ईरान ही नहीं इन देशों में फंसे भारतीयों को भी निकाल चुका है भारत, जानिए कब चलाया कौन सा ऑपरेशन?
भारत सरकार ईरान और इजरायल के बीच जारी जंग से भारतीयों को वापस ला रही है. इसके लिए सरकार ने ऑपरेशन सिंधु भी चला रखा है. आपको बताते हैं कि सरकार ने अब तक कितने इस तरह के मिशन चलाए हैं?

ईरान और इजरायल के जंग के बीच दोनों देशों में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंधु चलाया है. इस ऑपरेशन के तहत ईरान से अब तक 1700 भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वतन वापस लाया जा चुका है. सरकार इजरायल में फंसे भारतीयों को भी निकालने की कोशिश में जुटी हुई है. यह पहला ऑपरेशन नहीं है, जिसमें सरकार भारतीय लोगों को सुरक्षित उनके वतन वापस ला रही है. इससे पहले सरकार अलग-अलग देशों में इस तरह के ऑपरेशन चला चुकी है. आइए आपको बताते हैं कि भारत सरकार की तरफ से इस तरह के ऑपरेशन कब-कब चलाए गए हैं?
भारत के प्रमुख रेस्क्यू ऑपरेशन
ऑपरेशन गंगा: रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान चलाया गया यह ऑपरेशन सबसे चर्चित था, जिसमें करीब 18,000 भारतीयों को यूक्रेन से सुरक्षित निकाला गया. भारत ने सीमावर्ती देशों जैसे पोलैंड, रोमानिया और हंगरी से मदद लेकर स्पेशल उड़ानों की व्यवस्था की.
ऑपरेशन कावेरी: सूडान में गृहयुद्ध के दौरान भारत ने करीब 4,000 भारतीयों को सुरक्षित बाहर निकाला. यह ऑपरेशन युद्ध क्षेत्र के बीच से निकासी करने के लिए जाना जाता है.
ऑपरेशन देवी शक्ति: अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद भारतीय नागरिकों के साथ-साथ अफगान सिख और हिंदू शरणार्थियों को भी सुरक्षित भारत लाया गया.
ऑपरेशन राहत: यमन में सऊदी अरब और हूती विद्रोहियों के बीच युद्ध के दौरान भारत ने 5600 भारतीयों के साथ-साथ 41 अन्य देशों के नागरिकों को भी निकाला.
कुवैत एयरलिफ्ट: इराक ने जब कुवैत पर आक्रमण किया, तब भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा एयरलिफ्ट ऑपरेशन चलाया. इसमें 1.7 लाख भारतीयों को वापस लाया गया.
ऑपरेशन सिंधु: 2025 में ईरान और इजराइल के बीच बढ़े तनाव के बीच बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक, खासकर छात्र, ईरान में फंसे हुए थे. भारत सरकार ने 18 जून 2025 को ऑपरेशन सिंधु शुरू किया. इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायुसेना और विदेश मंत्रालय के सहयोग से पहले 110 नागरिकों को ईरान से आर्मेनिया लाया गया. इसके बाद उन्हें विशेष विमान से दिल्ली भेजा गया. यह ऑपरेशन न केवल तेज गति से किया गया, बल्कि बेहद जटिल परिस्थितियों में सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया.
भारतीयों को बचाने के लिए हमेशा खड़ी रहती है सरकार
भारत के ये सभी ऑपरेशन इस बात के प्रतीक हैं कि देश अपने नागरिकों को कभी अकेला नहीं छोड़ता है. वह युद्ध हो, राजनीतिक संकट या महामारी, भारत सरकार और इसकी एजेंसियां पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करती हैं. ये ऑपरेशन न केवल प्रशासनिक कुशलता के उदाहरण हैं, बल्कि यह भी दिखाते हैं कि भारत, ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना को आत्मसात करता है, जहां हर भारतीय का जीवन अमूल्य है.
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