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सिर्फ दिखावा नहीं! लग्जरी प्रॉपर्टी बन रही है स्मार्ट जनरेशन की पहली पसंद
आज की स्मार्ट जनरेशन लग्जरी प्रॉपर्टी को सिर्फ दिखावे के लिए नहीं बल्कि एक स्मार्ट इन्वेस्टमेंट और स्थायी इनकम के रूप में देख रही है. वेकेशन होम्स अब आराम और कमाई दोनों का जरिया बनते जा रहे हैं.

सिर्फ दिखावा नहीं, कमाई का जरिया बन रही है लग्जरी प्रॉपर्टी
Source : pexels
भारत में तेजी से बदलती लाइफस्टाइल और बढ़ती हुई आय के बीच अब रियल स्टेट को लेकर लोगों का नजरिया भी बदल रहा है. खासकर युवाओं में चाहे वह सिंगल हो या कपल अब प्रॉपर्टी सिर्फ एक जरूरत या दिखावे की चीज नहीं रह गई है. बल्कि लंबे समय के लिए संपत्ति निर्माण का जरिया बनती जा रही है. इसमें सबसे तेज उभार लग्जरी प्रॉपर्टी सेगमेंट में देखा जा रहा है.
वेकेशन होम अब लग्जरी नहीं जरूरत बन रही है
कुछ साल पहले तक छुट्टियों के घर को केवल एक लग्जरी या फिजूलखर्ची की चीज माना जाता था. लेकिन आज की पीढ़ी इसे सुकून या ब्रेक के लिए नहीं बल्कि स्मार्ट इन्वेस्टमेंट और मनी मैनेजमेंट का हिस्सा मान रही है. वीकेंड गेटवे, स्टेकैशन्स और हाइब्रिड वर्क कल्चर ने लोगों के रहने के तौर तरीकों को पूरी तरह बदल दिया है.
80 प्रतिशत तक बढ़ रही है लग्जरी प्रॉपर्टी की बिक्री
आज वेकेशन होम्स महज लोगों का सपना नहीं रह गया है. बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी और फाइनेंशियल प्लानिंग का हिस्सा बन चुका है. रिपोर्ट्स के अनुसार 5 करोड़ या उससे ऊपर की प्रॉपर्टी की सेगमेंट में 2023 की तुलना में 80 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई है. इसे साफ है कि अब लग्जरी प्रॉपर्टी सिर्फ दिखावे तक सीमित नहीं रही है.
बदल चुकी है घर की परिभाषा
हाइब्रिड और रिमोट वर्क कल्चर के चलते अब लोग शहरों के बाहर नेचुरल माहौल में बसे ऐसे घरों की तलाश कर रहे हैं. जहां वे काम और आराम दोनों का संतुलन बना सके. ऐसे में वेकेशन होम्स अब सिर्फ छुट्टियों के लिए नहीं बल्कि पूरे साल इस्तेमाल होने वाले मल्टीपर्पज स्पेस बनते जा रहे हैं.
कमाई का जरिया भी बन रही लग्जरी प्रॉपर्टीज
अब लग्जरी प्रॉपर्टी को सिर्फ रहने के लिए नहीं खरीदा जा रहा. बल्कि लोग उसमें पूरे साल के कुछ समय रहते हैं. बाकी समय रेंट पर देकर आय का जरिया भी बना रहे हैं. इससे न केवल ईएमआई और मेंटेनेंस खर्च कवर होता है बल्कि कहीं बार एक्स्ट्रा आय भी हो जाती है.
मिड टर्म रेंटल्स का भी बढ़ा क्रेज
लग्जरी सेगमेंट में मिड टर्म रेंटल्स की मांग भी तेजी से बढ़ रही है. इससे साफ है कि आज की पीढ़ी लग्जरी को सिर्फ स्टेटस सिंबल नहीं बल्कि स्मार्ट, लचीला और प्रैक्टिकल निवेश मानती है.
वेकेशन होम अब लग्जरी नहीं जरूरत बन रही है
कुछ साल पहले तक छुट्टियों के घर को केवल एक लग्जरी या फिजूलखर्ची की चीज माना जाता था. लेकिन आज की पीढ़ी इसे सुकून या ब्रेक के लिए नहीं बल्कि स्मार्ट इन्वेस्टमेंट और मनी मैनेजमेंट का हिस्सा मान रही है. वीकेंड गेटवे, स्टेकैशन्स और हाइब्रिड वर्क कल्चर ने लोगों के रहने के तौर तरीकों को पूरी तरह बदल दिया है.
80 प्रतिशत तक बढ़ रही है लग्जरी प्रॉपर्टी की बिक्री
आज वेकेशन होम्स महज लोगों का सपना नहीं रह गया है. बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी और फाइनेंशियल प्लानिंग का हिस्सा बन चुका है. रिपोर्ट्स के अनुसार 5 करोड़ या उससे ऊपर की प्रॉपर्टी की सेगमेंट में 2023 की तुलना में 80 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई है. इसे साफ है कि अब लग्जरी प्रॉपर्टी सिर्फ दिखावे तक सीमित नहीं रही है.
बदल चुकी है घर की परिभाषा
हाइब्रिड और रिमोट वर्क कल्चर के चलते अब लोग शहरों के बाहर नेचुरल माहौल में बसे ऐसे घरों की तलाश कर रहे हैं. जहां वे काम और आराम दोनों का संतुलन बना सके. ऐसे में वेकेशन होम्स अब सिर्फ छुट्टियों के लिए नहीं बल्कि पूरे साल इस्तेमाल होने वाले मल्टीपर्पज स्पेस बनते जा रहे हैं.
कमाई का जरिया भी बन रही लग्जरी प्रॉपर्टीज
अब लग्जरी प्रॉपर्टी को सिर्फ रहने के लिए नहीं खरीदा जा रहा. बल्कि लोग उसमें पूरे साल के कुछ समय रहते हैं. बाकी समय रेंट पर देकर आय का जरिया भी बना रहे हैं. इससे न केवल ईएमआई और मेंटेनेंस खर्च कवर होता है बल्कि कहीं बार एक्स्ट्रा आय भी हो जाती है.
मिड टर्म रेंटल्स का भी बढ़ा क्रेज
लग्जरी सेगमेंट में मिड टर्म रेंटल्स की मांग भी तेजी से बढ़ रही है. इससे साफ है कि आज की पीढ़ी लग्जरी को सिर्फ स्टेटस सिंबल नहीं बल्कि स्मार्ट, लचीला और प्रैक्टिकल निवेश मानती है.
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