अगर इस शेयर में पैसा लगाया तो हो सकते हैं मालामाल, ब्रोकरेज फर्म Nuvama ने बताया कितना आएगा उछाल
कंपनी के व्यवसाय की बात करें तो सोना बीएलडब्ल्यू को अभी लगभग 23,600 करोड़ रुपये का ऑर्डर बैकलॉग मिला हुआ है, जिसमें से करीब 70 प्रतिशत हिस्सा इलेक्ट्रिक व्हीकल कार्यक्रमों से संबंधित है.

Nuvama Recommends Sona BLW Stocks: शेयर बाजार में निवेश हमेशा जोखिम के साथ जुड़ा होता है, इसलिए कहा जाता है कि नो रिस्क, नो गेन. इसी जोखिम और संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के पार्ट्स और प्रीसिजन फॉरगिंग्स बनाने वाली कंपनी सोना बीएलडब्ल्यू प्रीसाइजन फॉरगिंग्स पर मजबूत दांव लगाने की सलाह दी है.
नुवामा ने कंपनी के लिए अगले 12 महीनों का टारगेट बढ़ाकर 570 रुपये कर दिया है, जो मौजूदा स्तर से लगभग 16 प्रतिशत अधिक है. ब्रोकरेज हाउस का अनुमान है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती लोकप्रियता और तकनीकी उन्नति के कारण आने वाले वर्षों में कंपनी के व्यवसाय में उल्लेखनीय विस्तार देखने को मिलेगा.
सोना बीएलडब्ल्यू पर दांव की सलाह
नुवामा के अनुसार, सोना बीएलडब्ल्यू का रेवेन्यू FY25 में 3,546 करोड़ रुपये से बढ़कर FY28 में 6,124 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है. इसके साथ ही कंपनी का EBITDA भी 966.8 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,559.8 करोड़ रुपये होने की संभावना जताई गई है, जो इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति और बढ़ते उत्पाद पोर्टफोलियो की ओर इशारा करता है.
हालांकि, ब्रोकरेज ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में किसी प्रकार की मंदी या धीमापन आता है, तो इसका सीधा प्रभाव कंपनी के प्रदर्शन पर देखने को मिल सकता है. ईवी की मांग अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अस्थिर भी रह सकती है, इसलिए ऑटो कंपोनेंट निर्माता कंपनियों को सतर्क रहकर रणनीति बनानी होगी.
क्या करती है कंपनी?
कंपनी के व्यवसाय की बात करें तो सोना बीएलडब्ल्यू को अभी लगभग 23,600 करोड़ रुपये का ऑर्डर बैकलॉग मिला हुआ है, जिसमें से करीब 70 प्रतिशत हिस्सा इलेक्ट्रिक व्हीकल कार्यक्रमों से संबंधित है. इसके अलावा कंपनी की रेलवे यूनिट ने FY25 की दूसरी तिमाही में 20 प्रतिशत का लाभ दर्ज किया है और इसे 1,300 करोड़ रुपये का नया ऑर्डर भी प्राप्त हुआ है, जिनमें से अधिकांश को एक वर्ष के अंदर पूरा किए जाने की उम्मीद है.
नुवामा का मानना है कि रेलवे बिजनेस डिवीजन का रेवेन्यू FY28 तक बढ़कर 1,500 करोड़ रुपये के आसपास पहुंच सकता है, जो कंपनी के कुल बिजनेस ग्रोथ को और मजबूत करेगा. कुल मिलाकर, कंपनी की मजबूत ऑर्डर बुक, नई परियोजनाओं में तेजी और इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर में उसके बढ़ते योगदान को देखते हुए सोना बीएलडब्ल्यू प्रीसाइजन फॉरगिंग्स निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनकर उभर रही है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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