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DRDO SAAW Project: क्या है भारत का SAAW? दुश्मन के एयर डिफेंस जोन में घुसे बिना ये हथियार मचाएगा तबाही
DRDO SAAW Project: DRDO ने अपने SAAW को जेट-पावर्ड वेरिएंट में अपग्रेड करने की दिशा में कदम बढ़ाया है, जिससे इसकी रेंज 200 किमी से अधिक होगी और यह फायर-एंड-फॉरगेट क्षमता हासिल करेगा.
DRDO का जेट-पावर्ड SAAW मिसाइल सिस्टम भारत की प्रिसिजन स्ट्राइक क्षमताओं को एक नए स्तर पर ले जाएगा. यह न केवल लंबी दूरी से दुश्मन के एयरबेस को निशाना बना सकेगा, बल्कि पायलटों की सुरक्षा और मिशन सफलता की संभावना को भी बढ़ाएगा.
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भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने स्मार्ट एंटी-एयरफील्ड वेपन (SAAW) को एक नए जेट-पावर्ड वेरिएंट में अपग्रेड करने की योजना बनाई है. यह बदलाव केवल आकार या इंजन का नहीं, बल्कि पूरे मिसाइल सिस्टम में की जाने वाला है. पहले यह ग्रैविटी-आधारित प्रिसिजन ग्लाइड बम था, अब यह मिनी एयर-लॉन्च्ड क्रूज़ मिसाइल के रूप में विकसित होगी.
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स्मार्ट एंटी-एयरफील्ड वेपन (SAAW) के न्यू वर्जन में एक कॉम्पैक्ट टर्बोजेट इंजन और इंटीग्रेटेड फ्यूल टैंक होगा, जिससे मिसाइल सेल्फ प्रोपल्शन के साथ उड़ेगी. नतीजतन, इसकी रेंज मौजूदा 100 किलोमीटर से बढ़कर 200 किलोमीटर से भी अधिक हो जाएगी, जिससे भारतीय वायुसेना दुश्मन के एयर डिफेंस ज़ोन में घुसे बिना सुरक्षित दूरी से अटैक कर सकेगी.
Published at : 14 Aug 2025 10:56 AM (IST)
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