रात को सोने से पहले भूलकर भी यूज न करें फोन, हर उम्र के लोगों को है ये बड़ा खतरा, स्टडी में आया सामने
करीब दो साल तक चली और एक लाख से अधिक लोगों पर हुई एक स्टडी में सामने आया है कि सोने से पहले फोन यूज करने से नींद की गुणवत्ता पर असर पड़ता है. हर उम्र के लोगों पर इसका प्रभाव देखा गया है.

अगर आप उन लोगों में शामिल हैं, जो रात को सोने से पहले फोन देखते हैं तो इस आदत को जल्दी बदल लें. करीब दो साल तक चली एक स्टडी में सामने आया है कि सोने से पहले फोन देखने से बड़ा नुकसान हो सकता है. इसके अलावा यह भी पता चला है कि इसका असर हर उम्र के लोगों पर पड़ता है. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक रात को सोने से पहले फोन यूज करने से नुकसान उठाना पड़ता है. आइए जानते हैं कि सोने से पहले फोन देखने के क्या नुकसान हैं.
एक लाख से ज्यादा लोगों पर हुई रिसर्च
JAMA जर्नल में एक रिसर्च पब्लिश हुई है. करीब 2 साल तक चली इस रिसर्च में 1.22 लाख लोगों ने हिस्सा लिया था. रिसर्च में लोगों के सोने से पहले फोन यूज करने के पैटर्न को देखा गया था. इस रिसर्च में पता चला है कि जो लोग सोने से पहले फोन देखते हैं, उन्हें नींद की गुणवत्ता बाकी लोगों की तुलना में 33 प्रतिशत खराब होती है. यानी फोन देखने से नींद की गुणवत्ता पर असर पड़ता है. रिसर्च में यह भी निकलकर सामने आया है कि सोने से पहले फोन और स्क्रीन वाले दूसरे डिवाइस देखने से हर उम्र के लोगों पर असर पड़ता है.
अब तक की सबसे बड़ी रिसर्च
सोने से पहले फोन देखने और उससे नींद पर पड़ने वाले असर को लेकर हुई यह अब तक की सबसे बड़ी स्टडी है. इसमें न सिर्फ नींद की टाइमिंग पर असर को देखा गया है बल्कि नींद की गुणवत्ता पर पड़ने वाले प्रभाव को भी परखा गया है. स्टडी में सामने आया है कि फोन देखने से वीकेंड की बजाय वीकडेज के दौरान नींद लेने का औसत समय प्रभावित होता है. इसका मतलब है कि कम नींद आने से काम पर असर पड़ेगा और आपकी प्रोडक्टिविटी कम हो सकती है. फोन देखने के कारण लोग हर हफ्ते औसतन 50 मिनट कम सो पा रहे हैं.
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