हरियाणा में महागठबंधन की मुहिम को मिला ओमप्रकाश चौटाला का आशीर्वाद
खबरों के मुताबिक ओमप्रकाश चौटाला ने साफ शब्दों में कहा है कि महागठबंधन को लेकर सारा फैसला वह पंचायत पर छोड़ते हैं और पंचायत द्वारा लिया गया हर फैसला उन्हें मंजूर होगा.
नई दिल्लीः किसान नेता रमेश दलाल के नेतृत्व में हरियाणा स्वाभिमान आन्दोलन के द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के लिए विपक्ष को संगठित करने के प्रयास को मंगलवार को उस समय बल मिला जब स्वयं ओमप्रकाश चौटाला ने महागठबंधन के मुहिम को अपना आशीर्वाद दे दिया. रमेश दलाल और अन्य प्रतिनिधि ओमप्रकाश चौटाला से मिलने उनके तेजा खेड़ा निवास स्थान पर गए थे. महागठबंधन को लेकर ओमप्रकाश चौटाला के रुख के बारे में पूछे जाने पर रमेश दलाल ने बताया कि चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने महागठबंधन की मुहिम की सराहना करते हुए हरियाणा की ताज़ा परिस्थितयों को देखते हुए महागठबंधन की पहल को इतिहासिक कदम बताया. रमेश दलाल का कहना है कि ओमप्रकाश चौटाला ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि महागठबंधन को लेकर सारा फैसला वह पंचायत पर छोड़ते हैं और पंचायत द्वारा लिया गया हर फैसला उन्हें मान्य होगा.
ओमप्रकाश चौटाला ने रमेश दलाल के नेतृत्व में चलाए जा रहे हरियाणा स्वाभिमान आंदोलन की प्रशंसा की जिसमें आठ महीने में प्रदेश के किसानों को संगठित करने का काम किया है. गौरतलब है कि हरियाणा स्वाभिमान आंदोलन के द्वारा हरियाणा के हज़ारों गांव से निकाली गई किसान न्याय यात्रा के दौरान ही महागठबंधन की आवाज़ उठी थी. किसानों की मांग को आगे बढ़ाते हुए 26 अगस्त को रमेश दलाल और कुछ खाप प्रतिनिधि अभय चौटाला, अजय चौटाला, भूपेंदर हुड्डा और दीपेंदर हुड्डा से महागठबंधन बनाने को लेकर मिले थे.
वही गठबंधन को लेकर दुष्यंत चौटाला के रूख के बारे में पूछे जाने पर रमेश दलाल ने बताया कि वह लगातार इस मुहिम को लेकर दुष्यंत चौटाला के संपर्क में है और जल्द ही वह अजय चौटाला से बात करके इस मामले में कोई निर्णय लेंगे. गौरतलब है कि महागठबंधन पर फैसला लेने के लिए पंचायत ने दुष्यंत चौटाला को पत्र लिख कर 4 अगस्त तक का समय दिया है. रमेश दलाल की मानें तो महागठबंधन का प्रयास सही दिशा में और जल्द ही उन्हें सभी पक्षों से सकारात्मक जवाब मिलने की उम्मीद है. महागठबंधन की रूपरेखा बताते हुए रमेश दलाल ने स्पष्ट किया कि वह कांग्रेस, बसपा तथा अन्य विपक्षी दलों से भी इस मामले को लेकर लगातार संपर्क में है और चौटाला परिवार के एकजुट होने के बाद अन्य दलों को भी इस मुहिम में जोड़ा जाएगा.
जहां एक तरफ पंचायत को दुष्यंत चौटाला के जवाब का इंतज़ार है, वहीं ओमप्रकाश चौटाला और अभय चौटाला ने महागठबंधन को लेकर सारा फैसला पंचायत के हाथ में सौप दिया है. आगे की रणनीति के बारे में जानकारी देते हुए रमेश दलाल ने बताया कि 4 सितम्बर तक दुष्यंत चौटाला के जवाब का इंतज़ार करेंगे और 5 सितम्बर को आगे की रणनीति पर फैसला करेंगे जिसमे सर्वखाप पंचायत बुलाने का फैसला भी लिया जा सकता है. हरियाणा की राजनीति के बदलते घटनाक्रम में सितम्बर का पहला हफ्ता काफी महत्वपूर्ण रहेगा. जहां एक तरफ हरियाणा कांग्रेस के नेतृत्व को लेकर फैसला आना है, वहीं महागठबंधन को लेकर सबकी नज़र दुष्यंत चौटाला के जवाब पर होगी.
रमेश दलाल का कहना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के तानाशाही रवैये को देखते हुए आज विपक्ष को एकजुट हो कर भाजपा को सत्ता से बाहर करना चाहिए. भाजपा सरकार के दौरान हिंसक घटनाओ के दौरान पुलिस फायरिंग में मारे गए लोगो का हवाला देते हुए रमेश दलाल ने कहा कि सरकार हर फ्रंट पर विफल रही है.