मंदिर का उद्घाटन किया और संगमरमर से भारत माता का मानचित्र यहां पर बनाया गया है. इस मौके पर राष्ट्रवादियों बाबू शिव प्रसाद गुप्ता (भारत रत्न) और श्री दुर्गा प्रसाद खत्री ने प्रमुख मुद्राशास्त्री और पुरातत्ववेत्ता को उपहार में दिया था.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/04/07/3c3f82c32e2308127d07bebdcb8b7f040b8d4.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
भारत माता मन्दिर - महात्मा गांधी ने 1936 में इस मंदिर का उद्घाटन किया और संगमरमर से भारत माता का मानचित्र यहां पर बनाया गया है. इस मौके पर राष्ट्रवादियों बाबू शिव प्रसाद गुप्ता (भारत रत्न) और श्री दुर्गा प्रसाद खत्री ने प्रमुख मुद्राशास्त्री और पुरातत्ववेत्ता को उपहार में दिया था.
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![विश्वनाथ मन्दिर बी एच यू - महामना मालवीय जी स्थपित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के परिसर में स्थित नया विश्वनाथ मन्दिर जो बिड़ला जी द्वारा निर्मित है. सभी जाति या पंथ के लिए खुला है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/04/07/c7fa98563f62cace1f07f58f73fee99941e0e.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
विश्वनाथ मन्दिर बी एच यू - महामना मालवीय जी स्थपित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के परिसर में स्थित नया विश्वनाथ मन्दिर जो बिड़ला जी द्वारा निर्मित है. सभी जाति या पंथ के लिए खुला है.
Published at : 07 Apr 2022 01:03 PM (IST)
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डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल
Opinion