Ram Mandir Inauguration: सोने के खड़ाऊं, विशाल दीपक, ताला-चाबी और...रामलला की प्राण प्रतिष्ठा लिए कहां से क्या आया?
Ayodhya Ram Mandir Inauguration: 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए जगह-जगह से उपहार दिए जा रहे हैं.

Ram Lalla Pran Pratishtha: अयोध्या में बन रहे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां जोर शोर से चल रहीं हैं. 22 जनवरी को इसका उद्घाटन होना है. रामलला प्राण प्रतिष्ठा के लिए अनुष्ठान मंगलवार (16 जनवरी) से शुरू हो गया. आज बुधवार (17 जनवरी) को रामलला की प्रतीकात्मक मूर्ति को मंदिर की परिक्रमा कराई गई. इस बीच अयोध्या में उपहार पहुंचने का सिलसिला भी जारी है.
इन विशेष उपहारों में सोने के खड़ाऊं, विशाल दीपक, वर्ल्ड क्लॉक, 108 फीट लंबी अगरबत्ती, 10 फीट ऊंचा ताला और उसकी चाबी और राम हलवा समेत कई मिठाइयां शामिल हैं. तो आइए जानते हैं... किस जगह से कौन सी चीज अयोध्या राम मंदिर के लिए पहुंची है या पहुंचने वाली है.
9 देशों का समय एक साथ बताने वाली वर्ल्ड क्लॉक
लखनऊ के एक सब्जी विक्रेता अनिल कुमार साहू ने 5 साल की कड़ी मेहनत करके वर्ल्ड क्लॉक बनाई है. ये घड़ी एक साथ नौ देशों का समय बताती है. भारत सरकार से पेटेंट कराने के बाद इसे रामलला को समर्पित किया गया. रामलला के मंदिर ने अयोध्या जंक्शन और हनुमानगढ़ी को इस वर्ल्ड क्लॉक को समर्पित कर दिया है. ये घड़ी भारत, मेक्सिको, जापान, दुबई, टोक्यो, मैक्सिको सिटी, वॉशिंगटन का समय बता रही है.
नेपाल के जनकपुर से भी आए उपहार
नेपाल के जनकपुर में मां सीता की जन्मभूमि से भगवान राम के लिए 3,000 से अधिक उपहार अयोध्या पहुंचे. जिसमें चांदी के खड़ाऊं, आभूषण और कपड़ों सहित तमाम उपहारों को इस सप्ताह जनकपुर धाम राम जानकी मंदिर से लगभग 30 वाहनों के काफिले में अयोध्या लाया गया.
श्रीलंका की अशोक वाटिका से आया ये उपहार
श्रीलंका का एक प्रतिनिधिमंडल अशोक वाटिका से एक विशेष उपहार के साथ अयोध्या पहुंचा. इस प्रतिनिधिमंडल ने महाकाव्य रामायण में वर्णित अशोक वाटिका की एक चट्टान भेंट की है.
108 फीट लंबी अगरबत्ती
रामलला के लिए गुजरात के वडोदरा में छह महीने की मेहनत से 108 फीट लंबी अगरबत्ती तैयार की गई है. जिसका वजन 3610 किलोग्राम है, यह लगभग 3.5 फीट चौड़ी है. पर्यावरण के अनुकूल बनाई गई ये अगरबत्ती करीब डेढ़ महीने तक चलेगी और इसकी सुगंध कई किलोमीटर तक फैलेगी.
अगरबत्ती को बनाने में 376 किलोग्राम गुग्गुल (गोंद राल), 376 किलोग्राम नारियल के गोले, 190 किलोग्राम घी, 1470 किलोग्राम गाय का गोबर, 420 किलोग्राम जड़ी-बूटियां इस्तेमाल की गई हैं. इसकी ऊंचाई कुतुब मीनार की ऊंचाई से लगभग आधी बताई जा रही है.
सोने की खड़ाऊं
भगवान राम के लिए सोने की परत चढ़े हुए खड़ाऊं भी अयोध्या नगरी पहुंचे हैं. श्री राम के प्रति अटूट श्रद्धा और अपने 'कार सेवक' पिता के सपने को पूरा करने के लिए हैदराबाद से 64 वर्षीय चल्ला श्रीनिवास शास्त्री ने सोने की परत चढ़े खड़ाऊं भेंट किए. वो लगभग 8,000 किमी की दूरी पैदल तय करके अयोध्या पहुंचे.
विशाल दीपक
भगवान राम को मिलने वाले उपहारों में एक विशाल दीपक भी शामिल है. गुजरात के वडोदरा के रहने वाले किसान अरविंदभाई मंगलभाई पटेल ने 1,100 किलोग्राम वजन का विशाल दीपक तैयार किया, जो 9.25 फीट ऊंचा और 8 फीट चौड़ा है. इसकी क्षमता 851 किलोग्राम घी की है. ये दीपक 'पंचधातु' (सोना, चांदी, तांबा, जस्ता और लोहा) से बना है.
नगाड़ा
वहीं, गुजरात ने दरियापुर में अखिल भारतीय दबगर समाज की ओर से तैयार किया गया एक नगारू (मंदिर का ढोल) भी अयोध्या भेजा गया. 500 किलो के इस भव्य नगाड़े में लोहे और तांबे की प्लेट का इस्तेमाल किया गया है. साथ ही सोने की परत का भी इस्तेमाल किया गया.
मंदिर के लिए ताला-चाबी
अलीगढ़ के ताला व्यापारी सत्य प्रकाश शर्मा ने 10 फीट ऊंचे, 4.6 फीट चौड़े, 9.5 इंच मोटे और 400 किलोग्राम वजनी ताला-चाबी तैयार कराया. यह दुनिया का सबसे बड़ा ताला और चाबी है. इसे मंदिर में प्रतीकात्मक ताले के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.
'राम हलवा' और लड्डू
इसके अलावा नागपुर के रहने वाले शेफ विष्णु मनोहर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले भक्तों के लिए 7,000 किलोग्राम पारंपरिक मिठाई 'राम हलवा' तैयार करेंगे. वहीं, मथुरा में श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान 'यज्ञ' के लिए 200 किलोग्राम लड्डू अयोध्या भेज गए. साथ ही तिरूपति में श्री वेंकटेश्वर मंदिर के आधिकारिक संरक्षक, तिरुमला तिरूपति देवस्थानम (टीटीडी) ने भी घोषणा की है कि वह राम भक्तों के लिए एक लाख लड्डू अयोध्या भेजेगा.
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Source: IOCL





















