गुंडों और माफिया का समर्थन करने की समाजवादी पार्टी की प्रवृति नहीं बदली: BJP

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में चुनावी हिंसा की घटनाओं का हवाला देते हुए बीजेपी ने आज आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में पीढ़ीगत बदलाव के बावजूद ‘‘गुंडों और माफिया का समर्थन’’ करने की पार्टी की स्वाभाविक प्रवृति नहीं बदली है.
अखिलेश ने की अपनी ‘‘छवि चमकाने’’ की कोशिश
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह यादव को बाहर निकालकर अपनी ‘‘छवि चमकाने’’ की कोशिश की, लेकिन हाल की हिंसक घटनाओं में शामिल ‘‘उपद्रवी तत्वों को मिल रहा उनका समर्थन’’ संकेत देता है कि उनकी प्रवृतियां जस की तस हैं.
त्रिवेदी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘कानून-व्यवस्था तोड़ना और बाहुबलियों को अपने आतंक का राज कायम करने देना समाजवादी पार्टी की स्वाभाविक प्रवृतियों का हिस्सा रहे हैं...समाजवादी पार्टी में पीढ़ीगत बदलाव भले हो गया हो, लेकिन उसकी स्वाभाविक प्रवृतियां नहीं बदली.’’
बीजेपी नेता ने उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे अखिलेश ने कथित तौर पर लोगों से यह कहा कि वे अपने बिजली बिल जमा करने की चिंता नहीं करें. उन्होंने कहा कि अखिलेश के पिता मुलायम सिंह यादव ने 24 साल पहले कथित तौर पर लोगों से यह कहा था कि परीक्षा में चोरी करने पर वे चिंतित न हों.
बिजली चोरी को बढ़ावा दे रहे हैं अखिलेश
त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि अखिलेश बिजली चोरी को बढ़ावा दे रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान जब बीजेपी कार्यकर्ता एक प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए शिवपोलाबाद के एक पुलिस थाने में पहुंचे तो उनकी पिटाई की गई और उन्हें वहां से जाने के लिए कहा गया.
त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाय स्थानीय एसपी नेताओं ने उन्हें थाने से बाहर निकलवा दिया. एक अन्य घटना का हवाला देते हुए त्रिवेदी ने कहा कि एसपी विधायक राधे श्याम को एक पत्रकार को कथित तौर पर धमकी देते हुए और उससे बदसलूकी करते देखा गया. उन्होंने कहा कि सुल्तानपुर जिले में एक महिला ने एसपी सांसद पर बलात्कार का आरोप लगाया और वह रहस्यमयी परिस्थितियों में मृत पाई गई.
त्रिवेदी ने कहा, ‘‘एसपी सरकार का न तो चेहरा और न ही कृत्य बदला है. ये तीनों घटनाएं दिखाती हैं कि अखिलेश यादव सरकार का दोहरा चेहरा है और अब वह हाशिये पर खड़ी है.’’
Source: IOCL





















