Rajya Sabha Election: राज्यसभा चुनाव में कहां फंसा है कांग्रेस का गणित? जानें पूरा समीकरण
Congress Number Game in Haryana: हरियाणा से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन को जीत के लिए पार्टी के सभी विधायकों के वोट की जरूरत है. लेकिन कांग्रेस के लिए यह चुनौती बड़ी दिखाई दे रही है.
Rajya Sabha Election 2022: राज्यसभा के लिए खाली हुई 57 सीटों में से कांग्रेस को दस सीटें जीतने का पूरा भरोसा था. लेकिन हरियाणा (Haryana) और राजस्थान (Rajasthan) में निर्दलीय उम्मीदवार के नामांकन से कांग्रेस का गणित बिगड़ सकता है. 10 का आंकड़ा छूने के लिए एहतियातन कांग्रेस (Congress) हरियाणा के विधायकों को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) भेजने और राजस्थान के विधायकों को रिसॉर्ट में इकट्ठा करने की तैयारी कर रही है.
तमिलनाडु से पी चिदंबरम, कर्नाटक से जयराम रमेश, मध्य प्रदेश से विवेक तनखा, छत्तीसगढ़ से राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन, महाराष्ट्र से इमरान प्रतापगढ़ी, राजस्थान से रणदीप सुरजेवाला और मुकुल वासनिक की जीत तय है. हरियाणा से कांग्रेस के उम्मीदवार अजय माकन और राजस्थान में कांग्रेस के तीसरे उम्मीदवार प्रमोद तिवारी का चुनाव फंस सकता है.
क्या है इसके पीछे का गणित?
90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में फिलहाल राज्यसभा की दो सीटों पर चुनाव है. जीतने के लिए एक उम्मीदवार को 31 वोटों की जरूरत है. बीजेपी के पास 40 और कांग्रेस के 31 विधायक हैं. यदि दोनों पार्टियों के एक-एक उम्मीदवार होते तो वोटिंग की जरूरत नहीं पड़ती. लेकिन नामांकन के अंतिम दिन मीडिया उद्यमी कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय पर्चा भर कर चुनाव को रोचक बना दिया है.
अजय माकन को जीत के लिए कांग्रेस के सभी विधायकों के वोट की जरूरत है. लेकिन कांग्रेस विधायक कुलदीप विश्नोई पार्टी से नाराज हैं. उनके अलावा भी कांग्रेस की कुछ विधायकों को कमजोर कड़ी माना जा रहा है. दो विधायक कम पड़े तो माकन की जीत मुश्किल हो जाएगी. सबसे बड़ा पेंच यह है कि कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन बाहरी हैं जबकि निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा के पिता भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में मंत्री रह चुके हैं.
2016 में कांग्रेस विधायकों के 'खेल' से निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा जीत गए थे. कुल मिलाकर कांग्रेस उम्मीदवार माकन की जीत दिग्गज नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के भरोसे है. हाल में ही कांग्रेस आलाकमान ने हरियाणा में हुड्डा के मुताबिक, प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि हुड्डा भी कांग्रेस आलाकमान के राज्यसभा उम्मीदवार को जिता कर रिटर्न गिफ्ट देंगे.
राजस्थान में है कांग्रेस के लिए चुनौती?
राजस्थान में राज्यसभा की चार सीटें खाली हैं. कांग्रेस ने तीन और बीजेपी ने एक उम्मीदवार को उतारा है. इसके अलावा बीजेपी के समर्थन से बड़े मीडिया समूह के चेयरमैन सुभाष चंद्रा भी निर्दलीय मैदान में हैं. जीत के लिए एक उम्मीदवार को 41 वोट चाहिए. कांग्रेस के पास 108 विधायक हैं. निर्दलीय और छोटी पार्टियों को मिलाकर कांग्रेस 126 विधायकों के समर्थन का दावा कर रही है.
आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस कोटे से रणदीप सुरजेवाला और मुकुल वासनिक की जीत तय है लेकिन प्रमोद तिवारी की जीत के लिए कांग्रेस को काफी जद्दोजहद करनी पड़ेगी. हालांकि राज्य में सरकार होने के कारण कांग्रेस को सभी उम्मीदवारों की जीत का भरोसा है लेकिन यह आसन नहीं रहने वाला.
हरियाणा और राजस्थान के अलावा महाराष्ट्र में भी राज्यसभा (Rajya Sabha) के लिए वोटिंग होनी है. कांग्रेस के पास अपने उम्मीदवार इमरान प्रतापगढ़ी (Imran Pratapgarhi) को जिताने के लिए पर्याप्त विधायक हैं लेकिन बाहरी होने की वजह से इमरान को हल्के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. मशहूर शायर इमरान की जीत मुश्किल तो नहीं लेकिन उन्हें सावधान रहना होगा.
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