एक्सप्लोरर

Nobel Prize In Economics: अमेरिका के डेविड कार्ड, जोशुआ डी एंग्रिस्ट और गुइडो इम्बेन्स को मिला अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार

Nobel Prize In Economics 2021: अर्थशास्त्र के लिए 2021 का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के डेविड कार्ड, जोशुआ डी एंग्रिस्ट और गुइडो इम्बेन्स को दिए जाने की घोषणा की गई.

Nobel Prize In Economics 2021: अमेरिका के डेविड कार्ड, जोशुआ डी एंग्रिस्ट और गुइडो इम्बेन्स को अर्थशास्त्र के लिए 2021 का नोबेल पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की गई. तीन अमेरिकी अर्थशास्त्रियों को अनपेक्षित प्रयोगों, या तथाकथित ‘प्राकृतिक प्रयोगों’ से निष्कर्ष निकालने पर काम करने के लिए अर्थशास्त्र के 2021 के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.

इनमें से एक ने साबित किया कि न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी से कर्मचारियों की नियुक्ति में कमी नहीं आती है और प्रवासियों के चलते मूल निवासी श्रमिकों का वेतन कम नहीं होता. ये निष्कर्ष सामान्य धारणा के विपरीत हैं. इसके अलावा दो अन्य अर्थशास्त्रियों ने इस तरह के सामाजिक मुद्दों का अध्ययन करने का तरीका बताने के लिए नोबेल सम्मान प्राप्त किया. नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने वाले अर्थशास्त्रियों में बर्कले स्थित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के डेविड कार्ड, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के जोशुआ डी. एंग्रिस्ट और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के गुइडो इम्बेन्स शामिल हैं.

कनाडा में जन्मे कार्ड ने अपने शोध में बताया कि न्यूनतम मजदूरी, आव्रजन और शिक्षा श्रम बाजार को कैसे प्रभावित करते हैं, जबकि उसके साथ नोबेल पुरस्कार पाने वाले एंग्रिस्ट और इम्बेन्स ने परंपरागत वैज्ञानिक पद्धतियों पर शोध किया. रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेस ने कहा कि तीनों ने ‘‘आर्थिक विज्ञान में अनुभवजन्य कार्य को पूरी तरह से बदल दिया है.’’

आर्थिक विज्ञान समिति के अध्यक्ष पीटर फ्रेड्रिक्सन ने कहा, ‘‘समाज के लिए अहम सवालों के संबंध में कार्ड के अध्ययन और एंग्रिस्ट और इम्बेन्स के पद्धतिगत योगदान से पता चला है कि प्राकृतिक प्रयोग ज्ञान का एक समृद्ध स्रोत हैं.’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘उनके शोध ने महत्वपूर्ण सवालों के जवाब देने की हमारी क्षमता में काफी सुधार किया है, जो समाज के लिए बहुत फायदेमंद है.’’

कार्ड ने देखा कि क्या हुआ जब न्यू जर्सी ने न्यूनतम वेतन 4.25 डॉलर से बढ़ाकर 5.05 डॉलर कर दिया. शोध में तुलना समूह के रूप में उन्होंने पूर्वी पेंसिल्वेनिया की सीमा पर स्थित रेस्टोरेंट का उपयोग किया. पिछले अध्ययनों के विपरीत उन्होंने और उनके दिवंगत शोध साथी एलन क्रुएगर ने पाया कि न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी का कर्मचारियों की संख्या पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा. कार्ड ने बाद में इस मुद्दे पर और काम किया.

नोबेल समिति ने कहा कि कुल मिलाकर शोध का निष्कर्ष यह है कि न्यूनतम वेतन में वृद्धि के नकारात्मक प्रभाव 30 साल पहले की तुलना में काफी कम हैं. कार्ड ने यह भी पाया कि किसी देश के मूल निवासियों की आय नए प्रवासियों से लाभान्वित हो सकती है.

एंग्रिस्ट और इम्बेन्स ने पद्धति संबंधी मुद्दों पर काम करने के लिए पुरस्कार प्राप्त किया, जिसकी मदद से अर्थशास्त्री कारण और प्रभाव के बारे में ठोस निष्कर्ष निकाल सकते हैं, भले ही वे इसके लिए सख्त वैज्ञानिक तरीकों से अध्ययन न करें.

इम्बेन्स ने मैसाचुसेट्स में अपने घर से फोन पर बात करते हुए मीडिया से कहा कि जब इस बारे में खबर आई, तब वह व्यस्त वीकेंड के बाद सो रहे थे. उन्होंने कहा कि वह इस खबर को सुनकर रोमांचित हो गए. दूसरे नोबेल पुरस्कारों के विपरीत अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत में स्थापित नहीं किया गया था बल्कि स्वीडिश केंद्रीय बैंक की तरफ से 1968 में उनकी स्मृति में इसकी शुरुआत की गई थी, जिसमें पहले विजेता को एक साल बाद चुना गया था. यह हर साल साल घोषित नोबेल का अंतिम पुरस्कार है.

उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग की अधिकारियों से अपील- लोगों का जीवन स्तर सुधारने के प्रयास करें

भारतीयों को आज से ब्रिटेन पहुंचने पर क्वारंटीन में रहने की जरूरत नहीं, UK में विदेशी यात्रियों के लिए नए नियम

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola

टॉप हेडलाइंस

अजित पवार के बेटे जय पवार की बहरीन में शादी, दुल्हन संग ऐसे किया खुशी का इजहार, देखें तस्वीरें
अजित पवार के बेटे जय पवार की बहरीन में शादी, दुल्हन संग ऐसे किया खुशी का इजहार, देखें तस्वीरें
पुतिन के भारत दौरे से अमेरिका में खलबली! ट्रंप ने दिल्ली के पक्ष में ले लिया बड़ा फैसला; बताया कैसे देगा साथ
पुतिन के भारत दौरे से US में खलबली! ट्रंप ने दिल्ली के पक्ष में लिया बड़ा फैसला; बताया कैसे देगा साथ
गौतम गंभीर पर भड़के रविचंद्रन अश्विन, ये ऑलराउंडर है वजह; कहा- वो खुद की पहचान...
गौतम गंभीर पर भड़के रविचंद्रन अश्विन, ये ऑलराउंडर है वजह; कहा- वो खुद की पहचान...
न्यू डैड विक्की कौशल ने खरीदी करोड़ों की लग्जरी कार, कीमत जान रह जाएंगे हक्के-बक्के
न्यू डैड विक्की कौशल ने खरीदी करोड़ों की लग्जरी कार, कीमत जान रह जाएंगे हक्के-बक्के

वीडियोज

Interview: Tarun Garg, COO, Hyundai Motor India on Hyundai Creta electric | Auto Live
Haval H9: क्या ये गाड़ी India में मिलती है? | Auto Live #havalh9
Passenger anger On Flight Delay: Indi'Go' कहें या फिर Indi'Stop'? | Bharat Ki Baat With Pratima
Road Test Review Of Volkswagen Golf GTI India  | Auto Live
दोस्ती इम्तिहान लेती है...दोस्तों की जान लेती है। | Sansani | Crime News

फोटो गैलरी

Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
अजित पवार के बेटे जय पवार की बहरीन में शादी, दुल्हन संग ऐसे किया खुशी का इजहार, देखें तस्वीरें
अजित पवार के बेटे जय पवार की बहरीन में शादी, दुल्हन संग ऐसे किया खुशी का इजहार, देखें तस्वीरें
पुतिन के भारत दौरे से अमेरिका में खलबली! ट्रंप ने दिल्ली के पक्ष में ले लिया बड़ा फैसला; बताया कैसे देगा साथ
पुतिन के भारत दौरे से US में खलबली! ट्रंप ने दिल्ली के पक्ष में लिया बड़ा फैसला; बताया कैसे देगा साथ
गौतम गंभीर पर भड़के रविचंद्रन अश्विन, ये ऑलराउंडर है वजह; कहा- वो खुद की पहचान...
गौतम गंभीर पर भड़के रविचंद्रन अश्विन, ये ऑलराउंडर है वजह; कहा- वो खुद की पहचान...
न्यू डैड विक्की कौशल ने खरीदी करोड़ों की लग्जरी कार, कीमत जान रह जाएंगे हक्के-बक्के
न्यू डैड विक्की कौशल ने खरीदी करोड़ों की लग्जरी कार, कीमत जान रह जाएंगे हक्के-बक्के
UP AQI: नोएडा-गाजियाबाद नहीं थम रहा जहरीली हवा का कहर, घुट रहा दम, आज भी हालत 'बेहद खराब'
नोएडा-गाजियाबाद नहीं थम रहा जहरीली हवा का कहर, घुट रहा दम, आज भी हालत 'बेहद खराब'
कहीं आपका गैस सिलेंडर एक्सपायर तो नहीं हो गया, घर पर ही ऐसे कर सकते हैं चेक
कहीं आपका गैस सिलेंडर एक्सपायर तो नहीं हो गया, घर पर ही ऐसे कर सकते हैं चेक
छत्तीसगढ़ के यात्रियों के लिए बड़ी खबर, रेलवे ने कैंसिल की 10 रेगुलर ट्रेनें, देख लें लिस्ट
छत्तीसगढ़ के यात्रियों के लिए बड़ी खबर, रेलवे ने कैंसिल की 10 रेगुलर ट्रेनें, देख लें लिस्ट
बीटेक के बाद युवाओं की पहली पसंद बना यह कोर्स; जानें क्यों है खास?
बीटेक के बाद युवाओं की पहली पसंद बना यह कोर्स; जानें क्यों है खास?
Embed widget