CDS Anil Chauhan Gorakhpur Visit: गोरखपुर के 2 दिवसीय दौरे पर CDS जनरल अनिल चौहान, CM योगी संग गोरखनाथ मंदिर में की पूजा
CDS Anil Chauhan Gorakhpur Visit: सीडीएस जनरल अनिल चौहान का यह दौरा कई मायनों में खास माना जा रहा है. उनका ये दौरा उत्तर प्रदेश के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को भी दर्शाता है.

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में गुरुवार शाम (4 सितंबर, 2025) को गुरु गोरखनाथ के दर्शन किए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस दौरान मौजूद रहे. इस अवसर पर गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने सीडीएस को अंगवस्त्र और गोरखनाथ की प्रतिमा स्मृति स्वरूप भेंट की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की सेवा में जनरल चौहान के योगदान की सराहना की.
बता दें कि सीडीएस जनरल अनिल चौहान 2 दिवसीय गोरखपुर दौरे पर हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ वो गुरुवार को गोरखा भर्ती डिपो में गोरखा युद्ध स्मारक के सौंदर्यीकरण और गोरखा संग्रहालय के निर्माण हेतु आयोजित भूमि पूजन-शिलान्यास समारोह में शामिल हुए. कार्यक्रम के बाद वह गोरखनाथ मंदिर पहुंचे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में शिवावतार गुरु गोरखनाथ के दर्शन किए और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन किया.
श्री गोरखनाथ मंदिर में आज चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान जी ने गोरक्षपीठाधीश्वर, महंत श्री @myogiadityanath जी महाराज की उपस्थिति में शिवावतारी महायोगी गुरु श्री गोरखनाथ जी के दर्शन-पूजन किए।
— Shri Gorakhnath Mandir (@GorakhnathMndr) September 4, 2025
इस अवसर पर प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ जी ने सीडीएस जनरल अनिल चौहान जी को… pic.twitter.com/17qhnkb0fE
सीडीएस जनरल अनिल चौहान के दौरे को लेकर सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर की. मुख्यमंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने गोरखा युद्ध से जुड़े एक संग्रहालय का शिलान्यास भी किया है.
क्यों खास है सीडीएस चौहान का ये दौरा
सीडीएस जनरल अनिल चौहान का यह दौरा कई मायनों में खास माना जा रहा है. जानकारों के मुताबिक सैन्य प्रमुख का धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल पर आना देश की आध्यात्मिक परंपराओं के प्रति सम्मान को दिखाता है. इसके अलावा उनका ये दौरा उत्तर प्रदेश के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को भी दर्शाता है. इसके अलावा ये भी दिखाता है कि देश के टॉप आर्मी ऑफिसर भी अपनी जड़ों और आस्था से गहराई से जुड़े हुए हैं.
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Source: IOCL





















