प्रयागराज: श्रद्धापूर्वक मनाई गई रामनवमी, मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़
रामनवमी और नवरात्र की नवमी पर तमाम श्रद्धालु गंगा- यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी भी लगाई. रामनवमी पर शाम को कई जगहों पर जुलूस और झांकियां निकाली गईं तो साथ ही भगवान राम का भव्य राज्याभिषेक समारोह भी हुआ.

प्रयागराज: राम नवमी और चैत्र नवरात्रि की नवमी संगम नगरी प्रयागराज में भी श्रद्धापूर्वक मनाई गई. इस मौके पर प्रयागराज के राम मंदिरों व देवी मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी रही. चैत्र नवरात्र के अंतिम दिन श्रद्धालुओं ने व्रत का पारण भी किया. जहां श्रद्धालुओं ने राम मंदिरों में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जन्म की खुशियां मनाते दिखे तो देवी मंदिरों में मां दुर्गा के दर्शन कर उनसे अपने सुख- समृद्धि व शान्ति का आशीर्वाद भी लिया.
प्रयागराज में शक्तिपीठ अलोप शंकरी मंदिर में शनिवार को सिद्धिदात्री स्वरुप में मां का श्रृंगार किया गया. देवी मां अपने इस स्वरुप में भक्तों को दर्शन देते हुए उनका कल्याण करती हैं. शक्तिपीठ अलोप शंकरी समूची दुनिया में इकलौता ऐसा मंदिर है, जहां देवी की कोई मूर्ति नहीं है और श्रद्धालु एक पालने की पूजा करते हैं. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक़ शिवप्रिया सती के दाहिने हाथ की उंगलियां यहां गिरकर अलोप यानी अदृश्य हो गई थीं, इसीलिये यहां देवी के पालने की पूजा की जाती है. चैत्र नवरात्र के अंतिम दिन इस शक्तिपीठ में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी रही. इस मौके पर मंदिर को ख़ूबसूरती से सजाया गया था तो साथ ही सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किये गए थे.
रामनवमी और नवरात्र की नवमी पर तमाम श्रद्धालु गंगा- यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी भी लगाई. रामनवमी पर शाम को कई जगहों पर जुलूस और झांकियां निकाली गईं तो साथ ही भगवान राम का भव्य राज्याभिषेक समारोह भी हुआ. रामनवमी के मौके पर राम मंदिरों व देवी मंदिरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























