बिटकॉइन घोटाला मामले में CBI की बड़ी कार्रवाई! 60 जगहों पर रेड, 23.94 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी जब्त
Bitcoin Scam CBI Raid: सीबीआई ने 6,600 करोड़ रुपये के गैनबिटकॉइन बिटकॉइन घोटाले की जांच में देशभर में 60 जगहों पर छापेमारी की. इस घोटाले के मास्टरमाइंड अमित और अजय भारद्वाज थे.

CBI Action In Gain Bitcoin Scam: GainBitcoin घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 25 और 26 फरवरी 2025 को देशभर में कई राज्यों में सर्च ऑपरेशन किए. इस दौरान महत्वपूर्ण डिजिटल सबूत और वर्चुअल एसेट्स जब्त की गईं, जिससे क्रिप्टोकरेंसी घोटाले की विस्तृत जानकारी सामने आई.
CBI ने अपनी जांच के तहत दिल्ली, पुणे, नांदेड़, कोल्हापुर, मुंबई, बेंगलुरु, चंडीगढ़, मोहाली, झांसी और हुबली सहित 60 से अधिक स्थानों पर छापे मारे. यह घोटाला 2015 में अमित भारद्वाज (मृतक), अजय भारद्वाज और अन्य लोगों की ओर से शुरू किया गया था. इस योजना के तहत निवेशकों को 18 महीनों के लिए बिटकॉइन निवेश पर 10% प्रति माह रिटर्न देने का वादा किया गया था.
कैसे हुआ निवेशकों को नुकसान?
यह योजना मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) मॉडल पर आधारित थी. निवेशकों को रेफरल कमीशन का लालच देकर जोड़ा गया. शुरुआत में कुछ निवेशकों को बिटकॉइन में भुगतान किया गया. 2017 में जब यह स्कीम ध्वस्त हुई, तो भुगतान MCAP नामक इन-हाउस क्रिप्टोकरेंसी में किया गया, जिसकी कीमत बेहद कम थी. इससे निवेशकों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ.
CBI ने जब्त किए डिजिटल एसेट्स और दस्तावेज
छापेमारी के दौरान CBI को 23.94 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी, कई हार्डवेयर क्रिप्टो वॉलेट, 121 दस्तावेज, 34 लैपटॉप/हार्ड डिस्क, 12 मोबाइल फोन और कई ईमेल और इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप डंप मिले हैं.
क्या है GainBitcoin घोटाला?
2015 में शुरू की गई इस ठगी करने वाली योजना ने निवेशकों को 18 महीनों के लिए बिटकॉइन निवेश पर 10% प्रति महीने रिटर्न देने का वादा किया था. इस योजना का स्ट्रक्चर मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) जैसी थी, जिसमें रेफरल के लिए आकर्षक कमीशन के माध्यम से निवेशकों को लुभाया गया.
जांच अभी जारी
CBI जब्त किए गए दस्तावेजों और डिजिटल उपकरणों का विश्लेषण कर रही है. इससे धन के दुरुपयोग और संभावित अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के बारे में जानकारी मिलने की उम्मीद है. यह मामला भारत में क्रिप्टोकरेंसी निवेश घोटालों का एक बड़ा उदाहरण है, जहां नए निवेशकों को ऊंचे रिटर्न का लालच देकर ठगा गया. CBI इस मामले में आगे की जांच जारी रखेगी.
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Source: IOCL























