कितने तरीके के होते हैं आधार, जानिए कौन-सा किस काम के लिए होता है इस्तेमाल
Types Of Aadhaar Card: आप ट्रेन या एयरपोर्ट के जरिए सफर कर रहे हों या फिर कोई सरकारी या प्राइवेट काम कराना हो, सभी के लिए आधार कार्ड की जरूरत होती है. चलिए जानें कि आधार कार्ड कितने तरह के होते हैं.

आज के समय में आपका काम चाहे सरकारी हो या फिर प्राइवेट, आधार कार्ड के बिना कोई काम नहीं चलता है. आधार कार्ड किसी भी शख्स की पहचान का पुख्ता प्रमाख होता है. आजकल तो हर छोटे से छोटे काम के लिए भी आधार कार्ड का इस्तेमाल होने लगा है. आधार कार्ड के कई रूप होते हैं. आधार कार्ड चार तरीके के होते हैं, यानि कि आप चार फॉर्मेट में अपना आधार कार्ड बनवा सकते हैं. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण यानि UIDAI ने लोगों की सुविधा को देखते हुए इन फॉर्मेट्स को डेवलप किया है. UIDAI के अनुसार आधार कार्ड के सभी प्रकार मान्य हैं और इनका जहां जरूरत हो वहां इस्तेमाल किया जा सकता है. चलिए इनके बारे में जानते हैं.
आधार लेटर (Aadhar Letter)
आधार लेटर एक पेपर बेस्ट लैमिनेटेड लेटर होता है, जिसमें जारी किए जाने की तारीख और प्रिंटेड डेट के साथ एक क्यूआर कोड मेंशन होता है. आधार लेटर को फ्री में आसानी से बनवाया जा सकता है. इसके अलावा इसे आसानी से बायोमेट्रिक अपडेट भी कराया जा सकता है. जिस शख्स का आधार कार्ड है, उसे डाक के जरिए भेज दिया जाता है. अगर किसी वजह से आपका ओरिजनल आधार कार्ड खो जाता है या फिर क्षतिग्रस्त हो जाता है तो आप नया भी प्राप्त कर सकते हैं.
इसके लिए आपको कुछ खास नहीं करना है, बस UIDAI की वेबसाइट पर जाना है और ऑनलाइन ही आधार लेटर को बदलने के लिए 50 रुपये शुल्क के साथ ऑर्डर देना है.
आधार पीवीसी कार्ड (Aadhar PVC Card)
आधार पीवीसी कार्ड आधार का नया वर्जन है. यह आधार कार्ड पीवीसी बेस्ड होता है, लेकिन कागज वाले नॉर्मल आधार कार्ड की तुलना में मजबूत होता है. इसीलिए यह आसानी से नहीं फटता है. इसमें डिजिटल सिग्नेचर, सुरक्षित क्यूआर कोड, एक फोटो और सामान्य जानकारियां शामिल होती हैं.
पीवीसी कार्ड्स को स्पीड पोस्ट के जरिए आवेदक के पते पर भेज दिया जाता है. अन्यथा आप UIDAI की वेबसाइट पर जाकर आधार कार्ड नंबर, वर्चुअल आईडी और नामांकन के जरिए 50 रुपये फीस के साथ इसे प्राप्त कर सकते हैं.
एम आधार (mAadhar)
यह भी आधार कार्ड का एक रूप है. यह UIDAI के द्वारा बनाया गया एक मोबाइल एप्लीकेशन होता है. आधार नंबर धारकों को सीआईडीआर के साथ रजिस्टर्ड अपने आधार रिकॉर्ड को ले जाने के लिए एक इंटरफेस देता है. इस रिकॉर्ड में जनसांख्यिकी डेटा के साथ एक फोटो और आधार नंबर शामिल होता है. ऑफलाइन वेरिफिकेशन के लिए इसमें एक क्यूआर कोड भी दिया होता है.
एम आधार को बिना किसी फीस के जरिए डाउनलोड किया जा सकता है. एमआधार प्रोफाइल को एयरपोर्ट्स और रेलवे के द्वारा वैध आईडी माना जाता है. इसके अलावा आप eKYC को शेयर करने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
ई आधार (eAadhar)
यह आधार कार्ड का सुरक्षिय रूप होता है, जो कि पासवर्ड सुरक्षित होता है. इसमें ऑफलाइन वेरिफिकेशन के लिए एक क्यूआर कोड दिया गया होता है. इसमें UIDAI द्वारा डिजिटली सिग्नेचर होते हैं. आप अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करके UIDAI की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपना ई-आधार डाउनलोड कर सकते हैं.
हर आधार नामांकन या अपडेट तुरंत एक ई-आधार जनरेट करता है, जिसको कि फ्री में डाउनलोड किया जा सकता है. इसका भी सभी जगह इस्तेमाल किया जा सकता है और यह फिजिकल कॉपी की तरह से ही काम करता है.
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Source: IOCL























