Lok Sabha Elections 2024: नौकरी, परीक्षा और गोबर का जिक्र कर शिमला में बोले पीएम मोदी- 'डरो मत, ये ज्यादा दिन...'
Lok Sabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश के नाहन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडी गठबंधन, राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद उन्होंने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया है.

PM Modi in Mandi: हिमाचल प्रदेश के नाहन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने इंडी गठबंधन, राज्य की कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला. इस दौरान उन्होंने कहा, 'मोदी आपके लिए जान की बाजी लगा देगा, लेकिन आप पर कभी संकट नहीं आने देगा.
चुनावी जनसभा को संबोधित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ' आज मैं आपसे तीसरी बार भाजपा सरकार के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं. मुझे आशीर्वाद मेरे लिए नहीं चाहिए, मेरे परिवार, मेरी जात-बिरादरी के लिए नहीं चाहिए. मुझे आशीर्वाद चाहिए, ताकतवर भारत बनाने के लिए, विकसित भारत बनाने के लिए और विकसित हिमाचल के लिए.
राज्य की कांग्रेस सरकार पर साधा निशाना
राज्य की कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, 'एक तरफ मोदी की गारंटी है और दूसरी तरफ कांग्रेस का बर्बादी का मॉडल. सत्ता पाने के लिए कांग्रेस ने हिमाचल के लोगों से खूब झूठ बोला. इन्होंने कहा कि पहली कैबिनेट में ये होगा, वो होगा, लेकिन पहली कैबिनेट में कुछ भी नहीं हुआ, बल्कि कैबिनेट ही टूट-फूट गई.'
उन्होंने आगे कहा, 'महिलाओं को 1500 रुपये मिले क्या? पहली कैबिनेट में पांच लाख नौकरियां मिलीं क्या? महिलाओं को नौकरी तो छोड़ो, उन्होंने नौकरी की परीक्षा करवाने वाले आयोग को ही ताला लगा दिया. ये ज्यादा दिन रहने वाले नहीं हैं। डरो मत.' उन्होंने कांग्रेस व इंडी गठबंधन को स्वार्थी, अवसरवादी बताया.
ओबीसी आरक्षण को लेकर साधा निशाना
ओबीसी आरक्षण को लेकर इंडी गठबंधन पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, 'इंडी गठबंधन की साजिश का ताजा उदाहरण पश्चिम बंगाल में सामने आया है. 2 दिन पहले ही वहां कोलकाता उच्च न्यायालय ने कई मुस्लिम जातियों के आरक्षण को खत्म कर दिया. मुसलमानों की कई जातियों को इंडी गठबंधन वालों ने ओबीसी बना दिया था और ओबीसी का हक उनको दे दिया था. ऐसा करके इंडी गठबंधन ने ओबीसी के हक पर डाका डाला और संविधान की धज्जियां उड़ा दी. अब कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले के बाद इंडी गठबंधन वाले बौखलाए हुए हैं. बंगाल की मुख्यमंत्री तो सीधे-सीधे कोर्ट के फैसले को मानने से भी इनकार कर रही हैं. इनके लिए संविधान और अदालतें कोई मायने नहीं रखती. इनका सबसे सगा अगर कोई है, तो वो इनका वोटबैंक है.'
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