नाले के पानी से प्यास बुझाते स्कूली बच्चों का वायरल सच
दावा है कि स्कूल में पानी की व्यवस्था नहीं होने की वजह से बच्चों को पढ़ाई छोड़कर स्कूल से दूर नाले तक पानी के लिए जाना पड़ता है.

नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर एक बेहद चौंकाने वाला वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में स्कूल ड्रेस पहने छोटे-छोटे बच्चे नाले का गंदा पानी पीते दिख रहे हैं. दावा है कि स्कूल में पानी की व्यवस्था नहीं होने की वजह से बच्चों को पढ़ाई छोड़कर स्कूल से दूर नाले तक पानी के लिए जाना पड़ता है. यह भी दावा किया जा रहा है कि सरकार इन बच्चों तक मिड-डे मील तो पहुंचा रही है लेकिन पीने का साफ पानी उपलब्ध कराने में नाकाम है.
एबीपी न्यूज़ की पड़ताल में सामने आया कि ये वीडियो झारखंड के दलदली गांव के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय का है. स्कूल के अध्यापक कतकी प्रसाद राउत ने बताया कि 2002 में इस स्कूल की स्थापना हुई थी और 2006 में स्कूल बना था.जब स्कूल बना तब से ही पानी की समस्या थी. पहले पीने और बर्तन धोने के लिए पानी की दिक्कत थी.पहले पानी के लिए बच्चों को लेकर नाले तक आना पड़ता था. लेकिन हाल-फिलहाल में बोरिंग फिट हो गया और नल भी लग गया इसलिए अब बच्चों के पानी पीने का और प्लेट साफ करने की सुविधा हो गई. इस स्कूल के चौथी कक्षा के छात्र ने भी यही कहानी सुनाई.
छात्र ने बताया कि पहले स्कूल में चापाकल नहीं था, इसलिए खाना खाने के बाद बच्चे नदी जाते थे और वहीं से पानी पीते थे. लेकिन अब चापाकल लग गया है स्कूल में इसलिए अब यहीं पानी पीते हैं.
यानि 2006 में जब से स्कूल बना था तब से ही बच्चे नाले का गंदा पानी पीते थे लेकिन जब कुछ दिन पहले वीडियो वायरल हुआ तो प्रशासन हरकत में आया और हैंडपंप लगवाया. स्कूल में बच्चों के लिए मिड-में मिल बनाने वाली रसोईए ने बताया कि नल लगने से पहले बच्चों के लिए जो मिड डे मिल बनता था वो भी इसी नाले के गंदे पानी से बनाया जाता था जिससे कई बार बच्चे बीमार भी हो चुके हैं और अक्सर बच्चों में सर्दी-खांसी की शिकायत भी रहती है.
पानी की समस्या का तो समाधान हो गया है लेकिन अभी बच्चे नंगे पैर ही जंगल वाले रास्ते से होते हुए स्कूल आते-जाते हैं. अभी भी बच्चों के लिए जूते और ठंड के कपड़ो का कोई इतंजाम नहीं है. वायरल हो रहा वीडियो सच साबित हुआ है. लेकिन फिलहाल स्कूल में नल लग गया इसलिए हालात सुधर गए हैं.

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Source: IOCL






















