हिमाचल के धर्मशाला में दलाई लामा के साथ कितने तिब्बती लोग रहते हैं? जान लीजिए जवाब
Tibetan People In Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में आपको खूब तिब्बती लोग देखने को मिलेंगे. दलाई लामा भी यहीं पर रहते हैं, चलिए जानें कि उनके साथ आखिर कितने तिब्बती रहते हैं.

हाल ही में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का 90वां जन्मदिन मनाया गया है. कहा जा रहा था कि यह उनके उत्तराधिकारी की घोषणा का दिन होगा, लेकिन उन्होंने इस बात की घोषणा नहीं की थी. अभी वे 30-40 साल और जिंदा रहेंगे. उनके विश्वास से भरे इस कथन के बाद तिब्बत में बौद्ध धर्म को नई आशा मिली थी, लेकिन चीन बौखला गया था. दलाई लामा भले ही तिब्बत के निवासी हों, लेकिन वे इस वक्त हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में रह रहे हैं. चलिए जानें कि दलाई लामा के साथ तिब्बत में कितने लोग रह रहे हैं.
भारत में रहने के लिए दलाई लामा ने किससे ली थी इजाजत
दलाई लामा पिछले कई सालों से भारत में शरण लेकर रह रहे हैं. दलाई लामा जब परिवार समेत सालों पहले मसूरी पहुंचे थे, उस वक्त उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से हुई थी. उस वक्त दलाई लामा ने नेहरू से 8000 तिब्बती शरणार्थियों को भारत की मंजूरी मांगी थी और नेहरू तैयार हो गए थे. इसके बाद तिब्बत से हजारों लोग भारत आ गए थे और अलग-अलग इलाकों में बस गए थे. इसके बाद दलाई लामा ने धर्मशाला में निर्वासित तिब्बती सरकार का गठन किया और फिर कभी लौटकर तिब्बत नहीं गए थे.
धर्मशाला में कितने तिब्बती
धर्मशाला में लगभग 8000 से 10,000 तिब्बती लोग रहते हैं. 1959 में दलाई लामा के भारत आने के बाद से धर्मशाला तिब्बती निर्वासन का केंद्र बन गया है. धर्मशाला में कई तिब्बती मठ, मंदिर और स्कूल हैं, जो कि तिब्बती परंपरा को संरक्षित करते हैं. धर्मशाला में तिब्बती समुदाय का इतिहास 1959 से जुड़ा हुआ है, जब दलाई लामा तिब्बत में चीनी शासन से भागकर भारत आए थे. जब से भारत सरकार ने तिब्बतियों को धर्मशाला में बसने की अनुमति दी थी, तब से यह शहर तिब्बती निर्वासन का एक केंद्र बन गया था.1960 में दलाई लामा ने धर्मशाला में तिब्बती सरकार की स्थापना की थी, जो कि तिब्बतियों के लिए एक महत्वपूर्णं कदम था.
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Source: IOCL
























