एक्सप्लोरर
Advertisement
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
Shattila Ekadashi 2024: षटतिला एकादशी व्रत पारण में भूल से भी न करें ये गलती, जानें कब-कैसे खोलें व्रत
Shattila Ekadashi 2024: षटतिला एकादशी 6 फरवरी 2024 को है, इस व्रत का पारण द्वादशी तिथि पर किया जाता है. इस दौरान शुभ मुहूर्त में नियमों का ध्यान रखकर व्रत खोलना चाहिए, नहीं तो व्रत व्यर्थ चला जाता है.
![Shattila Ekadashi 2024: षटतिला एकादशी 6 फरवरी 2024 को है, इस व्रत का पारण द्वादशी तिथि पर किया जाता है. इस दौरान शुभ मुहूर्त में नियमों का ध्यान रखकर व्रत खोलना चाहिए, नहीं तो व्रत व्यर्थ चला जाता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/05/aa623099a5cb94d204fcc69d79032d8b1707154660953499_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
षटतिला एकादशी 2024
1/5
![षटतिला एकादशी का व्रत पारण 7 फरवरी 2024 को सुबह 07.06 मिनट से सुबह 09.18 मिनट तक किया जाएगा.पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय दोपहर 02.02 तक है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/05/fd94d584bcc266d74b50c3584b26a915dd4d0.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
षटतिला एकादशी का व्रत पारण 7 फरवरी 2024 को सुबह 07.06 मिनट से सुबह 09.18 मिनट तक किया जाएगा.पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय दोपहर 02.02 तक है.
2/5
![षटतिला एकादशी के अगले दिन सबसे पहले व्रत स्नान के बाद विधिवत श्रीहरि की पूजा करें और फिर ब्राह्मण को दान-दक्षिणा देने के बाद व्रत पारण करें.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/05/746c660646033fd96f58ccc73cf395f173112.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
षटतिला एकादशी के अगले दिन सबसे पहले व्रत स्नान के बाद विधिवत श्रीहरि की पूजा करें और फिर ब्राह्मण को दान-दक्षिणा देने के बाद व्रत पारण करें.
3/5
![व्रत खोलने के लिए पहला निवाला पूजा में चढ़ाया भोग ग्रहण करें. उसके बाद चावल खाएं और सात्विक भोजन कर व्रत खोलें.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/05/02880bcb57cfeae8079b82668d1fe6ebc6ae3.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
व्रत खोलने के लिए पहला निवाला पूजा में चढ़ाया भोग ग्रहण करें. उसके बाद चावल खाएं और सात्विक भोजन कर व्रत खोलें.
4/5
![एकादशी के व्रत पारण में तामसिक भोजन भूल से भी न करें, इससे व्रत-पूजा व्यर्थ चली जाती है. फल नहीं मिलता.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/05/0d2956daf3a631b16cdee0e9a247ba623f8e8.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
एकादशी के व्रत पारण में तामसिक भोजन भूल से भी न करें, इससे व्रत-पूजा व्यर्थ चली जाती है. फल नहीं मिलता.
5/5
![एकादशी व्रत द्वादशी तिथि के समापन से पहले कर लें इसके बाद दोष लगता है, व्यक्ति पाप का भागी बनता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/05/1dfa3e06780b25521cbbffeb4d007ec419ac1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
एकादशी व्रत द्वादशी तिथि के समापन से पहले कर लें इसके बाद दोष लगता है, व्यक्ति पाप का भागी बनता है.
Published at : 06 Feb 2024 08:01 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
बॉलीवुड
बिहार
विश्व
Advertisement
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/045c7972b440a03d7c79d2ddf1e63ba1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)
डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल
Opinion