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Pishach Yoga: 'पिशाच योग', क्या आपके जीवन में अनहोनी होने वाली है?
Pishach Yoga: पिशाच योग बनने से व्यक्ति के जीवन में कई तरह की नकारात्मक समस्याएं पैदा हो सकती हैं. जानते हैं क्या होता है पिशाच योग, कैसे बनता है और क्या है इसके लक्षण, और जानें इससे बचने के उपाय.

पिशाच योग
Source : ABP Live
Pishach Yoga: पिशाच योग को ज्योतिष शास्त्र में एक अशुभ योग माना गया है. अपने नाम की तरह ही योग बहुत खतरनाक और डरावना माना जाता है. यह योग आपके जीवन में परेशानियां, शारीरिक कष्ट और दिक्कतें ला सकता है. अगर किसी की कुंडली में यह योग बनता है, तो जीवन में कई तरह की नकारात्मक समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
कैसे बनता है पिशाच योग?
- कुंडली में कुछ विशेष ग्रहों की स्थिति के कारण पिशाच योग का निर्माण होता है.ज्योतिष शास्त्र में राहु और शनि की युति जब किसी भी ग्रह में होती है तो पिशाच योग बनता है. शनि और राहु दोनों की छाया ग्रह हैं.
- इस ग्रह के बनने से पिशाच, भूत, प्रेत होने की आहट जैसे हमेशा लगता रहता है. हमेशा किसी ना किसी अनहोनी होना का अहसास बना रहता है.
- इस समय शनि और राहु एक ही राशि में विराजमान हैं. शनि और राहु मीन राशि में हैं. 29 मार्च से 18 मई 2025 तक दोनों ग्रह एक साथ मीन राशि में रहेंगे और मीन राशि में पिशाच योग का निर्माण होगा.
पिशाच योग के लक्षण
- पिशाच योग बनने के कारण लोगों को मानसिक तनाव बना रहता है.
- साथ ही नींद ना आना और डरावने सपने आते हैं.
- विवाह में अड़चनें, जीवनसाथी से मतभेद रहता है.
- घर में नकारात्मक ऊर्जा, क्लेश या दुर्घटनाएं चलती रहती हैं.
- बार-बार धन हानि या कार्य में विफलता का सामना करना पड़ता है.
- व्यक्ति को हमेशा किसी ना किसी बात का डर सताता रहता है.
पिशाच योग से बचने के लिए उपाय
- जिस किसी की कुंडली में पिशाच योग का निर्माण होता है इन अचूक उपाय को करने से इसके नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है. इस दौरान-
- शनि और राहु के मंत्रों का जप करें.
- शनि और राहु के लिए दान-पुण्य करें.
- अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा का वातावरण बनाए रखें.
- नकारात्मक लोगों और नकारात्मक विचारों से दूर रहें.
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