एक महीने में कितनी कमाई कर लेता है उत्तर प्रदेश, जान लें इनकम का पूरा गुणा-गणित
Earning Of Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में हर महीने कितनी कमाई होती है. यह जानने के लिए आपको सरकार, आम जनता और पूरी अर्थव्यवस्था के ताजा आंकड़ों को देखना होगा. चलिए देखते हैं.

उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है, यहां की आबादी भी पूरे भारत में सबसे ज्यादा है. ऐसे में अक्सर लोगों के मन में सवाल आता है कि आखिर यूपी हर महीने कितनी कमाई करता है. अब इस कमाई को दो नजरिए से देखा जा सकता है, एक है राज्य सरकार की आमदनी और दूसरा आम लोगों की औसत आय. चलिए जानें कि एक महीने में यह प्रदेश कितनी कमाई कर लेता है, आखिर इसका पूरा गुणा-गणित क्या है.
राज्य की कुल आर्थिक कमाई
अगर पूरे राज्य की अर्थव्यवस्था देखें तो सरकार और उद्योगों की गतिविधियों को जोड़कर जो आंकड़ा बनता है, उसे सकल राज्य घरेलू उत्पाद GSDP कहा जाता है. 2023-24 में यूपी की GSDP लगभग 25.48 लाख करोड़ रुपये थी और 2024-25 के लिए इसे बढ़ाकर करीब 30.80 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है.
अब अगर इसे 12 महीनों में बांट दिया जाए तो साफ होता है कि यूपी एक महीने में औसतन करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये का उत्पादन और सेवाएं होती हैं.
आम लोगों की मासिक आय
अगर आम नागरिक की जेब से देखें तो स्थिति थोड़ा अलग है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति सालाना आय लगभग 93,422 रुपये है. जब इसे महीनों में बांटते हैं तो एक व्यक्ति की औसत मासिक आय लगभग 7700 से 8000 रुपये बैठती है. यह सिर्फ औसत है, यानी कुछ लोग इससे काफी ज्यादा कमाते हैं और कई लोग इससे भी कम कमाई करते हैं. गांवों और शहरों में भी आय में बड़ा अंतर देखने को मिलता है.
सरकार की राजस्व आमदनी
अब अगर केवल सरकार की कमाई देखें, तो राज्य को टैक्स, शुल्क और अनुदानों से सालाना लगभग 6.65 लाख करोड़ रुपये की आय होती है (बजट 2025-26 के हिसाब से). इसे भी 12 हिस्सों में बांटें तो यूपी सरकार को हर महीने करीब 55 हजार करोड़ रुपये की आय मिलती है. यही पैसा सड़कों, स्कूलों, अस्पतालों और विकास कार्यों पर खर्च किया जाता है.
कम नहीं हैं चुनौतियां
यूपी भले ही बड़ी अर्थव्यवस्था है, लेकिन चुनौतियां भी हैं. ग्रामीण और शहरी इलाकों में आमदनी का फर्क बहुत ज्यादा है. पश्चिमी यूपी उद्योग और खेती में आगे है, जबकि बुंदेलखंड और पूर्वी यूपी पिछड़े हैं. महंगाई बढ़ने से आमदनी का असली असर कम हो जाता है. सबके पास बराबर रोजगार और अवसर नहीं हैं. कुल मिलाकर देखें तो कुल आर्थिक गतिविधियों से करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये का उत्पादन करता है, सरकार की अपनी कमाई करीब 55 हजार करोड़ रुपये महीने होती है और एक आम नागरिक की औसत मासिक आय करीब 7-8 हजार रुपये बैठती है.
यह भी पढ़ें: कुवैत में 500000 कमाकर लौटे भारत तो हो जाएंगे कितने, जानिए कितना है दोनों की करेंसी में अंतर?
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL
























