हरियाणा चुनाव: दादा की सीट बचाने के लिए उचाना से मैदान में दुष्यंत चौटाला, इसलिए कड़ा होगा मुकाबला
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: 2014 के लोकसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला को उचाना सीट से बड़ी लीड मिली थी. लेकिन इस बार हालात बदल चुके हैं.

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही हरियाणा के दो बड़े सियासी घराने चौटाला परिवार और चौधरी छोटू राम का परिवार एक बार फिर टकराने के लिए तैयार हैं. फूट के चलते भले ही चौटाला परिवार दो हिस्सों में बंट चुका है, लेकिन दुष्यंत उचाना सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की पत्नी को टक्कर देंगे. 2009 विधानसभा चुनाव से इस सीट पर चौटाला परिवार और बीरेंद्र सिंह के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिल रहा है.
2014 में दुष्यंत चौटाला ने उचाना सीट से चुनाव लड़ने का एलान किया था. दुष्यंत का मुकाबला करने के लिए बीजेपी ने बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेम लता को मैदान में उतारा. दुष्यंत 2014 के चुनाव में दादा ओमप्रकाश चौटाला की इस सीट को बचाने में कामयाब नहीं हो पाए और उन्हें प्रेम लता के हाथों 7,480 वोट से हार का सामना करना पड़ा.
2009 में बनी हाई प्रोफाइल सीट
इससे पहले 2009 के विधानसभा चुनाव में उचाना सीट राज्य की सबसे ज्यादा हाईप्रोफाइल सीट बन गई थी. ओमप्रकाश चौटाला ने बीरेंद्र सिंह को चुनौती देने के लिए इस सीट से चुनाव लड़ने का एलान किया. कांटे की टक्कर में ओमप्रकाश चौटाला महज 621 वोट से चुनाव जीतने में कामयाब हुआ करते थे.
2009 के विधानसभा चुनाव से पहले ओमप्रकाश चौटाला नरवाना से चुनाव लड़ा करते थे. लेकिन 2009 में हुए परिसीमन में नरवाना सीट को रिजर्व कर दिया गया. इसके बाद चौटाला को दूसरी सीट पर चुनाव लड़ने का फैसला करना पड़ा.
बीजेपी ने इस सीट पर प्रेम लता को उम्मीदवार बनाया है, जबकि दुष्यंत चौटाला इस बार जेजेपी से टिकट पर इस सीट से मैदान में हैं. इंडियन नेशनल लोकदल और कांग्रेस ने अब तक उचाना सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है.
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