गौतम गंभीर का एलान- 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए निःशुल्क टीकाकरण शिविर लगवाएंगे
गौतम गंभीर फाउंडेशन पर टिप्पणी करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि उन्होंने बड़ी मात्रा में दवा खरीदी जिसके लिए काफी पैसा भी खर्च किया और लोगों की मदद भी की, लेकिन हमे यह भी देखना होगा कि उनके कारण कितने और लोगों को नुकसान हुआ.
नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी के सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि वह निःशुल्क टीकाकरण शिविर लगवाएंगे. उनका यह बयान दिल्ली सरकार के औषधि नियंत्रक की ओर से हाई कोर्ट को यह सूचित करने के कुछ घंटे के बाद आया है. एक ट्वीट कर सांसद ने कहा कि गौतम गंभीर फ़ाउंडेशन अस्पतालों के साथ मिलकर निःशुल्क टीकाकरण शिविर लगा रहा है.
उनकी यह घोषणा ऐसे समय में आई जब गुरुवार को दिल्ली सरकार के औषधि नियंत्रक ने दिल्ली हाई कोर्ट को बताया कि गौतम गंभीर फाउंडेशन अनाधिकृत तरीक़े से फेबीफ्लू की खरीद करने और कोविड-19 मरीजों के बीच इसके वितरण का दोषी पाया गया है.
हाई कोर्ट ने कहा कि बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने परोपकार का काम किया, लेकिन उनके इस कदम से बाजार में दवा की कमी हुई और लोगों को दिक़्क़तों का सामना करना पड़ा.
ड्रग कंट्रोलर का बयान
बता दें कि औषधि नियंत्रक की ओर से दिल्ली हाई कोर्ट में कहा गया है कि गौतम गंभीर की संस्था को अनाधिकृति तरीके से फेबीफ्लू दवा का भंडारण करने और उसे कोविड-19 मरीजों के बीच वितरित किया.
इससे पहले दिन में गंभीर ने अपने ट्वीट में स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह को कोट करते हुए लिखा, ''मैं इंसान हूं और मानवता को प्रभावित करने वाली चीजें मुझे प्रभावित करती हैं-सरदार भगत सिंह.''
रिपोर्ट में हुआ खुलासा
दिल्ली हाइकोर्ट में पेश की गई ड्रग कंट्रोलर की रिपोर्ट में बताया कि गौतम गंभीर फाउंडेशन ने 2349 स्ट्रिप्स फेबिफ्लू के खरीदे थे. ड्रग कंट्रोलर ने गौतम गंभीर फाउंडेशन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है कि जहां पर इन दवाओं का वितरण किया गया क्या उनके पास उसका लाइसेंस था?
गौतम गंभीर फाउंडेशन इसके साथ ही 120 ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम कर ऑथराइज्ड डीलर से उसको रिफिल करवाकर एक डॉक्टर की निगरानी में लोगों को उपलब्ध करवाया था.
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