क्या हम कड़ा कदम उठाते हुए चीन में अपनी फिल्मों की रिलीज़ पर रोक लगाएंगे- हंसल मेहता
आपको बता दें कि भारतीय फिल्म वितरकों ने बॉलीवुड की किसी भी फिल्म को पाकिस्तान में नहीं रिलीज़ करने का फैसला किया है. इसी कड़ी में अब हंसल मेहता ने सवाल किया कि क्या हम कड़ा कदम उठाते हुए चीन में अपनी फिल्मों की रिलीज़ पर रोक लगाएंगे?

मुंबई: पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड जैश चीफ मसूद अज़हर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने वाले प्रस्ताव पर चीन ने एक बार फिर वीटो की दीवार खड़ी कर दी है. इससे पहले भी चीन तीन बार मसूद अज़हर को आतंकी घोषित किए जाने वाले प्रस्ताव पर वीटो कर चुका है. इस बार ये प्रस्ताव फ्रांस लेकर आया था, जिसे अमेरिका और ब्रिटेन का समर्थन प्राप्त था. लेकिन इस बार भी मसूद बच निकला. आतंकवाद के खिलाफ चीन के इस रवैये की भारत में भी आलोचना हो रही है. फिल्मकार हंसल मेहता ने भी इस पर एक ट्वीट किया है.
हंसल मेहता ने ट्वीट में कहा, “क्या हम कड़ा कदम उठाते हुए चीन में अपनी फिल्मों की रिलीज़ पर रोक लगाएंगे? #मसूदअज़हर.” आपको बता दें कि भारतीय फिल्म वितरकों ने बॉलीवुड की किसी भी फिल्म को पाकिस्तान में नहीं रिलीज़ करने का फैसला किया है. इसी कड़ी में अब हंसल मेहता ने सवाल किया कि क्या हम कड़ा कदम उठाते हुए चीन में अपनी फिल्मों की रिलीज़ पर रोक लगाएंगे?
Will we take a stand and not release our films in China? #MasoodAzhar
— Hansal Mehta (@mehtahansal) March 14, 2019
सोशल मीडिया पर भी लोग चीन के खिलाफ अपना गुस्सा निकाल रहे हैं. ट्विटर पर #BoycottChineseProducts के साथ लोग अपनी प्रतिक्रियाएं शेयर कर रहे हैं. योग गुरू स्वामी रामदेव ने भी इस हैषटैग के साथ एक ट्वीट किया और चीन के आर्थिक बहिष्कार की अपील की.
#मसूदअजहर समर्थक #China सहित जो भी देश और देश के अंदर लोग हैं,उनका हमें राजनैतिक,सामाजिक,आर्थिक तौर पर बहिष्कार करना चाहिए,चीन तो विशुद्ध रूप से व्यवसायिक भाषा ही समझता है आर्थिक बहिष्कार युद्ध से भी ज्यादा ताकतवर है।#BoycottChina #BoycottChineseProducts #बायकाटमसूदअजहरगैंग pic.twitter.com/aBe0Kqj024
— Swami Ramdev (@yogrishiramdev) March 14, 2019
भारत के दुश्मन नंबर एक जैश सरगना आतंकी मसूद अजहर को चीन ने एक बार फिर ग्लोबल आतंकी की लिस्ट में शामिल होने से बुधवार को बचा लिया. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चीन मसूद अहजर के खिलाफ सबूतों के अभाव की बात कहते हुए चौथी बार अपने वीटो का प्रयोग किया. चीन ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस जैसे देशों के प्रस्ताव को होल्ड पर रखने की बात कही. भारत ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया है.
Source: IOCL





















