असम की रोनिता कृष्णा शर्मा ने कोरोना संक्रमित महिलाओं के नवजात बच्चों को स्तनपान कराने की जताई इच्छा
असम की एक महिला ने कोरोना काल के इस वक्त में उन नवजात बच्चों के लिए अपना हाथ बढ़ाया है, जिनकी मां कोरोना से संक्रमित हुई हैं. उन्होंने उन नवजात बच्चों को स्तनपान कराने की पहल की है, जिनकी मां की या तो कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई या वह अस्पताल में भर्ती हैं. रोनिता फिलहाल गुवाहाटी में हैं और अपनी दो महीने की बेटी की देखभाल कर रही हैं.

असम की एक महिला ने कोरोना काल के इस वक्त में उन नवजात बच्चों के लिए अपना हाथ बढ़ाया है, जिनकी मां कोरोना से संक्रमित हुई हैं. असम की रोनिता कृष्णा शर्मा मुंबई में नौकरी करती हैं. उन्होंने उन नवजात बच्चों को स्तनपान कराने की पहल की है, जिनकी मां की या तो कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई या वह अस्पताल में भर्ती हैं. रोनिता फिलहाल गुवाहाटी में हैं और अपनी दो महीने की बेटी की देखभाल कर रही हैं.
रोनिता प्रेग्नेंसी के दौरान ही कोरोना संक्रमित हुई थीं. हालांकि, इलाज के बाद वह ठीक हो गई थीं. उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले ही उन्होंने सोशल मीडिया पर एक मैसेज देखा, जहां एक महिला अपने बच्चे के लिए मदद मांग रही थी. इस मैसेज में महिला ने अपने बच्चे को स्तनपान कराने का अनुरोध किया था. इसके बाद रोनिता ने ऐसे बच्चों की मदद करने के लिए आगे आने पर विचार किया.
कोरोना की वजह से पेरेंट्स की हुई थी मौत
रोनिता ने बताया, "मैं नहीं चाहती कि किसी नवजात बच्चे को कभी अपनी मां से दूर होना पड़े. मैं अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान कोरोना संक्रमित हुई हूं इसलिए मैं प्रार्थना करती हूं कि कभी किसी गर्भवती महिला को ये दिक्कत ना हो. अगर किसी वजह से किसी नवजात को अपनी मां को खोना पड़ा या उसकी मां की तबीयत बिगड़ी, तो मै उसकी हेल्प जरूर करूंगी." रोनिता ने बताया कि डिलीवरी के समय वह गुवाहाटी आई थीं. पिछले साल जब प्रेग्नेंसी के तीन महीने पूरे हुए तो वह कोरोना संक्रमित हो गई थीं. रोनिता ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से उन्होंने अपने मम्मी-पापा को भी खोया. उन्होंने लोगों से भी एक दूसरे की हेल्प करने की अपील की है.
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Source: IOCL





















