तिरुपति लड्डू विवाद: मिलावटी घी से बने प्रसाद के बाद दो और मामले में जांच तेज, YSRCP नेताओं पर मंडराया गिरफ्तारी का खतरा!
Tirupati Laddu Prasadam: तिरुपति मंदिर में पवित्र लड्डू प्रसादम बनाने में मिलावटी घी के इस्तेमाल के खुलासे के बाद दो अन्य मामलों में जांच तेज कर दी गई है. इसे लेकर YSRCP नेताओं से पूछताछ हुई.

आंध्र प्रदेश के तिरुमला तिरुपति देवस्थानम यानी TTD में चढ़ाए जाने वाले लड्डू प्रसादम से जुड़ा एक और विवाद सामने आया है. मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सितंबर 2024 में पवित्र लड्डू प्रसादम बनाने में मिलावटी घी के इस्तेमाल का सनसनीखेज खुलासा किया था, जिसने श्रद्धालुओं और राजनीतिक हलकों को हिलाकर रख दिया है.
उन्होंने लैब रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि लड्डू प्रसादम के लिए इस्तेमाल हुए मिलावटी घी में जानवरों की चर्बी और मछली का तेल पाया गया था. उन्होंने इस लापरवाही के लिए पिछली वाईएस जगन मोहन रेड्डी सरकार पर निशाना साधा. इसके लिए राज्य सरकार ने एक विशेष जांच दल (SIT) की घोषणा की और बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी जांच के लिए एक टीम का गठन किया.
लड्डू प्रसादम बनाने वाले घी में मिलावट
सीबीआई की निगरानी में एसआईटी ने पिछले हफ्ते टीटीडी के पूर्व अध्यक्ष और वाईएसआरसीपी के राज्यसभा सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी से घी में मिलावट के रैकेट के बारे में घंटों पूछताछ की थी. वाईवी सुब्बा रेड्डी पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के चाचा भी हैं. जांच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि 2019 से 2024 के बीच लगभग 20 करोड़ लड्डू जिस घी में बनाए गए थे उसमें पाम ऑयल और इंडस्ट्रियल केमिकल मिलाया हुआ था. हालांकि, वाईवी सुब्बा रेड्डी ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है और राजनीतिक विरोधियों पर आधी-अधूरी जानकारी लीक करने का आरोप लगाया है.
दानपेटी चोरी मामले में फिर जांच शुरू
एक और मामला परकामनी (दान और नकदी की गिनती) चोरी से जुड़ा है. आरोप है कि पेड्डा जीयर मठ के हेड क्लर्क और दानपेटी मामले के मुख्य आरोपी सीवी रवि कुमार को 29 अप्रैल, 2023 को दान दिए हुए खजाने से 900 डॉलर नकद चुराते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था. बाद में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई. पुलिस ने 30 मई 2023 को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था.
रवि कुमार और उनकी पत्नी सीवी राम्या ने तिरुपति और चेन्नई में स्थित 14.4 करोड़ रुपये (बाजार मूल्य 40 करोड़ रुपये) की सात संपत्तियां टीटीडी को दान कर दीं, जिसे तिरुपति ट्रस्ट ने 19 जून 2023 को स्वीकार कर लिया. 9 सितंबर 2023 को तिरुपति की लोक अदालत में रवि कुमार के साथ समझौता हुआ, जिसमें मामले का निपटारा कर दिया गया और रवि कुमार को बरी कर दिया गया.
सीआईडी और एसीबी कर रह पूछताछ
सरकार बदलने और राज्य में चंद्रबाबू नायडू के सत्ता में आने के बाद इस मामले की फिर से जांच शुरू की गई. आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने लोक अदालत के आदेश को रद्द कर सीआईडी और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) को मामले की फिर से जांच करने और 2 दिसंबर तक सीलबंद लिफाफे में अपने निष्कर्ष कोर्ट में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. इस मामले में सीआईडी ने अपनी जांच तेज कर दी है. कई पूर्व टीटीडी अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं और उनसे पूछताछ की है.
टीटीडी के पूर्व अध्यक्ष भुमना करुणाकर रेड्डी को भी समन भेजा गया और मंगलवार (25 नवंबर 2025) को तिरुपति में उनसे पूछताछ की गई. हालांकि उन्होंने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया है और जांच को राजनीति से प्रेरित बताया. दोनों मामलों की जांच तेज होने के बाद अब वाईएसआरसीपी के वरिष्ठ नेताओं पर गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा है.
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