कन्नौज कारोबरी Piyush Jain के घर छापेमारी में 177 करोड़ रुपए बरामद, BJP और समाजवादी पार्टी ने एक दूसरे के करीबी होने का लगाया आरोप
IT Raid in Kanpur: ये छापा शिखर पान मसाला बनाने वाले पीयूष जैन के घर पर पड़ा है. पीयूष जैन के कई कारोबार हैं इसके अलावा वो इत्र बनाने का कारोबार भी करते हैं.

IT Raid in Kanpur: कानपुर में पिछले कुछ घंटों में एक इत्र कारोबारी (Perfume Dealer) के घर इनकम टैक्स की रेड (IT Raid) में जो तस्वीरें सामने आई हैं वो हैरान करने वाली हैं. आप ये सुनकर हैरान रह जाएंगे कि अब तक इस रेड में 177 करोड़ रुपए की नोट बरामद हो चुकी है. इतनी नोट गिनने के लिए 14 मशीनें लगाई गई थीं. इतना कैश रखने के लिए घर के अंदर एक तहख़ाना भी बनाया गया था.
कारोबारी के घर से सामने आने वाली तस्वीर किसी नोट छापने की फैक्ट्री से कम नहीं लग रहा है. दरअसल कारोबारी के बेडरूम की एक तस्वीर सामने आई है जहां नोटों की गिनती चल रही है, कमरे में सिर्फ नोट ही नोट दिख रहे हैं. 500-500 के नए नोटों की हजारों गड्डियां हैं जिसे गिनना काफी मुश्किल काम लग रहा है. तस्वीर में देखा जा सकता है कि नोट गिनने के काम में 7 लोग लगे हैं. वहीं कारोबारी के घर से इतने नोट मिले कि हाथ से गिनने तो नामुमकिन थे तो मशीनें मंगाई गईं. हालांकि एक समय के बाद नोट काउंट करने वाली मशीनें भी कम पड़ने लगी तो और मशीनें मंगाईं गई.
कौन है इत्र कारोबारी
दरअसल ये छापा शिखर पान मसाला बनाने वाले पीयूष जैन के घर पर पड़ा है. पीयूष जैन के कई कारोबार हैं इसके अलावा वो इत्र बनाने का कारोबार भी करते हैं. ये छापा DGGI यानी डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ GST इंटेलिजेंस ने मारा है और छापे में अब तक 150 करोड़ रुपये की नकदी मिली है.
वहीं इस मामले में संबित पात्रा ने सामने आई तस्वीरों को ट्वीट करते हुए कहा, "समाजवादियों का नारा है, जनता का पैसा हमारा है!" दरअसल कारोबारी पीयूष ने समाजवादी पार्टी के कार्यालय में ही अपने इत्र को लॉन्च किया था.
समाजवादियों का नारा है
— Sambit Patra (@sambitswaraj) December 24, 2021
जनता का पैसा हमारा है!
समाजवादी पार्टी के कार्यालय में समाजवादी इत्र लॉन्च करने वाले पीयूष जैन के यहाँ GST के छापे में बरामद 100+ करोड़ कौन से समाजवाद की काली कमाई है? pic.twitter.com/EEp7H5IHmt
अनुराग भदौरिया ने दिया जवाब
संबित पात्रा के इस ट्वीट के जवाब में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने भी ट्वीट कर कहा, "डबल इंजन की सरकार में लूट भी डबल हो गई, कानपुर का व्यापारी भी बीजेपी की हिस्सेदारी का ही आदमी है, बीजेपी का काला मन है, इसीलिए वो जबरदस्ती व्यापारी को समाजवादी से जोड़ रही है, समाजवादी का व्यापारी के न इत्र से न बीजेपी के मित्र से कोई लेना देना नहीं है."
संबित पत्रा जी आप को जल्दी ही समाजवादी इत्र भेज देंगे।। जिससे आपके अंदर से झूँठ जुमला और अफ़वाह फैलाने की दुर्गन्ध दूर होगी।। ये इत्र लगाने से आपके अंदर इंसानियत और भारतीयता पैदा होगी।और सच बोलने की हिम्मत मिलेगी।।अपने पापों को समाजवादी का नाम मत दो ।@sambitswaraj https://t.co/fLCoeNnEXM
— Dr Anurag bhadouria (@anuragspparty) December 24, 2021
BJP की उप्र इकाई ने साधा निशाना
BJP की उप्र इकाई ने ट्वीट में कहा, 'सपाइयो... तुम्हारे पापों की दुर्गंध 'भ्रष्टाचार के इत्र' से नहीं जाएगी. 150 करोड़ रुपये से अधिक काला धन जब्त हुआ है। भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई होती है तो अखिलेश जी को 'दर्द' होना स्वाभाविक है. क्योंकि पूरा यूपी जानता है कि सपा मतलब भ्रष्टाचार.'
वहीं, BJP के इस ट्वीट के जवाब में सपा नेता और डिजिटल मीडिया प्रभारी मनीष जगन अग्रवाल ने कहा कि 'कानपुर में शिखर पान मसाला ग्रुप और इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पड़े छापे और बरामद नकदी नोटबंदी की विफलता की कहानी बयां कर रही है. BJP व मीडिया पीयूष जैन और शिखर पान मसाले को सपा से जबरन जोड़कर सपा को बदनाम कर रही हैं.' उन्होंने कहा कि 'सपा एमएलसी पम्पी जैन से पीयूष जैन का कोई मतलब नहीं है चूंकि कुछ दिन पूर्व सपा से जुड़े लोगों के यहां छापे पड़े थे लेकिन वहां से सरकार और एजेंसियों को कुछ नहीं मिला तथा सपा के लोग पाक साफ निकले. अतः बौखलाई भाजपा ने तुरंत यहां छापेमारी कर नकदी बरामद कर इसे सपा से जोड़कर जनता को अपने दुष्प्रचार से भ्रमित करने की साजिश की है!' अब ये व्यापारी किस पार्टी से जुड़ा था, ये तो जांच के बाद पता चलेगा, लेकिन फिलहाल मामला निश्वित तौर पर कालेधन का तो है ही.
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Source: IOCL























