Shani Asta 2025: शनि अस्त कब हो रहे हैं, किन राशियों को रहना होगा सावधान ?
Shani Asta 2025: शनि अस्त होने जा रहे हैं. शनि अस्त होकर सभी राशियों को प्रभावित करेंगे लेकिन कुछ राशियों पर इसका अधिक प्रभाव पड़ने वाला है, ये राशियां कौन सी हैं जानते हैं.

Shani Asta 2025: शनि ग्रह की चाल में जब भी परिवर्तन होता है तो इसका प्रभाव देश-दुनिया के साथ मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या राशि सहित सभी 12 राशियों पर पड़ता है. फरवरी 2025 में शनि अस्त हो रहे हैं, विशेष बात ये है कि वर्ष 2025 में शनि की चाल में सबसे बड़ा परिवर्तन होने जा रहा है, शनि 29 मार्च 2025 को राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं, लेकिन उससे पहले इसी 28 फरवरी को शनि अस्त हो रहे हैं. शनि अस्त होने से किन राशियों पर इसका सबसे अधिक असर होने वाला है, आइए जानते हैं-
| शनि अस्त, राशिफल 2025 |
| मेष राशि | मंगल का प्रभाव होने के कारण आपको विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, मंगल जहां उग्र ग्रह हैं, वहीं शनि एक क्रूर ग्रह हैं, इसलिए शनि अस्त होकर आपको अपने स्वभाव पर ध्यान देने के लिए कह रहे हैं, क्रोध न करें, नहीं तो बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं, कानूनी उलझनों में भी फंस सकते हैं. शनि की बुरे प्रभावों से बचने के लिए मंगलवार को हनुमान जी की पूजा करें. |
| तुला राशि | शनि देव की आप पर विशेष दृष्टि है. तुला राशि शनि की प्रिय राशि भी है, इसलिए अस्त होकर शनि आपकी कार्यक्षमता को प्रभावित करेंगे. आलस से दूर रहें, टारगेट को समय पर पूरा करें नहीं तो ऑफिस में आपकी स्थिति कमजोर हो सकती है. धन के मामले में ध्यान रखें, अनावश्य धन का व्यय न करें. पेट संबंधी रोग परेशान कर सकते हैं. मित्रों की सलाह से कोई नया कार्य आरंभ कर सकते हैं. |
| मकर राशि | मकर राशि वालों को शनि अस्त के दौरान अपने व्यवहार में बदलाव लाने की बेहद जरुरत है. बेवजह किसी पर गुस्सा करने से बचें. शनि आपकी राशि के स्वामी हैं. इसलिए आपको विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. दान आदि के कार्य में रुचि लेंगे. किसी धार्मिक यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं. विवाद से दूर रहें. ऑफिस में बहस करने से बचें. सेहत को लेकर कुछ दिक्कतें हो सकती हैं, पुराना रोग है तो किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें. |
| वृश्चिक राशि | कर्ज लेने से बचें, शनि अस्त होकर धन के मामले में दिक्कतें दे सकते हैं. जॉब बदलने की स्थिति बन सकती है, लेकिन जल्दबाजी में कोई निर्णय लेने से बचें. संतान की सेहत को लेकर कुछ चिंता हो सकती है. किसी धार्मिक यात्रा पर जाने का प्लान बना सकते है. लव लाइफ में कुछ अड़चनें आ सकती है, आपसी संवाद से चीजों को बेहतर बनाने का प्रयास करें. |
| कुंभ राशि | 40 साल बाद शनि अस्त आपकी ही राशि में हो रहे हैं, इसलिए आप पर इसका सबसे अधिक प्रभाव देखने को मिलेगा. शनि अस्त होकर सेहत और धन संबंधी परेशानी दे सकते हैं, इसलिए इन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यता है. नया कर्ज लेने से बचें वहीं किसी को कर्ज देने से भी बचना है. वाहन चलाते समय नियम कानून का पालन करें. शासन सत्ता से लाभ हो सकता है. बिजनेस में लाभ के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ सकती है. |
शनि अस्त से क्या अर्थ है?
पंडित सुरेश श्रीमाली के अनुसार जब कोई ग्रह सूर्य के अत्यंत करीब आ जाता है, तो उसे ज्योतिष शास्त्र में अस्त मान लिया जाता है. सनातन धर्म में शुक्र और बृहस्पति ग्रह का अस्त होना विशेष माना जाता है, इस दौरान शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं करने की मान्यता है. ग्रंथों की मानें तो सूर्य की तीव्र चमक के कारण ग्रह की ऊर्जा कमजोर हो जाती है और वह अपनी पूरी शक्ति से फल देने में सक्षम नहीं रहता. विज्ञान में किसी भी ग्रह का अस्त होना एक खगोलीय घटना है. जो समय समय पर घटित होती रहती है.
शनि अस्त 40 दिनों तक रहना होगा विशेष सावधान
शनि 40 दिनों के लिए अस्त हो रहे हैं, यानि 28 फरवरी से लेकर 6 अप्रैल 2025 तक विशेष सावधानी बरतने की जरुरत है. पंचांग अनुसार शनि शुक्रवार शाम 7.06 मिनट पर अस्त हो रहे हैं. इस दौरान कोई भी ऐसा कार्य न करें जिससे शनि नाराज हो जाएं. वे कौन से कार्य हैं जिनको करने से शनि सबसे अधिक नाराज होते हैं, आइए जानते हैं-
- दूसरों का अपमान न करें.
- किसी को धोखा न दें.
- कर्ज लिया है तो उसे जरुर लौटाएं.
- मेहनत करने वालों को न सताएं.
- स्त्रियों का अनादर नहीं करना चाहिए.
- पशु-पक्षियों को न सताएं.
- प्रकृति को किसी भी प्रकार से हानि न पहुंचाएं.
- बुजुर्गों की सेवा करें और उनका आदर करें.
शनि के उपाय: शनि को शांत रखना जरुरी बताया गया है. शनि यदि नाराज हैं और शुभ फल नहीं दे रहे हैं तो शनि के कुछ उपाय भी बताए गए हैं. एस्ट्रोलॉजर रुचि शर्मा के अनुसार शनि को शांत रखने के लिए ये उपाय कर सकते हैं-
- शनिवार के दिन शनि मंदिर में शनि का दान करें.
- शनि देव को तेल चढ़ाएं
- असहाय लोगों की मदद करें
- रोगियों की सेवा करें.
- शनि चालीसा का नित्य पाठ करें.
- काले कुत्ते को रोटी खिलाएं.
- पितरों को याद करें और उनका आभार व्यक्त करें.
- तिल, तेल और काले वस्त्र का दान करें.
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