कितने किलो की थी टीपू सुल्तान की तलवार, जानें यह अब कहां रखी है?
Tipu Sultan Sword: टीपू सुल्तान की तलवारें आज भी रहस्य और शाही वैभव का प्रतीक हैं. पर सवाल अभी भी अधूरा है कि सबसे असली तलवार अब कहां है और क्या वह कभी दुनिया के सामने आएगी?

इतिहास में टीपू सुल्तान का नाम सिर्फ युद्ध-नीति और साहस की वजह से नहीं, बल्कि उनकी अनोखी तलवारों के कारण भी अमर है. सदियों पुरानी ये तलवारें आज भी लोगों में वैसी ही जिज्ञासा जगाती हैं जैसी कभी राजा की सेना में जगाती थीं. वजन को लेकर अलग-अलग दावे, लाखों–करोड़ों की नीलामी और रहस्यमयी तरीके से गायब हो चुकी तलवारें इन सबने टीपू की तलवार को एक रोमांच और रहस्य से भरी कहानी बना दिया है. सवाल है, ये तलवार आखिर थी कितने किलो की और अब है कहां? चलिए जानें.
कितने किलो की थी टीपू की तलवार?
टीपू सुल्तान की तलवारों के वजन को लेकर इतिहासकारों और संग्रहालयों में अलग-अलग दावे मिलते हैं. कुछ दस्तावेज बताते हैं कि एक प्रसिद्ध तलवार, जिसे विजय माल्या ने खरीदा था, करीब 7 किलो 400 ग्राम की थी. इतनी भारी तलवार युद्ध में चलाना अपने-आप में अद्भुत कौशल की मांग करता है. दूसरी ओर, एक और तलवार का वजन सिर्फ 1.3 किलो बताया गया है, जिसे बेहद संतुलित और तेज माना जाता था. यह हल्की तलवार टीपू की उन लड़ाइयों की गवाह मानी जाती है, जिनमें उन्होंने गति और रणनीति के दम पर अंग्रेजों को चौंका दिया था. दोनों वजन अलग-अलग तलवारों की पहचान को दर्शाते हैं, और यह भी बताता है कि टीपू के शस्त्रागार में विविधता और तकनीक दोनों मौजूद थीं.
तलवार की बनावट
टीपू सुल्तान की तलवारें सिर्फ हथियार नहीं थीं, बल्कि एक शाही प्रतीक थीं. इन तलवारों को बेहतरीन स्टील से तैयार किया जाता था और उन पर सोने की नक्काशी की जाती थी. इन तलवारों को ‘सुखेला’ भी कहा जाता था, जो शक्ति और राजसी अधिकार का प्रतीक मानी जाती थीं. तलवार का हैंडल, उस पर बने डिजाइन और तलवार की धार बताते हैं कि इन्हें सिर्फ युद्ध के लिए नहीं, बल्कि शाही प्रतिष्ठा और गौरव का हिस्सा भी समझा जाता था.
इतिहास की सबसे महंगी तलवारें
टीपू सुल्तान की तलवारें आज भी दुनिया के अमीर संग्रहकर्ताओं के लिए खास आकर्षण हैं. 2024 में लंदन में नीलाम हुई एक तलवार 143 करोड़ रुपये में बिकी, जिसने इतिहास में सबसे महंगी भारतीय तलवार का रिकॉर्ड बनाया. इससे पहले, कई तलवारें बोनहैम और क्रिस्टी की नीलामियों में भी करोड़ों में बिक चुकी हैं. आश्चर्य की बात यह है कि कुछ तलवारें, जिनका ठिकाना कभी प्रसिद्ध था, आज लापता हैं. जैसे कि विजय माल्या द्वारा खरीदी गई तलवार, जिसके बारे में उनके परिवार ने भी साफ कहा कि अब उसका कोई अता-पता नहीं है.
अब कहां हैं टीपू की तलवारें?
टीपू सुल्तान की कई तलवारें आज लंदन के ब्रिटिश म्यूजियम और विक्टोरिया एंड अल्बर्ट म्यूजियम में सुरक्षित रखी हुई हैं. ब्रिटिश म्यूजियम की ‘साउथ एशिया गैलरी’ में उनकी तलवार, अंगूठी और इत्र का डिब्बा आज भी लोगों का ध्यान खींचते हैं. वहीं कई तलवारें निजी संग्रहों में बिखरी पड़ी हैं. कुछ की पहचान स्पष्ट है, तो कुछ इतिहास के पन्नों में गुम हो चुकी हैं. यह रहस्य आज भी इतिहास प्रेमियों को सोचने पर मजबूर करता है कि टीपू के खजाने का कितना हिस्सा अभी तक दुनिया की नजरों से दूर है.
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Source: IOCL






















