पूर्व पीएम वाजपेयी की जयंती पर 'सदैव अटल' स्मृति स्थल का उद्घाटन, राष्ट्रपति और पीएम समेत कई दिग्गज रहे मौजूद
समाधि पर कमल के फूल आकार में एक पारदर्शी पत्थर लगाया गया है, जिसमें रात को लाइट ज्योति की तरह दिखाई देती है. समाधि की दीवरों पर पूर्व पीएम की कई कविताएं भी लिखीं हैं. इसे बनाने में करीब 11 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.

नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी की 94वीं जयंती के मौके पर केंद्र सरकार आज कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है. इस मौके पर राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर बने स्मारक 'सदैव अटल' का उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, लालकृष्ण आडवाणी, अमित शाह, कई केंद्रीय मंत्री समेक बहुत सारी हस्तियां मौजूद रहीं.
करीब डेढ़ एकड़ में बने 'सदैव स्मारक' समाधि स्थल को बनाने में एक भी पेड़ नहीं काटा गया है. समाधि पर कमल के फूल आकार में एक पारदर्शी पत्थर लगाया गया है, जिसमें रात को लाइट ज्योति की तरह दिखाई देती है. समाधि की दीवरों पर पूर्व पीएम की कई कविताएं भी लिखीं हैं. इसे बनाने में करीब 11 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. 17 अगस्त को पूर्व पीएम वाजपेयी का अंमित संस्कार भी इसी गहज पर हुआ था.
कार्यक्रम में मौजीद सभी लोगों ने पूर्व पीएम वाजयेपी को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके साथ ही गायक पंकज उधास ने भजन प्रस्तुति दी. पंकज उधास ने पूर्व पीएम वाजपेयी कविता 'कदम मिलाकर चलना होगा' को भी गाया. स्मारक में पूर्व पीएम अटल के कवि, मानवतावादी और राजनेता की छवि को दिखाया गया है. इससे पहले कल सरकार ने अटल विहारी वाजपेयी की याद में 100 रुपए का सिक्के भी जारी किया था.
एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर एक खाली जमीन को केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय ने मुहैया कराया. अधिकारी ने कहा, ‘‘अटल के विचार और दृष्टिकोण देश के लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं. लोगों को इस महान हस्ती को श्रद्धासुमन अर्पित करने में सहयोग करने के लिए सोसायटी ने उनकी समाधि को विकसित करने की पहल की.’’
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सोसायटी के अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा ने पीटीआई को बताया कि स्मारक डेढ़ एकड़ जमीन पर फैला हुआ है, जहां 17 अगस्त को वाजपेयी का अंतिम संस्कार हुआ था.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























