मेडागास्कर में किस धर्म के लोग रहते हैं सबसे ज्यादा, जहां Gen-Z ने गिरा दी सरकार?
मेडागास्कर में ईसाई धर्म के अनुयायियों की संख्या सबसे ज्यादा है. देश की करीब 85 प्रतिशत आबादी ईसाई धर्म का पालन करती है, इनमें ज्यादातर लोग प्रोटेस्टेंट और रोमन कैथोलिक है.

अफ्रीकी देश मेडागास्कर नेपाल की ही तरह इन दिनों बड़े राजनीतिक संकट से गुजर रहा है. यहां जेन जी युवाओं के आंदोलन ने राष्ट्रपति एंड्री राजोइलिना की सरकार गिरा दी है. बिजली, पानी की कमी, महंगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुआ यह विरोध अब देश में सत्ता परिवर्तन तक पहुंच गया है. वहीं सेना के एक बड़े गुट ने भी प्रदर्शनकारियों का साथ दिया है, जिसके बाद राष्ट्रपति को देश छोड़कर भागना पड़ा. मेडागास्कर में सत्ता परिवर्तन के साथ अब लोग इस देश के बारे में जानना चाह रहे हैं. ऐसे में चलिए आज हम आपको बताते हैं कि जिस मेडागास्कर में जेन जी ने सरकार गिराई है, वहां किस धर्म के लोग सबसे ज्यादा रहते हैं.
मेडागास्कर में ईसाई धर्म का प्रभाव
मेडागास्कर में ईसाई धर्म के अनुयायियों की संख्या सबसे ज्यादा है. देश की करीब 85 प्रतिशत आबादी ईसाई धर्म का पालन करती है, इनमें ज्यादातर लोग प्रोटेस्टेंट और रोमन कैथोलिक है. ईसाई धर्म की जड़े इस देश में 1800 के दशक में पड़ी थी, जब लंदन मिशनरी सोसायटी के ईसाई मिशनरी यहां पहुंचे थे. उन्होंने स्थानीय लोगों को ईसाई धर्म से जोड़ा और चर्चों की स्थापना की. इसके बाद में मेडागास्कर पर फ्रांस का राज होने के दौरान कैथोलिक धर्म का भी यहां तेजी से प्रसार हुआ. वहीं मेडागास्कर में आज भी कई लोग पारंपरिक मालागासी धर्म को मानते हैं. यह धर्म मेडागास्कर के पूर्वजों की पूजा और प्रकृति की शक्तियों पर आधारित है. यहां के लोग मानते हैं कि उनके पूर्वज उनके जीवन का मार्गदर्शन करते हैं. मेडागास्कर में इन मान्यताओं में परिवार, परंपरा और मृतकों के सम्मान को बहुत महत्व दिया जाता है.
मेडागास्कर में मुस्लिम और अन्य धर्म
मेडागास्कर में लगभग तीन प्रतिशत आबादी इस्लाम का पालन करती है. मुस्लिम धर्म मेडागास्कर में अरब व्यापारियों के जरिए करीब 9वी सदी के आसपास पहुंचा था. इसके अलावा मेडागास्कर में हिंदू धर्म और अन्य धर्म को मानने वाले लोग काफी कम संख्या में रहते हैं. वहीं मेडागास्कर की खासियत यह मानी जाती है कि यहां धार्मिक सहिष्णुता का माहौल है. ईसाई, मुस्लिम और पारंपरिक धर्म मानने वाले लोग एक-दूसरे के त्योहारों और रीति-रिवाजों का सम्मान करते हैं. माना जा रहा है कि इस देश में गरीबी, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी जैसी समस्याओं ने ही लोगों को एकजुट होकर राजनीतिक बदलाव की मांग करने के लिए मजबूर किया है.
जेन जी आंदोलन ने बदली सियासत
मेडागास्कर में 25 सितंबर से शुरू हुआ जेन जी आंदोलन ने कुछ ही हफ्तों में राष्ट्रपति को सत्ता से बेदखल कर दिया. यहां की सेना की CAPSAT यूनिट ने भी प्रदर्शनकारियों का साथ दे दिया, जिसके बाद संसद ने राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पास किया. प्रस्ताव पास होने के साथ ही एंड्री राजोइलिना देश छोड़कर चले गए और अब वहां नहीं सरकार के गठन की प्रक्रिया चल रही है.
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Source: IOCL
























