प्रयागराज में बारिश से हाहाकार
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है और संगम नगरी प्रयागराज भी इससे अछूता नहीं है. यहां गंगा और यमुना नदियों में आई बाढ़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. शनिवार सुबह 10 बजे गंगा और यमुना दोनों नदियों ने खतरे के निशान 84.734 मीटर को पार कर लिया. फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 84.76 मीटर, छतनाग में 84.13 मीटर और नैनी में यमुना का जलस्तर 84.78 मीटर दर्ज किया गया. तेजी से बढ़ते जलस्तर ने हालात को और गंभीर बना दिया है. गंगा नदी जहां 4 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है, वहीं यमुना नदी का जलस्तर 5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की गति से ऊपर जा रहा है. उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है और संगम नगरी प्रयागराज भी इससे अछूता नहीं है. यहां गंगा और यमुना नदियों में आई बाढ़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. शनिवार सुबह 10 बजे गंगा और यमुना दोनों नदियों ने खतरे के निशान 84.734 मीटर को पार कर लिया. फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 84.76 मीटर, छतनाग में 84.13 मीटर और नैनी में यमुना का जलस्तर 84.78 मीटर दर्ज किया गया. तेजी से बढ़ते जलस्तर ने हालात को और गंभीर बना दिया है. गंगा नदी जहां 4 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है, वहीं यमुना नदी का जलस्तर 5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की गति से ऊपर जा रहा है. उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है और संगम नगरी प्रयागराज भी इससे अछूता नहीं है. यहां गंगा और यमुना नदियों में आई बाढ़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. शनिवार सुबह 10 बजे गंगा और यमुना दोनों नदियों ने खतरे के निशान 84.734 मीटर को पार कर लिया. फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 84.76 मीटर, छतनाग में 84.13 मीटर और नैनी में यमुना का जलस्तर 84.78 मीटर दर्ज किया गया. तेजी से बढ़ते जलस्तर ने हालात को और गंभीर बना दिया है. गंगा नदी जहां 4 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है, वहीं यमुना नदी का जलस्तर 5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की गति से ऊपर जा रहा है.
























