'पहलगाम में आतंकियों ने धर्म पूछकर मारा, हमने कर्म पूछकर मारा', ऑपरेशन सिंदूर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की PAK को दो टूक
Rajnath Singh: आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि जैश के हेडक्वार्टर पर किसी ने पहली बार अटैक किया है तो हमने किया है. आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ा हमला हमने किया है.

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मंगलवार (10 जून, 2025) को आयोजित एक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शिरकत की. इसमें उन्होंने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा. रक्षा मंत्री ने कहा कि पहलगाम में आतंकवादियों ने धर्म पूछ कर मारा, लेकिन हमने धर्म नहीं कर्म पूछकर मारा.
आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि जैश के हेडक्वाटर पर किसी ने पहली बार अटैक किया है तो हमने किया है. आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ा हमला हमने किया है. मोदी सरकार के प्रयासों से जब जम्मू-कश्मीर चमकने लगा तो ये हमारे पड़ोसी को पसंद नहीं आया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, 'अब सिर्फ सरकारों के स्तर पर ही नहीं, जनता के स्तर पर भी सतर्क रहने का समय आ गया है. आतंकवाद लोकतंत्र के लिए खतरा है, आतंकवाद एक विकृत मानसिकता है, प्रगति के मार्ग में बाधा है. आतंकवाद को अपनी मौत मरने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता है. आतंकवाद का स्थायी समाधान जरूरी है. आतंकवाद की कोख से कोई क्रांति नहीं बल्कि सिर्फ बर्बादी ही पैदा होती है.'
'Pakistan को Father Of Terrorism कहा जाता है'
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत और पाकिस्तान एक समय आजाद हुए, लेकिन आज इंडिया को Mother of Democracy कहा जाता है. वहीं, Pakistan को Father Of Terrorism कहा जाता है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को जो भी फंडिंग मिलती है, उसका हिस्सा आतंकवाद को जाता है. पाकिस्तान आतंकवाद की नर्सरी है.
UN के फैसले पर राजनाथ सिंह ने उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को काउंटर टेरर का उपाध्यक्ष बनाया गया है. ये दुर्भाग्य की बात है, इस पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को संज्ञान लेना चाहिए. ये वो देश है जहां हाफिज सईद जैसे लोग जहर उगलते हैं. आतंकवादियों की मौत में शामिल होते हैं. ये आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का उपहास है. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इस पर सोचना चाहिए.
'आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में रक्षा बजट आगे भी बढ़ाएंगे'
राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें हमने पहले भी कहा था कि अगर आपसे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई नहीं हो पा रही है तो हम मदद के लिए तैयार हैं. हम सरहद के इस पार और उस पार भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सक्ष्म हैं. हमने आतंकवाद के खिलाफ नई रणनीति बनाई है और हमारा रक्षा बजट आगे भी बढ़ने वाला है.
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Source: IOCL





















