राफेल डील: रक्षा सचिव रहे जी मोहन ने कहा- नोटिंग से कीमतों का कोई लेना-देना नहीं
राफेल विमान डील को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी प्रधानमंत्री और अनिल अंबानी पर लगातार हमले कर रहे हैं. सरकार और अनिल अंबानी के समूह ने उनके आरोपों को पहले ही खारिज किया है.

नई दिल्ली: राफेल डील पर नए सिरे से राजनीतिक हंगामा खड़ा हो गया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए सीधा-सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. रिपोर्ट में पूर्व रक्षा सचिव जी मोहन कुमार की नोटिंग का जिक्र है. मोहन कुमार ने मीडिया रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि जो कुछ भी सामने आया है, उसका कीमतों से कोई लेना-देना नहीं है." राफेल डील के समय जी मोहन रक्षा सचिव थे.
दरअसल, अंग्रेजी अखबार द हिंदू ने एक रिपोर्ट छापी है. जिसमें यह कहा गया है कि पीएमओ को इस तरह की चर्चाओं से बचना चाहिए क्योंकि यह हमारी बातचीत की स्थिति को गंभीरता से कमजोर करता है.
Whatever has been brought out ( recent media report on #Rafale by the Hindu) has nothing to do with pricing: G Mohan Kumar,Defence Secretary at the time of Rafale negotiations to ANI https://t.co/iZtVlF3Cqb
— ANI (@ANI) February 8, 2019
इसी रिपोर्ट के हवाले से आज काग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ''रक्षा मंत्रालय का कहना है कि प्रधानमंत्री ने समानांतर बात की और हमारी स्थिति कमजोर की. इस पर प्रधानमंत्री जवाब दें.’’ राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेस में (24 नवंबर 2015) रक्षा मंत्रालय के नोट का अंश दिखाया.
राफेल डील: राहुल का PM मोदी पर पलटवार- PMO की समानांतर बातचीत से कमजोर हुई डील
राफेल विमान डील को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी प्रधानमंत्री और अनिल अंबानी पर लगातार हमले कर रहे हैं. सरकार और अनिल अंबानी के समूह ने उनके आरोपों को पहले ही खारिज किया है.
आज लोकसभा और राज्यसभा में भी राफेल को लेकर जमकर हंगामा हुआ. जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही आज दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई. वहीं लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























