![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
Demonetization: 'इकॉनमी कैशलेस नहीं, कमज़ोर हुई', नोटबंदी के छह साल पूरे होने पर राहुल गांधी का केंद्र पर निशाना
Six Years: Of Demonetization: पीएम नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी. इसके तहत 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद कर दिया गया था
![Demonetization: 'इकॉनमी कैशलेस नहीं, कमज़ोर हुई', नोटबंदी के छह साल पूरे होने पर राहुल गांधी का केंद्र पर निशाना Congress Rahul Gandhi Slams Narendra Modi Government on Six Years: Of Demonetization Demonetization: 'इकॉनमी कैशलेस नहीं, कमज़ोर हुई', नोटबंदी के छह साल पूरे होने पर राहुल गांधी का केंद्र पर निशाना](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/11/07/c9d9f17a701b07b9a34e87b713e6a8841667824876945528_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Demonetization Six Years: नोटबंदी को मंगलवार (8 नवंबर) को छह साल हो रहे हैं. इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी( Rahul Gandhi) ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था कमजोर हुई है.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ''काला धन नहीं आया, बस ग़रीबी आई, इकॉनमी कैशलेस नहीं, कमजोर हुई. आतंकवाद नहीं, करोड़ों छोटे व्यापार और रोजगार खत्म हुए 'राजा' ने नोटबंदी में, ‘50 दिन’ का झांसा दे कर अर्थव्यवस्था का DeMo-lition कर दिया.
कांग्रेस अध्यक्ष ने भी किया हमला?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने अभी अपनी इस विफलता को स्वीकार को नहीं किया है. साथ ही दावा किया कि इससे ही अर्थव्यवस्था औधे मुंह गिर गई. उन्होंने ट्वीट किया, ''नोटबंदी को देश से काला धन खत्म करने के वादे के साथ लाया गया था लेकिन इसने व्यवसायों और नौकरियों को बर्बाद कर दिया. इस 'मास्टरस्ट्रोक' के 6 साल बाद कैश 2016 की तुलना में 72 फीसदी अधिक है.''
काला धन नहीं आया, बस ग़रीबी आई
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 7, 2022
इकॉनमी कैशलेस नहीं, कमज़ोर हुई
आतंकवाद नहीं, करोड़ों छोटे व्यापार और रोज़गार ख़त्म हुए
'राजा' ने नोटबंदी में, ‘50 दिन’ का झांसा दे कर अर्थव्यवस्था का DeMo-lition कर दिया।
नोटबंदी का क्या उद्देश्य था?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी को घोषणा करते हुए बताया था कि अर्थव्यवस्था में भ्रष्टाचार और काले धन की समस्या को दूर करने के उद्देश्य था. इस का मकसद भारत को 'कम नकदी' वाली अर्थव्यवस्था बनाना था. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तरफ से पखवाड़े के आधार पर शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल 21 अक्टूबर तक जनता के बीच चलन में मौजूद मुद्रा का स्तर बढ़कर 30.88 लाख करोड़ रुपये हो गया.
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी. इसके तहत 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद कर दिए था. इसके कुछ दिन बाद ही सरकार ने 500 और 2000 रुपये के नए नोट जारी किए थे.
यह भी पढे़ं- UP Politics: 'नोटबंदी' के 6 साल पर अखिलेश यादव का BJP पर हमला, कहा- 'खाली पेट विश्वगुरु बनने का दिखा रही सपना'
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/045c7972b440a03d7c79d2ddf1e63ba1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)