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OSSTET 2021 Preparation Tips: एग्जाम में बचे हैं बस चंद दिन, चाइल्ड पेडागॉजी सेक्शन को इन Tips  से करें स्ट्रांग

OSSTET 2021 परीक्षा में एक हफ्ते से भी कम समय बचा है तो ये टाइम जिन विषयों में कमजोर हैं उन पर और ज्यादा फोकस करने का है. एग्जाम के लास्ट दनों में इन टिप्स से अपनी परीक्षा की तैयारी को मजबूर करें

बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, ओडिशा (BSEO) 1 सितंबर को ओडिशा सेकेंडरी स्कूल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (OSSTET) 2021 परीक्षा आयोजित करने जा रहा है. परीक्षा के एडमिट कार्ड भी आधिकारिक वेबसाइट bseodisha.ac.in पर जारी कर दिए गए हैं. ओडिशा सेकेंडरी स्कूल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (OSSTET) योग्य उम्मीदवारों को TET सर्टिफिकेट प्रदान करने के लिए एक स्टेट लेवल एग्जाम है.यह राज्य में सेकेंडरी स्कूल टीचर के रूप में भर्ती के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए एक बेहद जरूरी सर्टिफिकेट है.

अब जब OSSTET 2021 परीक्षा में एक हफ्ते से भी कम समय बचा है तो ये टाइम स्ट्रांग सब्जेक्ट एरिया को ब्रश करने और जिन विषयों में कमजोर हैं उन पर और ज्यादा फोकस करने का है.इस संदर्भ में, बाल शिक्षाशास्त्र  या चाइल्ड पेडागॉजी विषय के लिए कुशलतापूर्वक तैयारी करना परीक्षा में सफलता दिलाने का एक जरूरी फैक्टर साबित हो सकता है. यह सेक्शन एग्जाम के दोनों पेपर्स के लिए कॉमन है और प्रत्येक प्रश्नपत्र में कुल अंकों का 1/3 यानि 50/150 मार्क्स कैरी करता है. चलिए यहां जानते हैं लास्ट के एक हफ्ते में किस स्ट्रैटजी और Tips से तैयारी करनी चाहिए ताकि एग्जाम में अच्छा स्कोर कर सकें.

OSSTET सिलेबस देखें और जरूरी टॉपिक्स की पहचान करें
चूंकि OSSTET 2021  परीक्षा के लिए बहुत ज्यादा दिन नहीं बचे हैं, इसलिए हम रिकमेंड करते हैं कि उम्मीदवार OSSTET सिलेबस देखें और चाइल्ड डेवलेपमेंट एंड पेडागॉजी के सब टॉपिक्स और स्पेसिफिक टॉपिक्स की पहचान करें. उन सब्जेक्ट को भी देखें जिन्हें अभी तक आपने छुआ भी नही है. अब, उन सबमें सबसे महत्वपूर्ण टॉपिक्स को अलग करें जिनमें से सबसे ज्यादा प्रश्न पूछे जाते हैं और चेक करें कि क्या आपने उन्हें कवर कर लिया है. अगर नहीं, तो ज्यादा टाइम वेस्ट न करें और इन टॉपिक्स की स्टडी फौरन शुरू कर दें.

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को सॉल्व करें
चाइल्ड डेवलेपमेंट और पेडागॉजी के हाई मार्क्स देने वाले टॉपिक्स की पहचान करने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है कि OSSTET के पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों का रेफर किया जाए. उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे उन विषयों पर अधिक ध्यान केंद्रित करें जिन्हें परीक्षा के पिछले कुछ वर्षों के दौरान रिपीट किया गया है. इसके अलावा, सबसे ज्यादा ये रिकमेंड किया जाता है कि उम्मीदवार ऐसे प्रश्नों के आंसर देने सीखें ताकि एग्जाम में चाइल्ड डेवलेपमेंट एंड पेडागॉजी के सामान्य प्रश्नों का आंसर आसानी से दिया जा सके.

सैंपल पेपर्स और क्वेश्चन बैंकों को सॉल्व करें
यह सबसे ज्यादा रिकमेंड किया जाता है कि उम्मीदवार चाइल्ड डेवलेपमेंट एंड पेडागॉजी पार्ट में से सभी 50 प्रश्नों को अटैम्प्ट करें.ऐसा इसलिए क्योंकि OSSTET परीक्षा में कोई निगेटिव मार्किंग नहीं है. हालांकि, इसके लिए उम्मीदवारों को सभी टॉपिक्स को अच्छी तरह से तैयार करना चाहिए. चाइल्ड डेवलेपमेंट एंड पेडागॉजी से अलग-अलग टॉपिक्स के उत्तर जानने के लिए खासतौर पर इस टॉपिक की तैयारी के लिए डिज़ाइन किए गए सैंपल पेपर्स और क्वेश्चन बैंकों को रेफर कर सकते हैं.

कॉन्सेप्ट्स में कंफ्यूजन को दूर करने की पूरी कोशिश करें
पेडागॉजी और असेसमेंट ऑफ लर्निंग आदि जैसे विषयों में कई तरह के थियोरिटिकल कॉन्सेप्ट्स हैं, इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि उम्मीदवार इन कॉन्सेप्ट्स में किसी भी तरह की कंफ्यूजन को दूर करने की कोशिश करें. यह एकमात्र तरीका है जिससे उम्मीदवार पूरे कॉन्फिडेंस के साथ सभी प्रश्नों को अटेम्प्ट कर सकते हैं और फाइनल OSSTET  मेरिट लिस्ट 2021 में अपना जगह बना सकते हैं.

शार्ट नोट्स से करें तैयारी
टेस्टबुक्स से स्टडी करते समय, उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण फैक्ट्स एंड फिगर्स के शॉर्ट नोट्स बनाए लें. लास्ट के दिनों में इन नोट्स से रिविजन कर आप पूरा सिलेबस कवर कर सकते हैं और आसानी से सभी चीजें याद भी रख सकते हैं.

मॉक टेस्ट सॉल्व करें
एग्जाम पैर्टन,मार्किंग स्कीन और प्रश्नों के टाइप को समझने के लिए मॉक टेस्ट सॉल्व करना बेहद जरूरी है. उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे लास्ट के दिनों में मॉक टेस्ट सॉल्व करें

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