ये दोनों युवक ब्राह्मण परिवार से हैं और पारंपरिक संस्कृत व वैदिक अध्ययन के जानकार हैं। इसी वजह से इनका उच्चारण साफ, लय संतुलित और भाव प्रभावशाली है।
Viral Shiv Mantra: रावण के शिव तांडव से भी कठिन है ये रहस्यमय शिव मंत्र, सुनकर दंग रह जाएंगे!
Shiv Tandav Viral Mantra: शिव तांडव से भी कहीं ज्यादा कठिन हैं शिव नृत्य से जुड़ा ये संगीत, जिसे दो ब्रह्माण भाइयों ने गाया है. सोशल मीडिया पर इस वीडियो को काफी पसंद किया जा रहा है. देखें वीडियो.

Shiv Tandav Viral Mantra: शिव तांडव स्त्रोत्र शिव जी के नृत्य से जुड़ा एक ऐसा संगीत जिसे रावण ने लिखा था. जिसके बोल रौद्र भाव और शिव नाम को समर्पित है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शिव नृत्य (तांडव) से जुड़ा संगीत सुनाएंगे जो शिव तांडव स्त्रोत्र से भी ज्यादा रौद्र और कठिन हैं.
बता दें कि ये वीडियो शिव तांडव बिल्कुल नहीं हैं, बल्कि ये शैव परंपरा से जुड़ा जटिल मंत्र है, जिसे दो ब्राह्माण भाईयों ने गायन की शैली में दुनिया के सामने प्रस्तुत किया है.
ब्रह्माण भाइयों का वीडियो वायरल
वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहे दोनों भाई पांरपरिक वस्त्र धारण किए शिव मंत्र का उच्चारण कर रहे हैं. मंत्र की संरचना इतनी कठिन है कि इसे न केवल पढ़ना, बल्कि सही लय और उच्चारण के साथ गाना भी मुश्किल है. यही कारण है कि शिव नृत्य संगीत से जुड़ा ये वीडियो काफी पसंद किया जा रहा है.
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शिव तांडव स्तोत्र से कितना अलग है शिव का ये मंत्र?
शिव के इस मंत्र में तेज उच्चारण, निरंतर प्रवाहित शब्द और उग्र भाव की वजह से लोगों को यह शिव तांडव जैसा प्रतीत हो रहा है लेकिन बता दें कि, शिव तांडव का यह अलग स्तोत्र है, जिसकी रचना और शब्द उच्चारण कठिन होने के साथ मुश्किल है. वायरल वीडियो का मंत्र-
'टटकिटटट्टकिट्टटटकिट्टटटदृटकिट्टटट्ट किदृटकिटटट्टकिट्ट टकिटदृटटोन्मुखटंकृतिस्फुटोत्कटपट हादिनिस्वनवियप्तलताधिग्तलता टितार्भटोत्पटपटतांण्डवाटन टकारूणुतवसवेशपाहिमाम्॥'
मंत्र की सबसे बड़ी खासियत?
वायरल हो रहे शिव मंत्र की सबसे बड़ी खासियत इसका लगातार प्रवाह होना, जिसमें रुकने की गुंजाइश न के बराबर है. मंत्र उच्चारण में जरा सी चूक आपके पूरे अर्थ और प्रवाह को बिगड़ सकती है. इसी वजह से इसे साधारण भजन या मंत्र नहीं कहा जा सकता है. इस मंत्र का पाठ करने के लिए सांसों पर काबू, संस्कृत का ज्ञान और निरंतर अभ्यास की जरूरत है.
कौन हैं ये ब्राह्मण भाई?
वीडियो में दिखाई दे रहे दोनों युवक ब्रह्माण परिवार से बताए जा रहे हैं और जिन्हें पारंपरिक संस्कृत और वैदिक अध्ययन का जानकार बताया जा रहा है. यही कारण हैं कि, उनका उच्चारण साफ, लय संतुलित और भाव प्रभावशाली है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो पर लोगों प्रतिक्रिया?
इस वायरल हो रहे हैं वीडियो के नीचे कई तरह के कमेंट्स किए गए हैं, जिनमें कुछ लोग इसी दिव्य अनुभव बता रहे हैं तो कुछ लोग उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं. कुल मिलाकर, यह वीडियो केवल मात्र वीडियो ही नहीं, बल्कि लोगों को शिव के उन मंत्रों से ज्ञात करा रहा है, जिससे दुनिया आज भी अनजानी हैं.
शिव तांडव स्त्रोत
जटाटवीगलज्जलप्रवाहपावितस्थले
गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्गतुङ्गमालिकाम् ।
डमड्डमड्डमड्डमन्निनादवड्डमर्वयं
चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम् ॥१॥
जटाकटाहसम्भ्रमभ्रमन्निलिम्पनिर्झरी_
विलोलवीचिवल्लरीविराजमानमूर्धनि ।
धगद्धगद्धगज्जलल्ललाटपट्टपावके
किशोरचन्द्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम ॥२॥
धराधरेन्द्रनन्दिनीविलासबन्धुबन्धुर
स्फुरद्दिगन्तसन्ततिप्रमोदमानमानसे ।
कृपाकटाक्षधोरणीनिरुद्धदुर्धरापदि
क्वचिद्दिगम्बरे मनो विनोदमेतु वस्तुनि ॥३॥
जटाभुजङ्गपिङ्गलस्फुरत्फणामणिप्रभा
कदम्बकुङ्कुमद्रवप्रलिप्तदिग्वधूमुखे ।
मदान्धसिन्धुरस्फुरत्त्वगुत्तरीयमेदुरे
मनो विनोदमद्भुतं बिभर्तु भूतभर्तरि ॥४॥
सहस्रलोचनप्रभृत्यशेषलेखशेखर_
प्रसूनधूलिधोरणी विधूसराङ्घ्रिपीठभूः ।
भुजङ्गराजमालया निबद्धजाटजूटकः
श्रियै चिराय जायतां चकोरबन्धुशेखरः ॥५॥
ललाटचत्वरज्वलद्धनञ्जयस्फुलिङ्गभा_
निपीतपञ्चसायकं नमन्निलिम्पनायकम् ।
सुधामयूखलेखया विराजमानशेखरं
महाकपालिसम्पदेशिरोजटालमस्तु नः ॥६॥
करालभालपट्टिकाधगद्धगद्धगज्ज्वलद्_
धनञ्जयाहुतीकृतप्रचण्डपञ्चसायके ।
धराधरेन्द्रनन्दिनीकुचाग्रचित्रपत्रक
प्रकल्पनैकशिल्पिनि त्रिलोचने रतिर्मम ॥७॥
नवीनमेघमण्डली निरुद्धदुर्धरस्फुरत्_
कुहूनिशीथिनीतमः प्रबन्धबद्धकन्धरः ।
निलिम्पनिर्झरीधरस्तनोतु कृत्तिसिन्धुरः
कलानिधानबन्धुरः श्रियं जगद्धुरंधरः ॥८॥
प्रफुल्लनीलपङ्कजप्रपञ्चकालिमप्रभा_
वलम्बिकण्ठकन्दलीरुचिप्रबद्धकन्धरम् ।
स्मरच्छिदं पुरच्छिदं भवच्छिदं मखच्छिदं
गजच्छिदान्धकच्छिदं तमन्तकच्छिदं भजे ॥९॥
अखर्वसर्वमङ्गलाकलाकदम्बमञ्जरी_
रसप्रवाहमाधुरीविजृम्भणामधुव्रतम् ।
स्मरान्तकं पुरान्तकं भवान्तकं मखान्तकं
गजान्तकान्धकान्तकं तमन्तकान्तकं भजे ॥१०॥
जयत्वदभ्रविभ्रमभ्रमद्भुजङ्गमश्वसद्_
विनिर्गमत्क्रमस्फुरत्करालभालहव्यवाट् ।
धिमिद्धिमिद्धिमिध्वनन्मृदङ्गतुङ्गमङ्गल_
ध्वनिक्रमप्रवर्तितप्रचण्डताण्डवः शिवः ॥११॥
दृषद्विचित्रतल्पयोर्भुजङ्गमौक्तिकस्रजोर्_
गरिष्ठरत्नलोष्ठयोः सुहृद्विपक्षपक्षयोः ।
तृणारविन्दचक्षुषोः प्रजामहीमहेन्द्रयोः
समप्रवृत्तिकः कदा सदाशिवं भजाम्यहम् ॥१२॥
कदा निलिम्पनिर्झरीनिकुञ्जकोटरे वसन्
विमुक्तदुर्मतिः सदा शिरःस्थमञ्जलिं वहन् ।
विमुक्तलोललोचनो ललामभाललग्नकः
शिवेति मन्त्रमुच्चरन्कदा सुखी भवाम्यहम् ॥१३॥
इमं हि नित्यमेवमुक्तमुत्तमोत्तमं स्तवं
पठन्स्मरन्ब्रुवन्नरो विशुद्धिमेतिसंततम् ।
हरे गुरौ सुभक्तिमाशु याति नान्यथा गतिं
विमोहनं हि देहिनां सुशङ्करस्य चिन्तनम् ॥१४॥
पूजावसानसमये दशवक्त्रगीतं यः
शम्भुपूजनपरं पठति प्रदोषे ।
तस्य स्थिरां रथगजेन्द्रतुरङ्गयुक्तां
लक्ष्मीं सदैव सुमुखीं प्रददाति शम्भुः ॥१५॥
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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वायरल वीडियो में दिख रहे ब्राह्मण भाई कौन हैं?
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Source: IOCL
























