EXPLAINED: IPL 2025 जीतने के बावजूद क्यों बिकने की कगार पर RCB! कौन होगा नया मालिक, विराट कोहली का क्या होगा?
ABP Explainer: एक्सपर्ट्स के मुताबिक, USL का लेटर SEBI में गया है, तो यकीनन टीम बिकने वाली है. वैसे भी टीम को बेचने की खबरें पहले भी उठ चुकी हैं, लेकिन शायद कंपनी को सही मौके का इंतजार था.

3 जून 2025... इस दिन करीब 17 साल बाद रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु (RCB) ने पहली बार IPL जीता था. देशभर में RCB की जीत का जश्न ऐसे मनाया गया, जैसे इंडिया टीम के वर्ल्ड कप जीतने पर होता है. लेकिन अब यह टीम बिकने की कगार पर पहुंच गई है. 5 नवंबर को RCB की मालिक कंपनी डियाजियो की भारतीय इकाई यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को एक लेटर लिखा है, जिसके बाद RCB की बिकवाली तय मानी जा रही है.
तो आइए ABP एक्सप्लेनर में समझते हैं कि क्या वाकई RCB टीम बिकने वाली है, कौन होगा टीम का नया मालिक और क्या विराट कोहली बाहर हो जाएंगे...
सवाल 1- डियाजियो के लेटर में क्या लिखा है, जिससे RCB के बिकने की चर्चा होने लगी है?
जवाब- डियाजियो USL ने लेटर में RCB के स्वामित्व की 'स्ट्रैटजिक रिव्यू' की घोषणा की. यह लेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज ऑफ इंडिया (SEBI) के रेगुलेशन 30 के तहत डिस्क्लोजर के रूप में भेजा गया था. इस घोषणा के बाद RCB के बिकने की अफवाहें तेज हो गईं, क्योंकि यह कंपनी के लिए IPL फ्रैंचाइजी को बेचने का संकेत माना जा रहा है. यह प्रक्रिया RCB की पुरुष और महिला दोनों टीमों के लिए होगी और कंपनी को उम्मीद है कि समीक्षा 31 मार्च 2026 तक पूरी हो जाएगी. इस लेटर के तहत-
- USL अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी रॉयल चैलेंजर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (RCSPL) में निवेश की रणनीतिक समीक्षा शुरू कर रही है.
- RCSPL का बिजनेस RCB की IPL (मेन) और WPL (वुमेंस) टीमों का स्वामित्व है.
- यह कदम USL और डियाजियो की भारत पोर्टफोलियो की समीक्षा को मजबूत करने के लिए है, ताकि सभी स्टेकहोल्डर्स के लिए लॉन्ग-टर्म वैल्यू बनी रहे.
- रिपोर्ट्स के मुताबिक, RCB की वैल्यू 2 बिलियन डॉलर यानी करीब 17 हजार करोड़ रुपए हो सकती है.
USL के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO प्रवीण सोमेश्वर ने कहा कि RCB कंपनी के लिए हमेशा एक अहम ब्रांड रहा है. USL और डियाजियो अपने भारत के कारोबार की समय-समय पर समीक्षा करते रहते हैं, ताकि कंपनी का कामकाज बेहतर हो और आगे भी मजबूत बना रहे. USL सुनिश्चित करेगी कि RCB टीम और उससे जुड़े लोगों के हित पूरी तरह सुरक्षित रहें.
सवाल 2- डियाजियो RCB को बेचना क्यों चाहती है?
जवाब- स्पोर्ट्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक, RCB को बेचना कोई अचानक फैसला नहीं है, बल्कि जून 2025 से चर्चाएं चल रही थीं और 5 नवंबर 2025 के लेटर ने इसे आधिकारिक बना दिया. डियाजियो इन 5 वजहों से RCB टीम बेच सकती है...
- कोर बिजनेस पर फोकस: डियाजियो का मुख्य व्यवसाय अल्कोहल ब्रांड्स, जैसे जॉनी वॉकर, स्मिरनॉफ और मैकडॉवेल्स समेत कई बिजनेस हैं. RCB जैसी स्पोर्ट्स फ्रैंचाइजी नॉन-कोर एसेट है, जो कंपनी के प्राइमरी रेवेन्यू स्ट्रीम से अलग है. वैश्विक स्तर पर डियाजियो प्रीमियमाइजेशन (हाई-एंड ब्रांड्स पर फोकस) औऱ डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर ध्यान दे रही है. RCB रखना इस रणनीति से मेल नहीं खाता है.
- नियामक दबाव और ब्रांड इमेज: अल्कोहल कंपनियों पर स्पोर्ट्स में अप्रत्यक्ष विज्ञापन का प्रतिबंध है. हालांकि, USL ने RCB को अलग सब्सिडियरी (RCSPL) में रखा है, फिर भी सरकारी स्क्रूटनी बनी रहती है. 2023 में BCCI ने भी अल्कोहल-लिंक्ड ओनरशिप पर सवाल उठाए थे. डियाजियो इसे जोखिम मान रही है.
- वित्तीय अनुकूलन: RCB की वैल्यूएशन 17 हजार करोड़ रुपए तक अनुमानित है. यह USL के लिए बड़ा कैश इनफ्लो हो सकता है. 2025 से पहले तक IPL में RCB ट्रॉफी नहीं जीत पाई थी, लेकिन प्लेयर्स, मार्केटिंग और स्टेडियम का खर्च लगातार बढ़ रहा था. डियाजियो चाहती है कि यह पैसा कोर बिजनेस ग्रोथ में लगे.
- चिन्नास्वामी स्टेडियम भगदड़ का असर: RCB की जीत सेलिब्रेशन के दौरान हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद पब्लिक और मीडिया प्रेशर बढ़ा, जिससे USL पर सुरक्षा जिम्मेदारी के सवाल उठे. यह घटना डियाजियो के लिए रिप्यूटेशनल रिस्क बन गई, जिसने बिक्री की सोच को तेज किया.
- IPO और वैल्यू अनलॉक की योजना: USL लंबे समय से RCB को अलग से लिस्ट करने की बात कर रही थी, लेकिन अब सीधे बिक्री को बेहतर विकल्प मान रही है. बिक्री से मिला पैसा डेट रिडक्शन और शेयरहोल्डर्स को रिटर्न देने में इस्तेमाल हो सकता है.
सवाल 3- तो क्या वाकई RCB बिकने वाली है या सिर्फ अफवाह है?
जवाब- एक्सपर्ट्स के मुताबिक, USL का लेटर SEBI में गया है, तो जाहिर है कि टीम बिकने वाली है. वैसे भी टीम को बेचने की खबरें पहले भी उठ चुकी हैं. लेकिन शायद कंपनी को सही मौके का इंतजार था. यानी मान सकते हैं कि RCB के बिकने के चांस बहुत ज्यादा हैं.
अब तक IPL की सबसे महंगी टीम लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) है. अगर RCB बिकती है, तो यह IPL के इतिहास का सबसे बड़ा सौदा होगा. 2021 में जब IPL मे दो नई टीमें लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) और गुजरात टाइटंस (GT) जोड़ी गई थीं, तब LSG को RPSG ग्रुप ने 7,090 करोड़ रुपए में और गुजरात को CVC कैपिटल ने 5,625 करोड़ रुपए में खरीदा था. ये अब तक की सबसे बड़ी फ्रैंचाइजी डील्स मानी जाती है. अब RCB की वैल्यू 17 हजार करोड़ रुपए आंकी जा रही है, जो LSG और GT की खरीद कीमत से कहीं ज्यादा है.
सवाल 4- RCB का नया मालिक कौन बन सकता है?
जवाब- मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 6 कंपनियां RCB को खरीदने में दिलचस्पी रखती हैं...
- अडाणी ग्रुप: गौतम अडाणी की कंपनी IPL में नई टीम के रूप में एंट्री करना चाहती है. 2022 में लखनऊ और अहमदाबाद टीमों की नीलामी में अहमदाबाद के लिए बोली हार गई थी, लेकिन अब RCB को खरीदने में सबसे आगे मानी जा रही है. अदानी ग्रुप पहले से ही WPL में गुजरात जायंट्स का मालिक है. स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर और मार्केटिंग में मजबूत पकड़ होने से कोई बड़ी बाधा नहीं दिख रही है.
- JSW ग्रुप (पार्थ जिंदल): सज्जन जिंदल के बेटे पार्थ जिंदल दिल्ली कैपिटल्स (DC) के 50% शेयरहोल्डर हैं. JSW ग्रुप इंडियन सुपर लीग फुटबॉल टीम में बेंगलुरु FC का भी मालिक है. BCCI के क्रॉस-ओनरशिप नियमों के मुताबिक, एक ही व्यक्ति या ग्रुप दो IPL टीमों का मालिक नहीं हो सकता. इसलिए RCB खरीदने के लिए JSW को दिल्ली कैपिटल्स से पूरी तरह बाहर निकलना पड़ेगा.
- अदार पूनावाला (सीरम इंस्टीट्यूट): पुणे बेस्ड अदार पूनावाला भारत के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक हैं और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के CEO हैं. वे स्पोर्ट्स इन्वेस्टमेंट में नई एंट्री करना चाहते हैं. अभी तक उनकी कोई IPL या क्रिकेट टीम नहीं है, इसलिए BCCI नियमों में कोई टकराव नहीं होगा. ट्रांजिशन आसान रह सकता है.
- रवि जयपुरिया (देवयानी इंटरनेशनल): दिल्ली बेस्ड बिजनेसमैन रवि जयपुरिया देवयानी इंटरनेशनल के चेयरमैन हैं, जो KFC, Pizza Hut और Costa Coffee की फ्रैंचाइजी चलाती है. F&B और रियल एस्टेट सेक्टर में मजबूत मौजूदगी है. स्पोर्ट्स में पहले अनुभव कम है, लेकिन इतनी बड़ी वैल्यूएशन वाली डील के लिए कैश और विजन दोनों रखते हैं. रिपोर्ट्स में इन्हें मजबूत दावेदार बताया जा रहा है.
- दो US-बेस्ड प्राइवेट इक्विटी फर्म्स: दो अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी कंपनियां भी रुचि दिखा रही हैं, जो भारतीय पार्टनर्स के साथ मिलकर बोली लगा सकती हैं. हालांकि, अभी नाम सामने नहीं आए हैं.
सवाल 5- अगर टीम बिक गई तो विराट कोहली का क्या होगा?
जवाब- स्पोर्ट्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक, विराट कोहली टीम के सबसे बड़े चेहरे रहे हैं और जब दूसरे खिलाड़ी फ्रैंचाइजी बदल चुके हैं, तब भी वे RCB के लिए वफादार रहे. इस भारतीय स्टार ने कई मौकों पर कहा है कि वे फ्रैंचाइजी तभी छोड़ेंगे, जब वह रिटायर हो जाएंगे. एक खिलाड़ी के रूप में कोहली का कॉन्ट्रैक्ट फ्रैंचाइजी के साथ ही है, न कि डियाजियो के साथ. यानी स्वामित्व में बदलाव से टीम में उनकी जगह पर कोई असर नहीं पड़ेगा. हालांकि, कोई भी नया स्वामित्व ग्रुप टीम के लिए एक अलग मैनेजमेंट और गाइ़डेंस ला सकता है, जो कोहली के लिए बेहतर भी हो सकता है और नहीं भी.
सवाल 6- बीते 17 सालों में RCB का सफर कैसा रहा और कितने उतार-चढ़ाव देखने को मिले?
जवाब- 2008 में IPL शुरू होने के बाद से RCB ने अब तक सिर्फ एक IPL खिताब जीता है. वहीं, 2024 में WPL में विमेंस टीम भी एक बार विनर बनी है. फिर भी यह टीम सबसे महंगी तीन फ्रेंचाइजियों में से एक मानी जाती है। इसकी दो बड़ी वजहें हैं, एक विराट कोहली जैसे सुपरस्टार खिलाड़ी की मौजूदगी और दूसरा टीम का विशाल फैन बेस (फैनडम). लेकिन RCB का सफर आसान नहीं रहा...
- IPL के उद्घाटन एडिशन यानी 2008 में वह 7वें स्थान पर रही.
- 2009 में वह दमदार प्रदर्शन की बदौलत दूसरे स्थान पर रही.
- 2010 में RCB ने अच्छा प्रदर्शन जरूर किया, लेकिन तीसरे स्थान पर रही.
- 2011 में RCB फाइनल तक पहुंची, लेकिन जीत नहीं सकी और दूसरे स्थान पर रही.
- 2012 और में वह पांचवें स्थान पर ही पहुंच सकी.
- 2013 में RCB का प्रदर्शन पूरी तरह फ्लॉप रहा और विराट कोहली के नेतृत्व में टीम अंक तालिका में आखिरी यानी आठवें स्थान पर रही.
- 2014 में भी RCB की स्थिति नहीं सुधरी और वह सातवें स्थान पर रही.
- 2015 में कोहली के नेतृत्व वाली RCB ने अपना प्रदर्शन सुधारा और तीसरे स्थान पर रही.
- 2016 में कोहली की सेना खिताब से चूकी और दूसरे स्थान पर रही.
- 2017 में एक बार फिर RCB का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और वह पॉइंट टेबल में अंतिम स्थान पर रही.
- 2018 में छठे और 2019 में सबसे निचले पायदान पर रही, जबकि 2020 में टीम चौथे नंबर पर रही.
- 2021 में टीम तीसरे स्थान पर रही। जबकि 2022 में चौथे, 2023 में छठे और 2024 में चौथे स्थान पर रही.
पहले RCB के मालिक शराबी कारोबारी विजय माल्या थे. लेकिन 2016 में जब माल्या मुश्किल में फंसे, तो डियाजियो ने उनकी शराब कंपनी के साथ-साथ RCB को भी खरीद लिया. RCB को 2008 में विजय माल्या ने 111.6 मिलियन डॉलर में खरीदा था. उस समय के हिसाब से रुपए में ये रकम करीब 476 करोड़ रुपए थी. ये उस समय दूसरी सबसे महंगी IPL टीम थी. माल्या की कंपनी USL के पास RCB का मालिकाना हक था.
2014 में डियाजियो ने USL में बड़ी हिस्सेदारी खरीदी और 2016 तक माल्या के बाहर होने के बाद RCB की पूरी ओनरशिप डियाजियो के पास आ गई. अभी RCB का संचालन USL की सब्सिडियरी रॉयल चैलेंजर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (RCSPL) करती है.
Source: IOCL
























