Sheikh Hasina Verdict: बांग्लादेश में शूट ऑन साइट का आदेश, क्या ऐसी कंडीशन में लोगों को बाहर निकलने पर होती है मनाही?
Sheikh Hasina Verdict: बांग्लादेश में शूट ऑन साइट आदेश ने राजधानी और प्रमुख शहरों में तनाव बढ़ा दिया है. आइए जानें कि क्या ऐसी परिस्थिति में घर से निकलना भी मना हो जाता है.

Sheikh Hasina Verdict: बांग्लादेश इस समय गंभीर संकट और हिंसा के कगार पर खड़ा है. आज पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों पर इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल ने फैसला सुना दिया है. पूर्व प्रधानमंत्री को मौत की सजा सुनाई गई है. इससे पहले देश के कई हिस्सों से हिंसक घटनाओं की खबरें आ रही थीं. ढाका में इस फैसले को बड़े स्क्रीन पर लाइव दिखाया गया है. इस बीच पूरे देश में सख्त तनाव को देखते हुए मोहम्मद यूनुस की सरकार ने चेतावनी दी है कि जो लोग हिंसा या आगजनी करेंगे, उन्हें देखते ही गोली मार दी जाएगी यानि शूट ऑन साइट. इसी क्रम में आइए जान लेते हैं कि आखिर शूट ऑन साइट क्या होता है.
सरकार ने दिया शूट एक साइट का आदेश
बांग्लादेश में हालात तब बिगड़े जब कई जगह प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक टकराव हुआ था. इस बीच सरकार ने आदेश दिया कि अगर प्रदर्शनकारियों ने हिंसा, आगजनी या किसी प्रकार की अराजकता की कोशिश की, तो सुरक्षा बल उन्हें देखते ही निशाना बना सकते हैं. इसे शूट ऑन साइट कहा जाता है.
क्या होता है शूट एट साइट का मतलब?
शूट ऑन साइट का मतलब है कि पुलिस या सेना को बिना किसी चेतावनी के सीधे गोली चलाने का अधिकार दिया गया है. यह आदेश आम तौर पर तब लागू किया जाता है जब स्थिति नियंत्रण से बाहर हो, हिंसा व्यापक हो और सुरक्षा बलों को जनता या प्रदर्शनकारियों से खतरा महसूस हो. इसका उद्देश्य है तत्काल नियंत्रण स्थापित करना और व्यापक तबाही रोकना.
क्या घर से निकलना होता है मना?
हालांकि, इस मामले में तकनीकी रूप से बाहर निकलना मना नहीं है, लेकिन इस स्थिति में सड़क पर निकलना बेहद जोखिम भरा माना जाता है. सुरक्षा अधिकारियों का आदेश यह है कि हिंसक प्रदर्शनकारियों पर तुरंत कार्रवाई की जा सकती है, इसलिए लोग सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह देते हैं. राजधानी ढाका और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में 15 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं ताकि स्थिति पर नियंत्रण रखा जा सके.
कब लिया जाता है ऐसा फैसला?
यह कदम अत्यंत गंभीर और असाधारण परिस्थितियों में लिया जाता है. सरकार और सुरक्षा एजेंसियों का उद्देश्य है कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण से बाहर न हो और कोई व्यापक नुकसान न हो, शांति बनाए रखना, संपत्ति की सुरक्षा और नागरिकों की जान बचाना ही इसकी मुख्य वजह है. इसके साथ ही लोगों को चेतावनी दी जाती है कि इस आदेश के दौरान किसी भी तरह की हिंसा या अराजकता में शामिल होना खुद के लिए जानलेवा साबित हो सकता है. इसलिए, सामान्य नागरिकों को अपने घरों में रहना, आवश्यक काम के लिए ही बाहर निकलना और सुरक्षा बलों के निर्देशों का पालन करना चाहिए.
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